मंगल, शनि के इस योग के कारण बढ़ेंगी शनि की विध्वंसक शक्तियां, आपकी राशि पर क्या होगा असर
षडाष्टक योग में देखा जाए तो मंगल की आठवीं दृष्टि शनि पर होगी। रिणाम स्वरूप शनि की विध्वंसक शक्ति बढ़ जाएगी। जिसका नकारात्मक प्रभाव राशियों पर देखने को मिलेगा। जानें अपनी राशि का हाल

7 जून को मंगल के सिंह राशि में प्रवेश करते ही मीन राशि में गोचर करते हुए शनि के साथ छठवें और आठवें का योग संबंध स्थापित हो जाएगा। जिससे षडाष्टक योग कहा जाता है। षडाष्टक योग में देखा जाए तो मंगल की आठवीं दृष्टि शनि पर होगी। इस योग के बनने के कारण शनि के स्वभाव में विकृति एवं तीव्रता बढ़ जाएगी। जिससे शनि की विध्वंसक शक्ति बढ़ जाएगी। इस योग के कारण शनि का नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा। इस योग के कारण शनि विभिन्न राशियों को प्रभावित करेंगे। प्राकृतिक दुर्घटनाओं के रूप में, भूस्खलन के रूप में, आगजनी में वृद्धि के रूप में, ज्वालामुखी फटने के रूप में तथा सभी राशियों पर इसका व्यापक प्रभाव पड़ेगा।
मेष राशि के लिए खर्च में वृद्धि करने वाला होगा। यात्रा में वृद्धि करने वाला होगा। दूरस्थ यात्रा में सावधानी बरतनी की आवश्यकता होगी ।
वृष राशि के लिए आय के संसाधनों में वृद्धि करने वाला होगा। व्यापार में वृद्धि करने वाला होगा। वाहन सुख में वृद्धि करने वाला होगा तथा पैतृक संपत्ति को क्षति या तनाव उत्पन्न करने वाला हो सकता है।
मिथुन राशि के लिए देखा जाए तो परिश्रम में वृद्धि, कार्यस्थल में परिवर्तन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। क्रोध में वृद्धि हो सकती है। कार्यस्थल पर तनाव की स्थिति उत्पन्न होती दिखाई दे सकती है।
होगीकर्क राशि के लिए धन वृद्धि कारक होगा। पेट की समस्या उत्पन्न होगी। कार्यों में भाग्य का साथ कम प्राप्त होगा। पिता के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ेगी। दांपत्य सुख में तनाव बढ़ेगा।
सिंह राशि के लिए क्रोध में वृद्धि करने वाला होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि करने वाला होगा। पेट की समस्या उत्पन्न करने वाला होगा। वाणी की तीव्रता में वृद्धि करने वाला होगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ेगी।
कन्या राशि के लिए पराक्रम एवं पुरुषार्थ में वृद्धि होगी। खर्चे में वृद्धि होगी। दिखावे में खर्च बढ़ेगा । शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी मानसिक उलझन में वृद्धि होगी। पिता के स्वास्थ्य में अवरोध उत्पन्न होगा ।
तुला राशि के लिए आर्थिक वृद्धि करने वाला होगा। मांगलिक कार्यों में वृद्धि होगी। संतान पक्ष से लाभ होगा । प्रतियोगिता में विजय प्राप्त होगा। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी।
वृश्चिक राशि के लिए सामाजिक पद प्रतिष्ठा सम्मान में वृद्धि होगा। क्रोध में वृद्धि होगी। मनोबल में वृद्धि होगा। घबराहट में वृद्धि होगी। संतान की प्रगति से मन प्रसन्न रहेगा। साझेदारी के कार्यों में अवरोध उत्पन्न होगा।
धनु राशि के लिए पराक्रम एवं पुरुषार्थ में वृद्धि होगी। सामाजिक दायरे में वृद्धि होगी। दूरस्थ यात्रा पर खर्च बढ़ेगा। आंखों की समस्या के कारण तनाव होगा। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगा। वाहन पर खर्च बढ़ेगा। मानसिक उलझन में वृद्धि होगी।
मकर राशि वालो का पराक्रम एवं पुरुषार्थ बढ़ेगा। भाई बहनों मित्रों का सहयोग बढ़ेगा। वाणी की तीव्रता या कटुता में वृद्धि होगी। पेट में पैर की समस्या में वृद्धि होगी। संतान पक्ष को लेकर चिंता वृद्धि होगी, अचानक खर्चे में वृद्धि होगी।
कुंभ राशि वालो के क्रोध में अचानक तीव्र गति से वृद्धि होगी। वाणी में नकारात्मकता बढ़ेगा। पारिवारिक तनाव में वृद्धि होगा। स्वास्थ्य में सुधार होगा। घबराहट में वृद्धि होगी। पैर में दर्द बढ़ सकता है।
मीन राशि वालो के कार्यों में भाग्य का साथ प्राप्त होगा। प्रतियोगिता में विजय प्राप्त होगी। मानसिक उलझन में वृद्धि होगी। सिर में दर्द एवं चोट की समस्या उत्पन्न हो सकती है ।अचानक क्रोध एवं झल्लाहट में वृद्धि होगा। दांपत्य सुख में तनाव व प्रेम संबंधों में अवरोध उत्पन्न होगा।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।