पीएम मोदी की सीवान रैली पर प्रशासन अलर्ट, बिप्रसे के 25 अधिकारियों की तैनाती, सीएस ने की समीक्षा बैठक
पीएम मोदी एक बार फिर बिहार दौरे पर आ रहे है। 20 जून को सीवान में बड़ी जनसभा करेंगे। जिसके लिए प्रशासन की तैयारियां तेज हो गई हैं। मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने प्रधानमंत्री के बिहार दौरे के पूर्व तैयारियों की समीक्षा की। बिहार प्रशासनिक सेवा (बिप्रसे) के 25 पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर बिहार दौरे पर आ रहे हैं। 20 जून को सीवान में बड़ी जनसभा करेंगे। इस दौरान 10 हजार करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। जिसके मद्देनजर प्रशासन हाई अलर्ट पर है। शनिवार को मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने प्रधानमंत्री के बिहार दौरे के पूर्व तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने संबंधित जिलाधिकारियों को कई टास्क भी सौंपे। पीएम के बिहार दौरे को देखते हुए मुख्य सचिव ने शुक्रवार को सीवान, गोपालगंज और छपरा के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग कर तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी भी उपस्थित रहे।
पीएम मोदी की सीवान के पचरूखी प्रखंड के जसरौली खर्ग गांव में संभावित जनसभा को लेकर राज्य सरकार ने बिहार प्रशासनिक सेवा (बिप्रसे) के 25 पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की है। इन्हें 18 जून को सिवान समाहरणालय में रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा शुक्रवार को इन पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति का आदेश जारी किया गया। इन्हें सीवान के जिलाधिकारी के निर्देश पर काम करने को कहा गया है। जिसमें पश्चिमी चंपारण, मुजफ्फरपुर, सारण, बक्सर, भोजपुर, गोपालगंज, औरंगाबाद,पटना सहित अन्य जिलों में तैनात पदाधिकारी शामिल हैं।
इससे पहले 29 और 30 मई को प्रधानमंत्री बिहार दौरे पर आए थे। इस दौरान उन्होने पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का उद्घाटन किया और बिहटा में बनने वाले एयरपोर्ट का भी शिलान्यास किया। पटना में पीएम मोदी का रोड शो भी हुआ था। प्रधानमंत्री 24 अप्रैल को भी बिहार दौरे पर आए थे। इस दौरे में पीएम नरेंद्र मोदी मधुनबी रैली को संबोधित किया था। वहीं से पहलगाम आतंकी हमले पर आंतकियों को चेताते हुए कहा था कि कल्पना से भी बड़ी सजा दी जाएगी। जिसके बाद ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया था। जिसके तरह आतंकियों के कैंप को तबाह कर दिया था। और 100 से ज्यादा आतंकी ढेर हुए थे।