Shani Meen Rashi: गुरु की मीन राशि में शनि के आने से साढ़ेसाती और शनि का प्रभाव क्या असर दिखाएगा?
शनि मीन राशि में गोचर कर रहे हैं। 29 मार्च को शनि 30 साल बाद अपनी स्वराशि कुंभ से गुरु की राशि मीन में प्रवेश करेंगे। मीन राशि में शनि की साढ़ेसाती भी चल रही है। इस तरह शनि के दोहरे प्रभाव से गुरु की मानी राशि रहेगी।

शनि मीन राशि में गोचर कर रहे हैं। 29 मार्च को शनि 30 साल बाद अपनी स्वराशि कुंभ से गुरु की राशि मीन में प्रवेश करेंगे। मीन राशि में शनि की साढ़ेसाती भी चल रही है। इस तरह शनि के दोहरे प्रभाव से गुरु की मानी राशि रहेगी। आपको बता दें कि मीन राशि के स्वामी गुरु हैं और गुरु और शनि में मित्रता का भाव नहीं है। शनि इस राशि में ढ़ाई साल रहेंगे और इस दौरान कई ग्रहों से युति बनाएंगे। शत्रुता का भाव है। ऐसे में शनि का मीन राशि में प्रवेश से कई राशियों के लिए अच्छा समय तो कई के लिए बुरा समय लाएगा। लेकिन जिस राशि में शनि प्रवेश कर रहे हैं, उस राशि पर क्या प्रभाव होगा आइए जाते हैं। इससे जुड़े उपाय भी आप लोगों को बताएंगे।
मीन राशि पर असर
सबसे पहले आपको जान लेना चाहिए कि इस समय मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण चल रहा है। 29 मार्च में जब शनि कुंभ राशि से मीन राशि पर प्रवेश करेंगे, तब मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण शुूरू हो जाएगा। इसके बाद शनिदेव जब 2027 में राशि परिवर्तन कर वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे तब मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती का अंतिम चरण होगा। दूसरे चरण में शनि देव आपके कर्मों को लेनदेन करते हैं। इस दौरान आर्थिक तौर पर आपकी लाइफ में दिक्कतें सामने आती हैं। इन मुश्किलों से दूर रहने के लिए आपको शनि के उपाय जरूर कर लेने चाहिए। हेल्थ और मानसिक परेशानियां भी आपको सताएंगी।
उपाय
शनि की साढ़ेसाती और दोषों को कम करने के लिए अनुशासन और धैर्य रखना होगा। इस दौरान अपने नीचे काम करने वालों की मदद और आर्थिक तौर पर सहायता करें। किसी जरूरतमंद को आप जरूरी चीजें दें। इस समय शराब और तामसिक चीजों का त्याग कर अनुशासन में रहने और कठिन मेहनत करने की आदत डालें। इस दौरान छाया दान करें। पीपल के पेड़ के पास शनिवार को दीप जलाएं।
इस आलेख में दी गईजानकारियों का हम दावा नहीं करते कि वो सत्य और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की राय जरूर लें।