आरा स्टेशन पर मारपीट में जख्मी छात्र की 17 दिन बाद मौत
-इलाज के दौरान पटना स्थित एम्स सोमवार की सुबह छात्र ने तोड़ा दम, हीं की कार्रवाई आरा फोटो : सत्यम कुमार, मृत छात्र की फाइल फोटो आरा। हिन्दुस्तान संवाददाता आरा रेलवे स्टेशन पर मारपीट में जख्मी

-इलाज के दौरान पटना स्थित एम्स सोमवार की सुबह छात्र ने तोड़ा दम -आरा स्टेशन पर 27 अप्रैल की रात ट्रेन पर चढ़ने के दौरान हुई थी मारपीट -परिजनों का आरोप : आवेदन देने के बाद भी रेल पुलिस ने नहीं की कार्रवाई आरा। हिन्दुस्तान संवाददाता आरा रेलवे स्टेशन पर मारपीट में जख्मी स्नातक के एक छात्र की 17 दिन बाद मौत हो गई। इलाज के दौरान पटना स्थित एम्स में सोमवार की सुबह उसने दम तोड़ दिया। मृत छात्र मूल रूप से बिहिया थाना क्षेत्र के ओसाई गांव निवासी हरिद्वार ठाकुर का 26 वर्षीय पुत्र सत्यम कुमार था। वह काफी सालों से टाउन थाना क्षेत्र के पश्चिम टोला मोहल्ले में अपने परिवार के साथ रहता था।
परिजनों के अनुसार मारपीट के दौरान बदमाशों ने उससे करीब एक लाख 20 हजार रुपए और सोन की चेन भी छीन ली थी। वहीं उस मामले में रेल पुलिस की ओर से अब तक प्राथमिकी भी दर्ज नहीं की गयी है। परिजनों ने बताया कि वह करीब दो वर्षों से बीमार चल रहा था। पिछले एक वर्ष से उसका इलाज के यूपी में लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल में चल रहा था। उसी सिलसिले में गत 27 अप्रैल की रात वह अपने पिता के साथ चंडीगढ़ सुपरफास्ट एक्सप्रेस से लखनऊ जाने के लिए आरा रेलवे स्टेशन पर पहुंचा था। दो नंबर प्लेटफॉर्म पर ट्रेन पर चढ़ने के दौरान कुछ लोगों ने उसका कॉलर पकड़ ट्रेन से नीचे उतार दिया। इसका विरोध करने पर बदमाशों ने उसे पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था। वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। इसके बाद उसे इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया गया था। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर हालत देखते हुए पटना रेफर कर दिया गया था। तब उसे इलाज के लिए पटना स्थित एम्स ले जाया गया था। उसी समय से एम्स में ही उसका इलाज चल रहा था। इस बीच सोमवार की सुबह उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजन शव लेकर घर ले आए। इधर, परिजनों का कहना है कि मारपीट की घटना को लेकर उसके बड़े भाई सतीश कुमार की ओर से 28 अप्रैल को जीआरपी थाने में आवेदन दिया गया था। इसमें कहा गया था कि 27 अप्रैल की रात सत्यम कुमार आरा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर दो से गाड़ी संख्या (22355) पाटलिपुत्र-चंडीगढ़ एक्सप्रेस में चढ़ रहा था। तभी कुछ व्यक्तियों की ओर स मारपीट की गयी और सोने की चेन व इलाज के लिए बैग में रखे गए एक लाख 20 हजार रुपये भी छीन लिये थे। हालांकि परिजनों का आरोप है कि रेल पुलिस की ओर से इस मामले में अब तक न प्राथमिकी दर्ज की गयी है और न ही कोई कार्रवाई की गयी है। इससे परिजनों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। छिनतई करने वाला गिरोह सक्रिय आरा रेलवे जंक्शन पर छिनतई करने वाले गिरोह की सक्रियता है। मोबाइल सहित अन्य सामान छीनने के चक्कर में गैंग के सदस्यों की ओर से यात्रियों के साथ मारपीट और ट्रेन से फेंकने जैसी घटनाओं को भी अंजाम दिया गया है। बता दें कि हाल में ही स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर दो पर मोबाइल छिनतई के दौरान मुजफ्फरपुर जिले के कथराई थाना क्षेत्र के सदलपुर गांव निवासी संजय तिवारी को ट्रेन से धक्का दे दिया था। वह गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। चार मई को भी आरा स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर दो पर ही रविवार की सुबह मोबाइल छिनतई के दौरान सिकरहट्टा थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव निवासी कामेश्वर सिंह की पुत्री तनु कुमारी को भी बदमाशों ने ट्रेन से धकेल दिया था। इससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गयी थी। हालांकि इस मामले में रेल पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था।
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