अक्षय तृतीया पर 1 नहीं बल्कि 7 शुभ योग, मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए करें ये काम
Akshaya Tritiya 2025: अक्षय तृतीया के दिन दान का सर्वाधिक महत्व होता है। अक्षय का अर्थ ही है जो कभी क्षय ना हो, शास्त्र के अनुसार मान्यता है की इस दिन किया हुआ दान कभी व्यर्थ नहीं होता है।

Akshaya Tritiya 2025: वैशाख माह शुक्ल पक्ष की तृतीया अक्षय तृतीया पर्व के रूप में मनाई जाती है। इस साल 30 अप्रैल बुधवार को मनाई जाएगी अक्षय तृतीया, जिसका आरंभ 29 अप्रैल की सायं 5 बजकर 32 मिनट को होकर 30 अप्रैल की दोपहर 2 बजकर 12 मिनट तक रहेगी। इसलिए उदया तिथि होने के कारण यह 30 अप्रैल को ही मनाई जाएगी। इस दिन मंगल कार्य करना शुभ माना जाता है। मिथिला विश्वविद्यालय पंचांग के अनुसार, इस बार अक्षय तृतीया 30 अप्रैल, बुधवार को पूरे दिन ही मनाई जाएगी। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा एवं उनकी चरण पादुका की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन दान का सर्वाधिक महत्व होता है। अक्षय का अर्थ ही है जो कभी क्षय ना हो, शास्त्र के अनुसार मान्यता है की इस दिन किया हुआ दान कभी व्यर्थ नहीं होता है।
अक्षय तृतीया पर 1 नहीं बल्कि 7 शुभ योग: श्री हरि ज्योतिष केंद्र के ज्योतिर्विद पंडित सुरेंद्र शर्मा के अनुसार, इस दिन विशेष शुभ मुहूर्त सुबह 06.15 से दोपहर के 12.30 बजे तक रहेगा। इस दिन गजकेसरी राजयोग, रवि योग, चतुग्रही योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग एवं शोभन योग और लक्ष्मी नारायण राजयोग बन रहे हैं। यह दुर्लभ संयोग आकस्मिक धन लाभ और तरक्की के योग बना रहे हैं। अक्षय तृतीय पर मां लक्ष्मी के पूजन का विधान है।
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए करें ये काम: इस दिन मां लक्ष्मी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। मां लक्ष्मी का आगमन मुख्य द्वार से होता है। इसलिए इस द्वार पर दीपक जलाकर रखना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं व धन-धान्य में वृद्धि होती है।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।