आक्रोशित ग्रामीणों ने मयाली में चार घंटे जाम लगाया
जखोली के आसपास के गांवों में पिछले दो महीने में आदमखोर गुलदार द्वारा तीन महिलाओं का शिकार करने के मामले में ग्रामीणों में आक्रोश है। उन्होंने मयाली बाजार में चक्का जाम किया और वन विभाग से सुरक्षा की...

जखोली मुख्यालय के आसपास के गांवों में दो माह के भीतर तीन महिलाओं को आदमखोर गुलदार द्वारा शिकार बनाए जाने को लेकर क्षेत्रीय लोगों में जबरदस्त आक्रोश है। बुधवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने घनसाली-तिलवाड़ा मोटर मार्ग पर मयाली बाजार में चक्का जाम कर दिया। जबकि रुद्रप्रयाग की डीएफओ का भी घेराव किया। करीब चार घंटे जाम के बाद वन विभाग द्वारा ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए चौबीसों घंटे वन कर्मी तैनात करने की मांग पर ग्रामीणों ने जाम खोला। बुधवार सुबह 9 बजे ग्रामीणों ने घनसाली-तिलवाड़ा मोटर मार्ग को जाम कर दिया। जबकि ममणी-जखोली वैकल्पिक मोटर मार्ग को भी रैंज कार्यालय जाखणी के समीप चक्काजाम लगा दिया।
इससे केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों सहित अन्य राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। विरोध में व्यापारियों ने मयाली बाजार भी बंद किया। इस दौरान घटनास्थल की ओर जाती रुद्रप्रयाग डीएफओ कल्याणी का भी आक्रोशित भीड़ ने घेराव किया। जबकि शासन-प्रशासन, वन विभाग और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। हालांकि बाद में लोगों के साथ लिखित आश्वासन के बाद दोपहर 1 बजे ग्रामीणों ने जाम खोला। निर्वतमान ब्लाक प्रमुख जखोली प्रदीप थपलियाल के नेतृत्व में मयाली बाजार में ग्रामीणों ने चक्काजाम के साथ ही वन विभाग व स्थानीय विधायक के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन व नारेबाजी की गई। मयाली बाजार में बड़ी संख्या में एकत्रित लोग पहले पीड़ित परिजनों से मिले और उसके बाद आक्रोशित भीड़ ने मयाली बाजार में प्रदर्शन किया। इस दौरान सड़क पर जाम लगने से गंगोत्री से केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों की सड़क पर भारी संख्या में वाहनों का जमावड़ा लग गया। बाद में प्रशासन ने यात्रियों के वाहनों को ममणी जखोली मोटर मार्ग से सांकला होते हुए गुप्तकाशी मोटर मार्ग के लिए भेजा, किंतु आक्रोशित ग्रामीणों को भनक लगते ही मयाली गुप्तकाशी मोटर मार्ग को भी रैंज कार्यालय जाखणी चौकी के समीप चक्काजाम शुरू कर दिया गया, जिससे केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ सड़क पर जमा हो गई और यातायात व्यवस्था चार घंटे तक पूर्ण रूप से बंद रही। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि क्षेत्र में आदमखोर गुलदार द्वारा बीते दस दिनों में दो महिलाओं को मार डालने के बावजूद वन विभाग व सरकार ने क्षेत्र में आदमखोर गुलदार को नरभक्षी गुलदार घोषित नहीं किया है। गुलदार निर्दोष लोगों की जान लेने में कामयाब रहा है। ग्रामीणों ने कहा है कि वन विभाग झूठ बोल कर लोगों को गुमराह कर रहा है। ब्लाक प्रमुख प्रदीप थपलियाल ने कहा है कि यदि वन विभाग ने गुलदार को नरभक्षी घोषित कर शूट किया है तो उसका लिखित आदेश व जिस शूटर ने गूलदार को शूट किया है उसका नाम व गुलदार की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए। बता दें कि हो मंगलवार सायं मयाली के आश्रम तोक में गुलदार ने 65 वर्षीय रामेश्वरी देवी पत्नी कैलाश चंद्र बुटोला को मार डाला था, जिससे बुधवार को आक्रोशित क्षेत्रीय जनता निर्वतमान ब्लाक प्रमुख जखोली प्रदीप थपलियाल के नेतृत्व में मयाली बाजार में प्रदर्शन किया और चार घंटे तक तिलवाड़ा-घनसाली मोटर मार्ग को जाम कर दिया। इधर, वन विभाग द्वारा ग्रामीणों के साथ गुलदार प्रभावित इलाकों में चौबीसों घंटे सुरक्षा देने और किसी भी हमले पर गुलदार को सीधे शूट करने के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जाम खोला। इस दौरान प्रदर्शनकारियों में निर्वतमान ब्लॉक प्रमुख प्रदीप थपलियाल, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष सुरेंद्र सकलानी, व्यापार संघ अध्यक्ष चेतन भण्डारी, पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख चैंन सिंह पंवार, राजेन्द्र सिंह कुंवर, पूर्व प्रधान हरीश पुण्डीर, राज्य आन्दोलनकारी हयात सिंह राणा, नरेन्द्र सिंह चौहान, महावीर सिंह राणा, अरुण काला, बलवीर सिंह चौहान सहित कई महिलाएं मौजूद थी।
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