अररिया जिले को मिलीं 546 एएनएम, 528 ने संभाला कार्यभार
अररिया जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच में सुधार की उम्मीद है। राज्य सरकार ने 546 एएनएम की पदस्थापना की है, जिसमें से 528 एएनएम ने कार्यभार संभाल लिया है। इससे टीकाकरण, प्रसव पूर्व...

सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता व पहुंच में सुधार होने की उम्मीद टीकाकरण व प्रसव पूर्व देखभाल जैसी सेवाओं में भी मिलेगी राहत स्वास्थ्य जागरूकता, परिवार नियोजन अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन में मिलेगी मदद सबसे अधिक 71 अररिया सदर प्रखंड में तो सबसे कम 46 एएनएम कुर्साकांटा में हुई पदस्थापना अररिया, वरीय संवाददाता जिले के लिए अच्छी खबर ये है कि स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत व सुलभ बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार की ओर से अररिया जिले में 546 एएनएम की पदस्थापना की गयी है। खास बात ये कि इसमें अब तक 528 एएनएम आवंटित प्रखंडों में अपना योगदान ले चुकी हैं।
शेष बचे एएनएम के भी जल्द कार्यभार ग्रहण कर लेने की संभावना है। राज्य स्तर से बड़ी संख्या में एएनएम बहाल किये जाने से जिले के सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता व पहुंच में व्यापक सुधार की उम्मीद है। गौरतलब है कि टीकाकरण व प्रसव पूर्व देखभाल जैसी सेवाओं में एएनएम की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। वहीं स्वास्थ्य जागरूकता, परिवार नियोजन सहित अन्य महत्वपूर्ण विभागीय योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में भी एएनएम की भूमिका अहम होती है। संबंधित प्रखंडों में 528 एएनएम ले चुकी हैं योगदान: डीपीएम स्वास्थ्य संतोष कुमार ने बताया कि राज्य स्तर से जिले में 546 एएनएम की बहाली की गयी है। इसमें अब तक 528 एएनएम संबंधित प्रखंडों में अपना योगदान ले चुकी हैं। उन्होंने बताया कि राज्य स्तर से प्रखंडवार एएनएम की पदस्थापना की गयी है। इसमें अररिया प्रखंड में 71, रानीगंज में 68, भरगामा में 55, नरपतगंज में 55, फारबिसगंज में 62, जोकीहाट में 76, पलासी में 57, सिकटी में 56 व कुर्साकांटा में 46 एएनएम की पदस्थापित किये जाने की जानकारी उन्होंने दी। बड़ी संख्या में जिले में एएनएम बहाल किये जाने से सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिलेगी। इससे नियमित टीकाकरण सहित मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिलेगी। जिले में एएनएम के एक हजार से अधिक पद स्वीकृत: डीएमएनई पंकज कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि राज्य स्तर से जिले में एएनएम के स्वीकृत पदों की संख्या 1100 के करीब है। इसमें पूर्व से 346 एएनएम जिले में कार्यरत थी। राज्य स्तर से 546 एएनएम बहाल किये जाने के बाद एएनएम की कुल संख्या 882 हो गयी है। इसके अतिरिक्त एनएचएम द्वारा निविदा पर बहाल 121 एएनएम विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों पर अपनी सेवाएं दे रही हैं। नव पदस्थापित एएनएम की मदद से जिले में टीकाकरण, एएनसी जांच जैसी सेवाओं को अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा। इससे संस्थागत प्रसव संबंधी मामलों में बढ़ोतरी होगी। प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं में होगा गुणात्मक सुधार: सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने कहा कि बड़ी संख्या में एएनएम की तैनाती से जिले की प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं में गुणात्मक सुधार होगा। एएनएम को ग्राामीण स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ बताते हुए उन्होंने कहा कि यह बहाली जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को नई दिशा देगी। इससे सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के क्रियान्वयन में गति आयेगी। उन्होंने कहा कि नवनियुक्त सभी एएनएम पूर्ण निष्ठा व जिम्मेदारी पूर्वक अपने कर्तव्यों का निवर्हन करें। ताकि सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति आमजन का विश्वास और अधिक मजबूत हो सके।
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