कड़च्छ मोहल्ले में डेढ़ साल में भी पूरा नहीं हुआ नाले का निर्माण
हरिद्वार संवाददाता। ज्वालापुर अंसारी मार्केट से कड़च्छ मोहल्ले में पार्षद अंजू देवी के घर तक करीब 13 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणधीन 790 मीटर बरसाती

वर्ष 2021 में ज्वालापुर अंसारी मार्केट से कड़च्छ मोहल्ले तक कच्चे नाले निर्माण कार्य और टेपिंग शुरू हुई थी। 790 मीटर लंबे नाले के निर्माण को लेकर एचआरडीए ने करीब 13 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे। नाले का निर्माण कार्य ग्रामीण निर्माण विभाग को सौंपा गया है। विभाग ने वर्ष 2021 में यह कार्य शुरू कर दिया था। कार्य समाप्त होने की तिथि दो फरवरी 2023 भी निर्धारित की थी। इस नाले के दोनों ओर करीब ढाई हजार लोगों का आवागमन होता है। यही नहीं करीब 150 परिवार नाले से सटे हुए हैं। इस नाले में इन परिवारों के घरों से निकलने वाला गंदा पानी और भेल का बरसाती पानी भी आता है।
यह नाला कोटरवान से होकर गंगा की तरफ निकल जाता है। नाला मकान से सटा होने के कारण कई मकान निर्माणधीन नाले की भेंट चढ़ गए। हालांकि, विभाग ने इन मकानों का निर्माण भी कर दिया लेकिन पानी की निकासी और पीने के पानी की पाइप लाइन तोड़ दी गई। नाले के गंदे पानी से सांप, जहरीले कीड़े लोगों के घरों में घुस रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब भी अधिकारी मौका मुआयना करने आते हैं। लोग उनसे कार्य में तेजी लाने की अपील करते हैं। कहा कि जिस तेजी के साथ कार्य शुरू हुआ था। उतनी धीमी गति से काम चल रहा है। अब लोगों गंदे पानी की बदबू से परेशान हैं। घर के आसपास मक्खी मच्छरों का प्रकोप है। ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की संख्या भी नहीं बढ़ा रहे हैं। बरसात में मकान गिरने का डर है। लोगों का कहना है कि अगर नुकसान हुआ तो उसकी भरपाई कौन करेगा? स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब 60-70 मीटर निर्माण अभी बचा हुआ है। इस दायरे में करीब 80 परिवार निवास करते हैं। आरोप है कि अधिकारी उनके फोन तक नहीं उठाते हैं। उन्होंने कहा कि बरसात में मकान गिरने तक का खतरा है। यही कारण है कि काम में तेजी लाने के लिए अपील कर रहे हैं। लोगों ने उच्च अधिकारियों से नाले निर्माण में हस्तक्षेप करने की अपील की है। निर्माण कार्य वर्ष 2023 फरवरी में होना था पूरा ज्वालापुर अंसारी मार्केट से कड़च्छ मोहल्ले तक बरसाती नाले का निर्माण कार्य 2021 से शुरू होकर 2023 में पूरा होना था। लेकिन इस वर्ष के छह माह बितने के बाद भी कार्य पूरा नहीं हो पाया है। जिस कारण लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। नाले की जद में आए लोगों के मकान भी सिलन आकर खराब होने की कगार पर पहुंच चुके हैं। घर के पानी की निकासी के लिए निकले पाइप भी तोड़ दिए गए, सीवर चौक होकर सड़क पर बह रही है। अब लोगों के सामने परेशानी है कि वह घर में घूम कर भी कैसे पहुंचे। नाला निर्माण में देरी होने से दुर्घटनाओं का भी खतरा बढ़ रहा है। स्थानीय लोगों कहना है कि नाले का निर्माण कार्य जल्दी पूरा हो। ताकि लोगों को सहूलियत मिले। नाले में गिर चुके हैं दोपहिया वाहन चालक निर्माणधीन नाले में धीमी गति से काम चलने का खामियाजा पैदल और दोपहिया वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। कई बार वाहन चालक नाले के नजदीक के निकलने के फेर में दुर्घटनाग्रस्त हो गए। इन्हें चोट तो लगी ही उनकी बाइक भी नाले में गिरकर कर टूट गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि नाले के कार्य की धीमी गति के कारण लोगों को दूर दराज के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। काम मे तेजी आए तो उन्हें दूर दराज के चक्कर न लगाने पड़े। न ही नाले के नजदीक से होकर गुजरते समय उन्हें नाले में गिरना पड़ेगा। स्थानीय लोगों का कहना है कि अधिकारियों से जब भी वह नाले के निर्माण में तेजी लाने की बात करते हैं। तो वह इधर-उधर की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। अब समस्या लोगों के सामने खड़ी हो रही है। अधिकारी तो अपना निरीक्षण करके चलते बनते हैं। लेकिन समस्या लोगों को उठानी पड़ती है। उन्होंने कहा कि नाले के निर्माण में तेजी लाई जाए। बोले जिम्मेदार.... मुझे अभी विभाग में आए केवल दो दिन हुए हैं। लोगों को कोई परेशानी न आए इसका प्राथमिकता पर ध्यान रखा जाएगा। अगर कार्य में ठेकेदार या निर्माण एजेंसी की तरफ से कोई परेशानी आ रही है तो उस मामले में जांच कराई जाएगी। कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर भी विभाग गंभीर है। मजदूरों को सुरक्षा किट के साथ कार्य कराया जाएगा। - दिनेश कुमार, अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग हरिद्वार
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