उत्तराखंड में बारिश के साथ जमकर बरस रही आफत-टिहरी में KV स्कूल का पुश्ता ढहा-सड़कें भी बंद
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग और चमोली जिले के बाद टिहरी जिले में भी बरसात ने अपना रौद्र रुप दिखा है। बरसात की वजह से घरों में मलबे घूसने के साथ ही आंतरिक सड़कों पर भी बुरा असर पड़ा है।

उत्तराखंड में प्री-मॉनसून की बरसात मुसीबत बनती जा रही है। बारिश के बाद लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। रुद्रप्रयाग और चमोली जिले के बाद टिहरी जिले में भी बरसात ने अपना रौद्र रुप दिखा है। बरसात की वजह से घरों में मलबे घूसने के साथ ही आंतरिक सड़कों पर भी बुरा असर पड़ा है। लोगों को परेशानी हो रही है।
हालांकि, राहत की बात है कि चारधाम यात्रा रूट पर अभी तक कोई असर नहीं पड़ा है। उत्तराखंड चारधाम यात्रा सुचारू रूप से चल रही है। टिहरी जिले में हुई बारिश के बाद जमकर नुकसान हुआ है। तेज बारिश से नव निर्माणाधीन केंद्रीय विद्यालय (KV) स्कूल की बिल्डिंग का एक पुश्ता ढहने से नुकसान हुआ है। इसके साथ ही गौशाला वाली सड़क पर मलबा आने से सड़क बदहाल हो गई है।
जिस पर आवाजाही करने मे आम लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बौराड़ी स्टेडियम बारिश के पानी से लबालब भर गया। जिसके कारण यहां पर आयोजित हो रही रामलीला भी प्रभावित हो रही है। रामलीला आयोजन समिति के अध्यक्ष देवेंन्द्र नौडियाल , वरिष्ठ उपाध्यक्ष भगवान चन्द रमोला, मनोज राय, जशोदा नेगी उपाध्यक्ष, अमित पंत, गंगा भगत नेगी, नन्दू बाल्मिकी, वेशभूषण जोशी , कमल महर आदि का कहना है कि बौराड़ी स्टेडिमय में करोड़ों खर्च करने के बाद भी ड्रेनेज सिस्टम नहीं बनाया गया है।
जिससे बौराड़ी स्टेडियम एक ही बारिश में तालाब में तब्दील हो गया है। प्रशासन इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है। कहना था कि ड्रेनेज सिस्टम नहीं होने की वजह से लोगों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है।
तड़के हुई बारिश का पानी बाल्मिकी बस्ती में घुसा, 29 परिवार प्रभावित
तेज बारिश से ड्रेनेज फेल हो जाने के कारण नई टिहरी की मौलधार बाल्मिकी बस्ती में 29 सफाई कर्मियों के घरों में पानी व मलबा घुस गया। जिसके कारण प्रभावितों का घरों में रखा काफी सामान खराब हो गया। पांच परिवारों को अन्य की अपेक्षा ज्यादा नुकसान पहुंचा है। सूचना पर एसडीएम संदीप कुमार ने सुबह के वक्त मौका मुआयना किया। सर्वाधिक रूप से प्रभावित पांच परिवारों को राहत केंद्र में शिफ्ट किया जा रहा है।
आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार तड़के यकायक तेज बारिश हुई, जो लगभग दो घंटे तक चली है। बारिश का तेज पानी ड्रेनेज फेल हो जाने के कारण सीधे मोलधार बाल्मिकी बस्ती में रह रहे 29 सफाई कर्मियों के घरो में घुसा। जिससे तड़के सुबह से सफाई कर्मी खासे परेशान रहे। सफाई कर्मियों का कहना है कुछ घरों के अंदर लगभग 6 फीट तक पानी भर गया। जिससे घरों में रखा काफी सामान खराब हुआ है।
घरों रखी राशन को भी नुकसान पहुंचा है। सुबह होने पर सफाई कर्मियों ने अपना सामान घरों से बाहर निकाला है। नुकसान होने से सफाईकर्मी खासे परेशान नजर आये। जिसे देखते हुए सर्वाधिक प्रभावित बबलू, शिवचरण, राजू, सुनील व रिंकू के परिवारों को स्थानीय प्रशासन राहत केंद्र में शिफ्ट करने का काम कर रहा है।
इसके साथ ही स्थानीय प्रशासन ने सभी प्रभावित 29 परिवारों को अहेतुक राशि का वितरण करते हुए राशन कीट भी प्रदान की है। तहसीलदार मौहम्मद शादाब ने बताया कि सभी प्रभावित परिवारों की देखरेख की जा रही है। प्रभावितों को सुबह का नाश्ता करवाने के बाद उनके लिए निकटस्थ बारातघर में खाने की व्यवस्था भी की गई है।
रुद्रप्रयाग में टू-व्हीलर बहे
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में विगत दिनों बारिश के बाद काफी नुकसान हुआ था। बारिश की वजह से नदियां और नाले उफान पर आ गए थे। बरसात के बाद गदेरे के उफान पर आने की वजह से कई टू-व्हीलर बह गए थे। हालांकि, राहत की बात यह रही थी भारी बरसात की वजह से किसी जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ था।
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