मई में विनायक चतुर्थी कब? जानें इस दिन क्या करें व क्या नहीं
Vinayaka Chaturthi : मई महीने की इस चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाएगा। इस दिन संध्या में व्रती चंद्रमा को अर्घ्य देंगी और भगवान गणेश और चन्द्र देव की आराधना करेंगी।

मई में विनायक चतुर्थी कब: विनायक चतुर्थी का व्रत भगवान गणेश जी को समर्पित है। हर महीने में एक बार यह तिथि पड़ती है। इस तिथि के दिन महिलायें संतान की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं व गणेश जी का पूजन करती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, विनायक चतुर्थी का व्रत रखने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। मई के महीने में वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि का व्रत रखा जाएगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार, 30 अप्रैल को शुक्ल चतुर्थी तिथि की शुरुआत दोपहर 2:12 बजे तक होगी, जिसका समापन 01 मई को सुबह 11:23 मिनट तक होगा। आइए जानते हैं वैशाख विनायक चतुर्थी के दिन क्या करना चाहिए व क्या नहीं-
जानें इस दिन क्या करें व क्या नहीं?
क्या करें- वैशाख विनायक चतुर्थी के दिन शुभ मुहूर्त में गणेश भगवान की पूजा करें। इस दिन व्रत न रखा हो तो सात्विक भोजन करने की कोशिश करें। व्रत रखने से पूर्व व्रत रखने का संकल्प जरूर लें। व्रत के सभी नियमों का पालन करें। पारण सूर्योदय के पाश्चात्य करना उत्तम रहेगा। इस दिन भजन-कीर्तन भी किया जाता है।
वैशाख विनायक चतुर्थी पर क्या न करें?
मास-मदिरा- वैशाख विनायक चतुर्थी के दिन मास-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन तामसिक भोजन का सेवन करने से भगवान गणेश नाराज हो सकते हैं।
तुलसी- भगवान गणेश के पूजन में तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसलिए वैशाख विनायक चतुर्थी के दिन गणेश जी को तुलसी अर्पित न करें।
काले वस्त्र- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, वैशाख विनायक चतुर्थी के दिन काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। भगवान गणेश की कृपा दृष्टि बनाए रखने के लिए इस दिन पीले रंग के वस्त्र धारण करना अत्यंत शुभ रहेगा।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।