बोले गढ़वाल : श्रीनगर के निरंजनीबाग मोहल्ले की टूटी सड़कों से दिक्कत
श्रीनगर गढ़वाल के निरंजनीबाग मोहल्ले में सड़कें और नालियाँ खस्ताहाल हो चुकी हैं, जिससे लोगों को दैनिक आवाजाही में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बरसात के दौरान जलभराव और टूटी नालियों से स्थिति और...
सुव्यवस्थित और पक्के रास्ते भले जीवन की कठिनाइयों को कम करने का माध्यम हों, लेकिन श्रीनगर गढ़वाल के निरंजनीबाग मोहल्ले में यही रास्ते लोगों के लिए जी का जंजाल बन गए हैं। दरअसल लंबे समय से मरम्मत नहीं होने के कारण क्षतिग्रस्त होकर बेहद खस्ताहाल हो चुके विभिन्न पैदल सम्पर्क मार्गों के साथ चौड़ी पक्की सड़कों के हाल भी बेहद खराब बने हुए हैं। वर्षों बाद भी उनकी मरम्मत नहीं होने से तो उनकी हालत लगातार बदतर हो ही रही हैं, लेकिन टूटी और चोक नालियों से रिसते पानी और जलभराव के कारण भी बेहद खराब हालत में पहुंच चुके रास्तों पर मजबूरी में रोज की आवाजाही लोगों के लिए दर्द और परेशानियों का कारण बन गई हैं। श्रीनगर से सुधीर भट्ट की रिपोर्ट...
सड़कें वैसे तो मानव जीवन की मुश्किलों को आसान बनाती हैं, लेकिन जब वो ही सड़कें लोगों के लिए दर्द के साथ परेशानियों का कारण बन जाएं तो स्थितियों की कल्पना की जा सकती है। कुछ इसीका उदाहरण देखने को मिलता है नगरनिगम श्रीनगर के वार्ड 21 में पड़ने वाले निरंजनी बाग मोहल्ले में। जहां लगभग 2500 की आबादी बुरी तरह क्षतिग्रस्त सड़कों और पैदल सम्पर्क मार्गों पर रोज आवाजाही करने को मजबूर है।
जीआईसी रोड़ हो, बुघाणी रोड हो, पीडब्ल्यूडी चौराहे से रेनबो स्कूल वाली सड़क हो या फिर मोहल्ले के अंदर के विभिन्न सम्पर्कमार्ग हों सभी की हालत इस कदर बुरी हैं कि उनपर वाहनों से या पैदल की रोज की आवाजाही मुश्किलों में डालने वाली है। हालांकि लंबे समय से मरम्मत का अभाव तो इसका कारण है ही लेकिन टूटी-फूटी व चोक नालियों से रिसकर निकलता पानी भी इसका कारण है। ग्लास हाउस और डाकबंगला जाने वाली सड़क के दोराहे पर तो सड़क के किनारे क्षतिग्रस्त नाली के कारण निकलते पानी से सड़क की स्थिति बेहद खराब हो गई है तो जीआईसी रोड पर भी टूटीफूटी नालियों ने भी सड़क की स्थिति को बदहाल किया हुआ है।
बरसात में तो स्थितियां बेहद खराब हो जाती हैं। मोहल्ले के आधे हिस्से में जहां सीवरलाइन नहीं होने से लोग परेशान हैं तो जहां सीवरलाइन है भी तो वहां रास्तों के बीचोंबीच मौजूद सीवरलाइन के चैम्बर सड़क की सतह से ऊपर या धंसे होने से दुर्घटनाओं की वजह बन रहे हैं। क्षेत्र में 1 भी कूड़ेदान नहीं होने, घर-घर कूड़ा उठान योजना कागजों पर होने और कभीकभार पहुंचने वाले सफाईकर्मियों के कारण नालियों, गदेरों के साथ जगह-जगह बिखरे कचरे के ढेर दिखाई देना आम बात हैं। कुछ जरूरी स्थानों पर स्ट्रीटलाइट नहीं होने से उन जगहों पर अंधेरा छाया रहता है तो कई जगह जंक लगने से सड़ेगले बिजली के पोल दुर्घटनाओं की आशंका को बढ़ाते दिखाई देते हैं। रोज आबादीक्षेत्र में पहुंचते कटखने बंदरों के झुंडों के आतंक के साथ झाड़ियों की सफाई नहीं होने, नालियों व रास्तों पर पेयजल लाइनों का मकड़जाल और सड़कों के किनारे मिट्टी पत्थरों के मलबे की सफाई नहीं होने से भी लोग खासे परेशान हैं।
वार्ड 21 में पड़ने वाले इस क्षेत्र में कचरा निस्तारण बड़ी समस्या
वार्ड 21 में पड़ने वाले इस क्षेत्र में कचरा निस्तारण भी एक समस्या बनी हुई है। आबादी क्षेत्र के बाहर 1 कूड़ेदान तो है लेकिन आंतरिक क्षेत्र में 1 भी कूड़ेदान नहीं होने व सफाई कर्मियों के कभी कभार पहुंचने के बावजूद भी सफाई के प्रति लापरवाही बरतने से कचरा जगह-जगह बिखरा दिखाई देता है। नगर निगम घर-घर कूड़ा उठान योजना के नाम पर 30 रुपये प्रति परिवार शुल्क तो लेता है लेकिन इसके बावजूद हर घर से कूड़ा उठान के लिये पालिका के सफाई कर्मी पहुंचते ही नहीं है जिस कारण लोगों में गुस्सा है। कचरा निस्तारण के प्रति लापरवाही का आलम ये है कि ओल्ड पीएनबी रोड से सटे बड़े नालों में कचरे के अम्बार लगे हैं जो निगम की सफाई व्यवस्था की पोल खोलने के लिये काफी है। अलग अलग स्थानों पर मौजूद नालियों में पटा कचरा भी इसकी गवाही देता है।
नगर पालिका से नगर निगम बनने के तीन साल बाद भी व्यवस्थाएं नहीं हो पाई हैं दुरुस्त
30 दिसम्बर 2021 में नगरपालिका से नगरनिगम बनने के 3 वर्षों बाद भी स्थितियों के दुरुस्त नहीं होने से पूरे निगम क्षेत्र की तरह निरंजनीबाग मोहल्ले के लोग भी परेशान हैं। खासतौर पर सड़कों की जीर्ण-शीर्ण स्थिति ने क्षेत्रवासियों को सबसे ज्यादा परेशान किया हुआ है। ग्लास हाउस रोड और बुघाणी रोड दोराहे के पास पीडब्ल्यूडी अंतर्गत आने वाली सड़क की स्थिति तो बेहद खराब है जहां नालियों के टूटे होने से सारा पानी सड़क पर जलभराव के साथ उसे कीचड़ से दलदला बनाये हुए है। रेनबो स्कूल वाली सड़क के हाल भी इस कदर खराब हैं कि जगह-जगह गड्ढे पड़े होने, उखड़े डामर और सड़क पर बहते पानी के कारण लोगों की आवाजाही मुश्किल बनी हुई है। ओल्ड पीएनबी रोड से निरंजनी बाग को जाते दोपहिया व पैदल सम्पर्कमार्ग की स्थिति भी अंदर घुसते ही खस्ताहाल नजर आती है। दूसरी तरफ पीडब्ल्यूडी अंतर्गत आने वाली जीआईसी रोड की स्थिति भी खराब बनी हुई है। पीडब्ल्यूडी जहां अपनी सड़कों को ठीक कराने को तैयार नहीं, जिससे लोगों को आवाजाही करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जो नगर निगम पर जिम्मेदारी डालकर पल्ला छुड़ा रहा है तो वहीं नगर निगम प्रशासन का कहना है कि पीडब्ल्यूडी से इस मामले में बात कर मामले को हल करवाया जाएगा।
टूटी नालियों के कारण सड़कों पर बहने वाले पानी से आवाजाही में होती है भारी परेशानी
1257 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले व नगरपालिका क्षेत्र सहित 21 गांवों को मिलाकर बने प्रदेश के 9वें और पहाड़ी क्षेत्र के पहले नगरनिगम श्रीनगर का भाग निंरजनी बाग मोहल्ले में चोक व क्षतिग्रस्त नालियों से भी लोग परेशान हैं। बुघाणी रोड व जीआईसी रोड पर तो इसकी तस्वीर रोज देखी ही जा सकती है जहां नालियों से निकलता पानी सड़कों पर आवाजाही को मुश्किल बना रहा है लेकिन बुघाणी सड़क से निचले क्षेत्र में ओल्ड पीएनबी रोड और जीआईसी रोड से पैदल सम्पर्कमार्ग पर प्रवेश के बाद और निचले क्षेत्र में तो नालियां नहीं होने से जरा सी बारिश में जलभराव होने से लोगों की परेशानियां बहुत बढ़ जाती हैं। अपने संसाधनों से किसी तरह मुश्किलों में इन परिस्थितियों से निपटते लोगों के लिए बरसात आफत से कम नहीं होती। आबादीक्षेत्र में बिजली के जंक लगे और सड़ेगले पोलों को लम्बे समय बाद भी नहीं बदलने से उनके कभी भी गिरकर दुर्घटना का कारण बनने की आशंका भी लोगों को डरा रही है लेकिन बिजली विभाग इस ओर लापरवाह बना हुआ है। रोज आबादीक्षेत्र में पहुंचने वाले कटखने बंदरों के झुंडों के आतंक ने भी लोगों को खौफजदा किया हुआ है। कई बार हमलावर बंदर लोगों को काटकर घायल भी कर चुके हैं बावजूद इसके नगरनिगम इस समस्या के समाधान के प्रति उदासीन बना हुआ है। इससे साथ ही स्थानीय लोगों ने अपनी कई अन्य समस्याओं को भी उठाया। लोगों का कहना है कि जिम्मेदार विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
सुझाव
1. जिस आबादीक्षेत्र में सीवरलाइन नहीं है वहां सीवरलाइन डाली जाएं। झाड़ियों की सफाई हो और पर्याप्त स्ट्रीट लाइटों की व्यवस्था हो।
2. चोक नालियों की सफाई के साथ क्षतिग्रस्त नालियों को ठीक किया जाए, जहां नालियां नहीं हैं वहां निर्माण हो।
3. सड़कों पर मौजूद सीवरलाइन के उठे व धंसे चैम्बरों को ठीक किया जाए। सड़े-गले बिजली के पोलों को बदला जाय।
4. घर-घर कूड़ा उठान सुविधा के साथ पर्याप्त कूड़ेदानों और नियमित सफाईकर्मी की व्यवस्था हो।
5. क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत हो और सड़कों के किनारे पड़े मलबे को हटाया जाए कटखने बंदरों और लावारिस पशुओं का इंतजाम हो।
शिकायतें
1. आधे आबादीक्षेत्र में सीवरलाइन नहीं होने से दिक्कतें हो रही हैं तो कई जगह खुले में बहता है सीवर।
2. चोक व क्षतिग्रस्त नालियों की वजह से गंदा पानी सड़कों पर बहकर उन्हें खराब कर रहा है। कई जगह नालियां ही नहीं हैं।
3. सड़क की सतह से उठे व धंसे सीवरलाइन के चैम्बरों व क्षतिग्रस्त ढक्कनों से आवाजाही में परेशानी। सड़े-गले बिजली के पोलों से खतरा।
4. आबादीक्षेत्र में न तो कूड़ेदान हैं, न घर-घर कूड़ा उठान और ना ही नियमित तौर पर सफाईकर्मी की कोई व्यवस्था है।
5. क्षतिग्रस्त सड़कों की नहीं हुई मरम्मत। सड़कों के किनारे पड़ा है मलबा। कटखने बंदरों और लावारिस पशुओं से हो रही दिक्कतें। झाड़ियों की सफाई नहीं।
आबादी क्षेत्र सीवर लाइन से नहीं जुड़ने से दिक्कत
क्षेत्र के आधे हिस्से में सीवरलाइन नहीं होने से भी लोग परेशान हैं। जीआईसी रोड और ओल्ड पीएनबी रोड से अंदर के निचले आबादी क्षेत्रों और रेनबो स्कूल सड़क के बांयी हिस्से वाले आबादीक्षेत्र के सीवरलाइन व्यवस्था से नहीं जुड़े होने के कारण भी लोग दिक्कतें झेल रहे हैं। जहां सीवरलाइन नहीं है वहां तो लोग परेशान हैं, जहां सीवरलाइन है भी वहां बीच रास्तों से होकर जाती सीवरलाइन के चैम्बर लोगों के लिये आवाजाही के दौरान मुसीबत बने हुए हैं। सड़क की सतह से धंसे या उठे चैम्बरों के कारण आवाजाही के दौरान इनपर ठोकरें लगकर चोटिल होना आम बात है। बावजूद इसके जलसंस्थान और नगरनिगम दोनों लापरवाह बने हुए हैं। ग्लास हाउस रोड और गुरुद्वारा रोड पर स्ट्रीटलाइट की कमी बनी हुई है तो कई स्थानों पर मौजूद स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी हुई हैं। पौड़ी हाईवे पर बनाई गई गौशाला के बावजूद रास्तों पर गोवंश से लोग परेशान हैं।
बोले लोग
नाली नहीं होने के कारण जरा सी बरसात में सम्पर्कमार्ग पर जलभराव हो जाता है। जिस कारण उन्बें आवाजाही में बहुत परेशानियां होती हैं। निगम इस ओर ध्यान दे। -सुमति देवी कठैत, स्थानीय निवासी
क्षेत्र में लंबे समय से क्षतिग्रस्त रास्तों को प्रमुखता से ठीक किया जाना चाहिए, जिससे स्थानीय लोगों को आवाजाही करने में दिक्कतों का सामना न करना पड़े। -सुमन देवी, स्थानीय निवासी
रास्तों के किनारों और नालों में बिखरे कचरे के ढेरों से बहुत दिक्कतें होती हैं, नगर निगम को इस ओर ध्यान देना चाहिए और रास्तों के किनारों की नियमित सफाई हो। -सुमन रतूड़ी, स्थानीय निवासी
क्षेत्र में स्ट्रीट लाइटस की पर्याप्त व्यवस्था के साथ वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था हो। क्योंकि लोग पार्किंग नहीं होने से गलियों में वाहनों के पार्क कर देने हैं, जिससे दिक्कतें होती हैं। -रानी कैंत्यूरा, स्थानीय निवासी
स्ट्रीटलाइट के बार-बार खराब होने, नगर निगम और ऊर्जा निगम के एक दूसरे पर जिम्मेदारी डालने से हमें परेशानियां हो रही हैं, इसलिए इसका समाधान किया जाए। -प्रेम सिंह रावत, स्थानीय निवासी
पूरे क्षेत्र में नालियों और सड़कों की स्थिति बेहद खराब हैं जिन्हें ठीक किया जाना जरूरी है। इसके साथ कूड़ा निस्तारण व्यवस्था पर भी नगर निगम को ध्यान देना चाहिए। -आनंद मोहन नौटियाल, स्थानीय निवासी।
ओल्ड पीएनबी रोड से लगे नाले में कचरे के ढेरों से उठती बदबू से बेहद परेशानी हो रही है। नगर निगम को इस नाले को ढकने के साथ नियमित सफाई करनी चाहिए। ताकि लोगों को परेशानी न हो। -ममता पंवार, स्थानीय निवासी
संकरे रास्तों को चौड़ा किया जाना चाहिए। इसके साथ ही लीक होती सीवरलाइन को समय रहते दुरुस्त किया जाय, जिससे स्थानीय लोगों को मुश्किलों का सामना न करना पड़े। -नीकिता भंडारी, स्थानीय निवासी
जीआईसी रोड पर नालियां क्षतिग्रस्त हो रखी हैं । जिनसे गंदा पानी कई बार ओवरफ्लो होने के बाद सड़क पर बहता है। इससे स्थानीय लोगों को आवाजाही करने में परेशानियां होती हैं। -रजनी पंवार, स्थानीय निवासी
बुघाणी रोड पर नाली की सफाई नहीं होने व उसे गहरा नहीं किये जाने के कारण गंदा व बरसाती पानी नीचे बस्ती में आने से परेशानियां होती हैं। नगर निगम और पीडब्ल्यूडी को इसका समाधान करना चाहिए। -केदार सिंह रावत, स्थानीय निवासी
नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत क्षतिग्रस्त रास्तों और सड़कों की दशा सुधारी जाय और कटखने बंदरों और लावारिस पशुओं की नगर निगम व्यवस्था करे, जिससे जनता को दिक्कतें न हों। -उमा देवी, स्थानीय निवासी
बोले जिम्मेदार
श्रीनगर की मेयर आरती भंडारी का कहना है कि हमारी कोशिश है कि निरंजनी बाग समेत पूरे निगमक्षेत्र में जनसमस्याओं का समाधान त्वरित गति से समय पर हो। हमारा प्रयास है कि उपलब्ध संसाधनों में निगमक्षेत्र में हम बेहतर सेवाएं दे सकें जिससे जनता को परेशानियां न हों। पार्षद अंजना रावत का कहना है कि निरंजनी बाग सहित पूरे वार्ड में क्षतिग्रस्त सड़कों, नालियों को दुरुस्त करने के साथ जिन क्षेत्रों में सीवरलाइन नहीं हैं वहां उसकी व्यवस्था किये जाने की कोशिश होगी। इसके साथ जिन स्थानों पर स्ट्रीटलाइट्स नहीं हैं वहां स्ट्रीय लाइटें लगवाई जाएगी। जलसंस्थान के एई कृष्णकांत का कहना है कि जीआईसी रोड पर नई पेयजल लाइन डालने के लिये खोदी गई सड़क के मलबे को हटाया जायेगा। जिन स्थानों पर पेयजल पाईप लाइनें लीक कर रही हैं उन स्थानों पर शिकायत मिलने पर हम उन्हें ठीक करवा देंगे। समस्यांए प्रमुखता से हल की जाएंगी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।