Poor Road Conditions in Jyotirmath s Parsari Ward Causing Public Distress बोले गढ़वाल : ज्योतिर्मठ के परसारी वार्ड की खराब सड़कें आखिरकार कब ठीक होंगी, Chamoli Hindi News - Hindustan
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बोले गढ़वाल : ज्योतिर्मठ के परसारी वार्ड की खराब सड़कें आखिरकार कब ठीक होंगी

ज्योतिर्मठ के परसारी वार्ड में खराब सड़कें और नगरपालिका की लापरवाही से स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मोटरमार्गों की स्थिति इतनी खराब है कि वाहन चलाना मुश्किल है और पैदल...

Newswrap हिन्दुस्तान, चमोलीSat, 31 May 2025 09:29 PM
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बोले गढ़वाल : ज्योतिर्मठ के परसारी वार्ड की खराब सड़कें आखिरकार कब ठीक होंगी

ज्योतिर्मठ के परसारी वार्ड में लोक निर्माण विभाग और नगरपालिका की लापरवाही के चलते लोगों की परेशानियां हद से ज्यादा बढ़ चुकी हैं। स्थिति का अंदाजा इस वार्ड के आबादीक्षेत्र तक पहुंचने वाले बेहद खस्ताहाल रास्तों की दुर्दशा को देखकर पता चलता है। आबादी क्षेत्र के अंदर की बात यदि ना भी करें तो सबसे बड़ी आफत आबादीक्षेत्र तक पहुंचने वाले मोटरमार्गों की है जिन पर वाहनों की आवाजाही तो मुश्किल बनी ही है लेकिन उनपर पैदल आवाजाही भी दुर्घटनाओं को आमंत्रण देने वाली है। उपरोक्त मोटरमार्गों के अधिकांश क्षतिग्रस्त हिस्से के पीछे संबंधित विभागों का उनकी सुध नहीं लेना भी है और उनके किनारे नालियों के निर्माण नहीं करने व ध्वस्त हो चुके पुश्ते भी हैं। पूरन भिलंगवाल की रिपोर्ट...

जनता के जीवन को बेहतर करने के मद्देनजर दी जाने वाली कोई सुविधा यदि उसी जनता के लिए मुसीबतों का कारण बन जाय तो हालात को महसूसभर किया जा सकता है। इसीका उदाहरण देखने को मिलता है नगरपालिका ज्योतिर्मठ के वार्ड संख्या 8 के अंतर्गत और लगभग 1500 से अधिक की आबादी वाले परसारी वार्ड में। 315 से अधिक परिवारों वाला परसारी वार्ड मुख्यत: भोटिया जनजाति बाहुल्य क्षेत्र है जिसका ऊपरी हिस्सा जंगल से सटा हुआ है। दरअसल मुख्य सड़क से हटकर वार्ड के आबादी क्षेत्र को जोड़ते 2 मोटरमार्गों की हालत इस कदर खस्ताहाल है कि उनपर वाहन तो हिचकोले खाते हुए गंतव्य तक किसी तरह पहुंचते ही हैं लेकिन पैदल आवाजाही भी उनपर आसान नहीं है। इसकी तस्वीर दिखाई देती है मुख्यत: सामलिंग तोक से गैस गोदाम व औली मोटरमार्ग पर झंगरिया से फरक्याग्वाड़ तक के हिस्से पर। दोनों मोटरमार्गों के किनारे न नालियों की व्यवस्था है और न ही कोई स्ट्रीटलाइट के इंतजाम। सड़कों के किनारे धंसते पुश्ते भी हालात को और बदतर कर रहे हैं। इन दोनों स्थानों के साथ वार्ड के आतंरिक हिस्से में तो लिंक मोटरमार्गों की बेहद कमी है लेकिन कहीं कहीं क्षतिग्रस्त पैदल मार्गों को काफी समय बाद भी सुधारा नहीं जा सका है। वार्ड के आतंरिक हिस्से में नालियां तो बनी हैं लेकिन संकरी तंग नालियों का दम जरा सी बरसात में फूलने लगता है जब ज्यादा पानी आते ही उनसे निकलता पानी रास्तों पर बहने लगता है। रास्तों के किनारे नगरपालिका द्वारा रैलिंग तो लगाई गई हैं लेकिन उनके निर्माण में की गई जल्दबाजी या फिर लापरवाही कहें या कुछ और लेकिन वो ही रैलिंग पशुपालकों के लिए आफत बन गई हैं क्योंकि उनमें फंसते पालतू पशुओं की वजह से उन्हें सुरक्षित बचाकर बाहर निकालना ही टेढ़ी खीर साबित हो जाता है। पूरे इलाके में वाहनों की पार्किंग की कोई सुविधा ही नहीं है और ना आज तक इस दिशा में कार्य करते हुए कोई जगह ही चिन्हित की गई है। इस वजह से मजबूरी में लोगों को अपने वाहन सड़कों के किनारे ही खड़े करने पड़ते हैं। क्षेत्र में न सार्वजनिक शौचालय का कोई इंतजाम है और न सार्वजनिक पेयजल सुविधा की कोई व्यवस्था जिस वजह से लोगों को दिक्कतें भी उठानी पड़ती हैं।

सुझाव

1. सामलिंग तोक से गैस गोदाम तक और औली मोटरमार्ग पर झंगरिया से फरक्याग्वाड़ तक खस्ताहाल सड़क का हो डामरीकरण। इससे लोगों को काफी राहत मिलेगी।

2. वार्ड अंतर्गत मोटरमार्गों के धंसते पुश्तों को ठीक किया जाय व किनारे नालियों का हो निर्माण।

3. पर्याप्त संख्या में स्ट्रीटलाइटों की हो व्यवस्था। पार्किंग सुविधा का हो विकास। वन्यजीवों के आतंक पर हो रोकथाम।

4. वार्ड में सम्पर्क मोटरमार्गों का हो निर्माण। सार्वजनिक शौचालय, पेयजल सुविधा और रेन शेड्स का हो निर्माण।

5. फरक्याग्वाड़ पुल के नीचे हो रहे भूकटाव का हो ट्रीटमेंट। पटोरी तोक में क्षतिग्रस्त पेयजल स्टोरेज टैंक की हो मरम्मत। साथ ही वार्ड की अन्य समस्याओं पर भी काम किया जाए।

शिकायतें

1. सामलिंग तोक से गैस गोदाम तक और औली मोटरमार्ग पर झंगरिया से फरक्याग्वाड़ तक की सड़क खस्ताहाल।

2. वार्ड में मौजूद मोटरमार्गों के किनारे धंसते पुश्ते व नालियां नहीं होने से पानी सड़कों पर बहकर उन्हें खराब कर रहा है। इससे स्थानीय लोगों को चलने में भी काफी परेशानी होती है।

3. स्ट्रीटलाइटों की कमी और पार्किंग सुविधा नहीं होने से सड़कों पर खड़े होते हैं वाहन। कई बार सड़क पर खड़ी गाड़ियों को कुछ लोग नुकसान भी पहुंचा देते हैं। वन्यजीवों से परेशानी।

4. पूरे वार्ड में सम्पर्क मोटरमार्गों की कमी। सार्वजनिक शौचालय, पेयजल सुविधा और रेन शेड नहीं होने से दिक्कतें।

5. फरक्याग्वाड़ पुल के नीचे हो रहे भूकटाव से पुल पर खतरा। पटोरी तोक में क्षतिग्रस्त पेयजल स्टोरेज टैंक की मरम्मत नहीं।

संपर्क मार्ग नहीं बनने से लोगों को उठानी पड़ रही दिक्कत

नगर के बाजार क्षेत्र से दूर स्थित परसारी वार्ड में आबादीक्षेत्र तक पहुंचने वाले 2 मोटरमार्गों की स्थिति बेहद बदहाल है। इसमें लामलिंग तोक से गैस गोदाम तक नगरपालिका द्वारा 12 वर्ष पूर्व निर्मित लगभग 800 मीटर सम्पर्क मोटरमार्ग की 1 दशक बाद भी सुध नहीं लिये जाने के कारण उसकी स्थिति इस कदर जीर्णशीर्ण हो गई है कि उसपर हिचकोले खाते हुए वाहनों में सफर करना लोगों की मजबूरी हो गया है। कहने को तो इसे हल्के वाहनों के लिये बनाया गया था लेकिन इसपर भारी भरकम वाहनों के आवागमन से इसकी स्थिति और बदतर हो गई है। पूरी सड़क गड्ढायुक्त है और जिन हल्के वाहनों के लिये उसे बनाया गया था, उसपर उन्हीं छोटे वाहनों को किसी तरह नुकसान से बचाकर लाना ले जाना भी आसान नहीं रह गया है। इस पूरे मोटरमार्ग के किनारे न नालियां हैं और न स्ट्रीटलाइट के कोई इंतजाम ही हैं। दूसरी तरफ औली मोटर मार्ग की स्थिति भी बदहाल है। इस कारण लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।

स्ट्रीटलाइट की व्यवस्था नहीं होने से लोगों में दहशत

नगर के बाजार क्षेत्र से दूर और जंगल से जुड़ा शांत इलाका होने के कारण बड़ी संख्या में लोग सुबह शाम सैर के लिये पहुंचते हैं। खासतौर पर लामलिंग तोक से गैस गोदाम तक की सड़क पर टहलने वाले लोगों की आवाजाही बनी रहती है लेकिन सड़क के इस हिस्से पर स्ट्रीटलाइट की व्यवस्था नहीं होने से हर समय जंगली जानवरों की मौजूदगी की आशंका बनी रहती है। पालिका द्वारा लोगों के लिए बैठने के लिए बैंच तक नहीं लगाई गई हैं जिस कारण थकान होने पर लोगों को परेशान होना पड़ता है। इसके साथ पूरे मार्ग पर 1 भी रेन शेल्टर नहीं होने से बारिश होने पर लोगों को खुदको बचाने के लिए इधर उधर दौड़कर सुरक्षित स्थान ढूंढना पड़ता है। बुरी तरह क्षतिग्रस्त मार्ग पर जरा सी हवा चलने पर उड़ती धूल भी लोगों के लिये मुश्किलों का सबब बनती है। सड़क किनारे नालियों का इंतजाम नहीं होने से बारिश में पानी सड़कों पर बहकर उसे पूरी तरह कीचड़युक्त बना देता है जिससे लोगों को दिक्कतें होती हैं।

पार्किंग नहीं होने से सड़क पर पार्क रहते हैं वाहन

परसारी वार्ड के पूरे क्षेत्र में सार्वजनिक शौचालय के साथ सार्वजनिक पेयजल सुविधा का भी कोई इंतजाम नहीं है जिस कारण हर किसी को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। यही नहीं बल्कि पूरे इलाके में पार्किंग सुविधा नहीं होने से भी लोग परेशान हैं। पार्किंगस्थल नहीं होने से लोगों को मजबूरी में अपने वाहनों को फरक्याग्वाड सड़क व नीति बार्डर हाईवे के किनारे ही पार्क करने पडते हैं जिससे हर समय अराजक तत्वों द्वारा उनमें तोड़फोड़ की आशंका वाहन स्वामियों को बनी रहती है। शहर से दूर इस वार्ड में न कोई खेल का मैदान है और न ही किसी मनोरंजन पार्क की व्यवस्था। यहां से ज्योतिर्मठ खेल मैदान तक 4 किलोमीटर की दूरी है जिससे खेल के क्षेत्र में कुछ कर गुजरने की भावना रखने वाले युवाओं को परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। इलाके के आतंरिक क्षेत्र में सम्पर्क मोटरमार्गों की कमी होने की वजह से लोगों को सड़क से सामान अपने कंधे में ही उठाकर घरों तक लाना पड़ता है।

क्षेत्र में भूकटाव होने से पुल पर बढ़ रहा है खतरा

वार्ड अंतर्गत फरक्याग्वाड मोहल्ले के नीचे लोनिवि द्वारा निर्मित पुल के नीचे की ओर लगातार बढ़ रहे भूकटाव की वजह से पुल पर तो खतरा मंडरा सकता है लेकिन इस वजह से आसपास की उपजाऊ खेतीहर भूमि व सेब के बगीचे भी खतरे की जद में हैं। क्षेत्रीय जनता का कहना है कि इसे रोकने के लिए आवश्यक कदम समय रहते यदि उठा लिये जायें तो आने वाली समस्या का समाधान हो सकता है। वार्ड के शीर्ष में स्थित पटोरी तोक में जल संस्थान के लगभग 70 वर्ष पुराने पेयजल स्टोरेज टैंक के रखरखाव के प्रति लापरवाह बने विभाग की वजह से वो लगातार क्षतिग्रस्त होता जा रहा है जिस वजह से क्षेत्र में पर्याप्त पेयजल आपूर्ति नहीं हो पाने से लोग परेशान हैं। यही नहीं शहरीक्षेत्र से दूर होने के कारण टैंक की सफाई के प्रति भी विभागीय लापरवाही की वजह से जलजनित संक्रामक बीमारियों की भी आशंका बनी हुई है। जंगल से सटे इस इलाके में जंगली जानवरों का भी आतंक है।

बोले जिम्मेदार

आगामी बोर्ड बैठक में गैस गोदाम से लामलिंग बाईपास मोटरमार्ग के सुधारीकरण का प्रस्ताव रखा जा रहा है क्योंकि यह सड़क लगभग 800 मीटर से अधिक लंबी है इसलिए पूरा कार्य एकसाथ संभव नहीं है। इसे टुकड़ों में ठीक किया जायेगा। परसारी के मोहल्लों और रास्तों को आवश्यकतानुसार स्ट्रीटलाइट से अच्छादित करने का कार्य शुरू किया जा रहा है। वार्ड के टूटे रास्तों के जीर्णोद्धार के लिए प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं। -हयात सिंह रौतेला, ईओ, नगरपालिका, ज्योतिर्मठ

फरक्याग्वाड परसारी सड़क का डामरीकरण जिस ठेकेदार ने लगभग एक वर्ष पूर्व किया था वही ठेकेदार इसे पुनः ठीक करेगा क्योंकि इस सड़क का अभी डीएलपी पीरियड चल रहा है व इसे ठीक करने के लिए विभाग ने ठेकेदार को पत्र लिख दिया है। जब सड़क ठीक हो जायेगी उसके बाद इस सड़क के किनारे नाली निर्माण हेतु बजट प्रस्ताव भेजा जाएगा। -धनन्जय वर्मा, ए.ई, लोनिवि

लोग बोले

परसारी के शीर्ष में परोटी तोक में जल संस्थान द्वारा 70 वर्ष पहले एक स्टोरेज टैंक बनाया था लेकिन उसका रखरखाव नही किया जा रहा है। पूरा टैंक क्षतिग्रस्त है व सफाई का भी अभाव है। -करण सिंह

वर्षों पूर्व लोनिवि द्वारा झंगरिया से फरकियाग्वाड तक बनाये गए लगभग 3 किमी के मोटरमार्ग की हालत बेहद खस्ताहाल है जिस कारण आवाजाही में दिक्कतें हो रही हैं। -लक्ष्मण फरकिया

मठखांण तोक में 5 परिवार रहते हैं लेकिन यहां का रास्ता पिछले एक डेढ वर्ष से टूट रखा है। पालिका इसका निर्माण नही कर रही है। रास्ते के साथ नालियां भी टूट चुकी हैं । सब परेशान हैं। -उदय सिंह

गैस गोदाम से लामलिंग तोक तक नगरपालिका का एक दशक पूर्व बना हल्का मोटरमार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। इसमें बड़े बड़े गड्ढे हो रखे हैं। पूरे मार्ग में कहीं भी स्ट्रीटलाइट नहीं होने से दिक्कत है। -समीर डिमरी

रविग्राम फील्ड से ठीक ऊपर के मोहल्ले को जाने वाले मार्ग को टूटे हुए 6 माह से अधिक हो गया है लेकिन उसे ठीक नहीं किया जा रहा है। परसारी के अधिकांश मोहल्लों की नालियां संकरी हैं। -अंशुल भुजवांण

वार्ड में 1 भी सावर्जनिक शौचालय, स्टैंड पोस्ट, ओपन जिम कुछ भी नहीं है। झंगरिया से फरकियाग्वाड तक के मोटरमार्ग में एक रेनशेड तक नहीं है जिस कारण पर्यटकों को परेशानी होती है। -मोहन सिंह

फरकिया ग्वाड और इसके आसपास कई जगह कटाव बढ़ रहा है लेकिन सरकारी तंत्र इसकी सुध लेने को तय्यार नहीं है। फरकियाग्वाड के लोगों के कुछ घरों पर खतरा बढ गया है। -डेविड रावत

खिडखिडी मोहल्ले में 35 से अधिक परिवार रहते हैं लेकिन पूर्व में पालिका द्वारा बनाये गए सभी पैदल मार्ग बर्फ के चलते पूरी तरह से टूट गए हैं व उबड़ खाबड़ हो चुके हैं जिस कारण दिक्कत होती है। -रंजन

शान्तीनगर में भी सीवरलाइन नही है जिससे परेशानी हो रही है। परसारी गांव तक का आधा किमी का रास्ता बर्फवारी व बरसात के कारण उबड़खाबड़ हो रखा है। -गोविन्द सिंह

वार्ड में जगह जगह भू कटाव बढ़ रहा है। फरकियाग्वाड़ का एक बड़ा हिस्सा कटाव की जद में है। समाधान के लिये कई जगह पत्राचार कर दिया लेकिन सुनवाई कहीं नहीं हो रही है। -गजेन्द्र रावत

परसारी वार्ड के औली लग्गा मोहल्ले में रहने वाले लोग सेना के कारण परेशान हैं। यहां पर काफी होमस्टेट, कॉटेज भी हैं लेकिन पिछले 3-4 सालों से सेना ने रास्तों को बंद कर दिया है। -नंदन मार्तोलिया

वार्ड में काफी समस्यायें हैं। लिंक मोटरमार्ग व लोनिवि की सड़क दोनों ही खस्ताहाल हैं। पूरे वार्ड में कहीं भी सीवरेज निस्तारण व्यवस्था नही है और अन्य समस्यायें भी हैं। -सुनीता रावत

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