शनि मीन राशि में कब तक? जानें किन 5 राशियों पर शनि की साढ़ेसाती व ढैय्या का प्रभाव
- Rashifal Saturn Transit Saturn Horoscope in Pisces: एक राशि में शनि देव लगभग ढाई साल तक विराजमान रहते हैं। इस वक्त शनि देव मीन राशि में बैठे हुए हैं। शनि के मीन गोचर से कुछ राशियों पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या शुरू होगी तो कुछ को मुक्ति भी मिलेगी।

Rashifal Saturn Transit Saturn Horoscope in Pisces: शनि को कर्मफल दाता और न्यायाधीश ग्रह के नाम से जाना जाता है। शनि का गोचर अन्य ग्रहों की तुलना में ज्यादा समय लेता है। मार्च में 29 तारीख को शनि देव ने मीन राशि में प्रवेश किया, जिसका स्वामित्व गुरु को प्राप्त है। एक राशि में शनि देव लगभग ढाई साल तक विराजमान रहते हैं। इस वक्त शनि देव मीन राशि में बैठे हुए हैं। शनि अगला राशि परिवर्तन मंगल की मेष राशि में करेंगे। 2025 में शनि के मीन गोचर से कुछ राशियों पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या शुरू होगी तो कुछ को मुक्ति भी मिलेगी। जानें, क्या रहेगा आपकी राशि का हाल…
शनि मीन राशि में कब तक? जानें किन 5 राशियों पर शनि की साढ़ेसाती व ढैय्या का प्रभाव
2025 में 29 मार्च के दिन शनि देव कुंभ राशि से मीन राशि का सफर पूरा कर चुके हैं। मीन राशि में प्रवेश करते ही मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव शुरू हो गया है। मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती का पहला स्टेज साल 2025 में शुरू होगा, मीन राशि वालों पर दूसरा चरण और कुंभ राशि वालों पर साढ़ेसाती का आखिरी चरण रहेगा। दृक पंचांग के अनुसार, शनि देव जून 3, 2027, बृहस्पतिवार को 06:23 बजे मेष राशि में प्रवेश करेंगे। मेष राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव 31 मई 2032 तक रहेगा।
शनि की ढैया: मीन राशि में शनि देव के विराजमान रहने से सिंह और धनु राशि पर शनि की ढैया का प्रभाव रहेगा।
3 राशियों को मुक्ति: शनि देव के मीन राशि में प्रवेश करते ही मकर राशि वालों पर शनि साढ़ेसाती का प्रभाव खत्म हुआ। इसके साथ ही कर्क और वृश्चिक राशि पर चल रही शनि की ढैय्या भी खत्म हो गई।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।