सरकारी निर्देश को भी ठेंगा दिखा सड़क पर सुखाया जा रहा है मक्का
सरकारी निर्देश को भी ठेंगा दिखा सड़क पर सुखाया जा रहा है मक्कासरकारी निर्देश को भी ठेंगा दिखा सड़क पर सुखाया जा रहा है मक्कासरकारी निर्देश को भी ठेंगा द
अररिया/रानीगंज, हिन्दुस्तान टीम। पिछले माह सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सड़क पर मक्का सुखाने वालों पर कार्रवाई करने की बात कही गई थी। थानाध्यक्षों को निर्देश दिया था कि सड़क पर मक्का सुखाने वालो को जागरूक करें कि वे सड़क पर मक्का न सुखाएं और मक्का सुखाने वाले लोगों के मक्के को जब्त कर लिया जायेगा। लेकिन इस निर्देश की अनदेखी कर रानीगंज क्षेत्र में धड़ल्ले से सड़कों पर मक्का सुखाया जाता है। सड़क पर मक्का सुखाने के कारण आये दिन लोग सड़क हादसे का शिकार हो रहें है। सरकारी निर्देश के बाबजूद भी लोग मक्का सुखाने से परहेज नहीं कर रहे है।
किसान मक्के को सड़क के आधे से अधिक हिस्से पर फैलाकर रखते हैं और बगल में पत्थर, लकड़ी आदि के बोल्डर रख देते है। जिससे सड़क दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। किसानों के द्वारा सड़क पर मक्का सुखाना शुरू कर दिया है ऐसा लगता है जैसे सड़क ही खेत खलिहान बन गया है। सड़क पर मक्का रहने के कारण लोगों को आवागमन में काफी परेशानी होती है। सड़कों पर मकई सुखाने से वाहन चालकों को आवागमन में काफी कठिनाई हो रही है । किसान तो अपना लाभ उठाते हैं लेकिन राहगीर के लिए यातायात कष्टकारी साबित हो रहा है। आये दिन सड़क दुर्घटना का खतरा बना रहता है। वही प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। रानीगंज फारबिसगंज मार्ग स्टेट हाइवे 77 रानीगंज अररिया मार्ग नेशनल हाईवे 327 ई पर वन वे हो गया है। सड़क पर मक्का सुखाने के कारण हर साल सड़क दुर्घटना में लोगों की मौत होती है। लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बना रहता है। रानीगंज फारबिसगंज सड़क मार्ग बिस्टोरिया से मिर्जापुर तक सड़क मार्ग हर तरफ मकई की फसल सड़क पर पड़ी रहती है। मकई के बगल में बड़ा बड़ा रोड़ा पत्थर, ईट रख दिया जाता है ताकि वाहन मकई के तरफ नहीं आए। जो किसी भी सवार के लिए जानलेवा बन जाता है। इधर मामले को लेकर रानीगंज थानाध्यक्ष रवि रंजन ने बताया कि लोग सड़क पर मक्का न सुखाएं। खुद जागरूक बने। अन्यथा कार्रवाई की जायेगी। तीन मई को रानीगंज अररिया मार्ग एनएच 327 ई पर हाँसा गोस्वामी टोला के समीप सड़क पर मक्का रहने से गुणवंती पंचायत के पूर्व मुखिया रमेश कुमार राय बाइक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था। बीते 25 मई 2023 को रानीगंज फारबिसगंज मार्ग एसएच 77 पर डुमरिया गौदाम चौक के समीप सड़क पर मक्का सुखाने के दौरान ट्रक की चपेट में आने से रानीगंज रेफ़रल अस्पताल की करीब 40 वर्षीय एएनएम सविता देवी की मौके पर ही मौत हो गयी थी। घटना के बाद गुस्साए लोगों ने सड़क जाम कर जमकर प्रदर्शन किया था। तीन मई को रानीगंज फ़ारबिसगंज मार्ग पर मिर्जापुर के समीप सड़क पर सुखाए जा रहे मक्का के कारण बाइक सवार नरपतगंज थाना क्षेत्र के रेवाही वार्ड चार निवासी जहांगीर 52 वर्ष, उनकी पत्नी ओजेरुन निशा 48 वर्ष व आठ साल की बच्ची मंतसा गंभीर रूप से घायल हो गयी थी। सड़क पर मक्का सुखाने वाले लापरवाह किसानों पर हो प्रभावी कार्रवाई : सड़कों पर मक्का सुखाने के कारण जिले में लगातार हादसे हो रहे हैं लेकिन प्रशासन की उदासीनता के कारण इस पर प्रभावी अंकुश नहीं लग रहा है। इसका ताजा उदाहरण है सोमवार को जोकीहाट में दो युवकों की दर्दनाक मौत और गंभीर रूप से तीन घायल। जबकि सड़क सुरक्षा संबंधी जिला स्तरीय बैठक में हर बार डीएम व एसपी अपने अधीनस्थ अधिकारियों से आवश्यक दिशा-निर्देश देते रहे हैं। सच कहें तो सड़क पर मक्का सुखाने वाले किसानों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि ग्रामीण सड़कों की तो दूर की बात राष्ट्रीय राजमार्ग व स्टेट हाईवे को भी किसानों ने खलिहान बना डाला है। ऐसी स्थिति हर प्रखंड, हर पंचायत व हर गांव होकर गुजरने वाली सड़कों की है। सड़कों के किनारे जहां-तहां मक्का का ढेर लगा है तो कहीं लंबाई में दूर तक मक्का सड़क पर सूखता हुआ देखा जा रहा है। सड़क पर मक्का सूखाने के कारण सड़क की चौड़ाई संकीर्ण होती जा रही है। आवागमन बाधित हो रहा है और लगातार दुर्घटनाएं घटित हो रही है। अररिया- रानीगंज राष्ट्रीय राजमार्ग, रानीगंज-सरसी मार्ग, रानीगंज-फारबिसगंज मार्ग सहित अररिया-पूर्णिया राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी भारी तादाद में किसानों को मक्का सुखाते देखा जा रहा है। जबकि इस होकर पुलिस प्रशासन की गाड़ी कई बार गुजरती रहती है लेकिन इसका भय तक नही है। कई शिक्षकों ने बताया कि वे प्रतिदिन बाइक से स्कूल जाते हैं लेकिन सड़कों पर मक्का सुखाने से दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। गर्मी की छुट्टी के बाद फिर स्कूल जाएंगे और फिर यही स्थिति देखने को मिलेगी। आखिर प्रशासन इस पर अंकुश क्यों नहीं लगा पा रहा है। इस समस्या को रोकने के लिए प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। प्रशासन द्वारा किसानों को सड़क पर मक्का न सुखाने की चेतावनी का क्या हुआ। किसान इस आदेश का पालन क्यों नहीं कर हैं। इधर किसानों का दर्द है कि उनके पास मक्का सुखाने के लिए कोई अन्य विकल्प नहीं है। प्रशासन द्वारा कोई सरकारी सहायता उपलब्ध नहीं है। जिले के किसान नेता का कहना है कि प्रशासन को सड़क पर मक्का सुखाने की समस्या को रोकने के लिए कुछ ठोस कदम उठाने चाहिए।। किसानों को जागरूक कर उन्हें सुरक्षित तरीके से मक्का सुखाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। प्रशासन को किसानों के साथ मिलकर इस समस्या को रोकने के लिए एक कारगर योजना विकसित करनी चाहिए। अररिया एसपी अंजनी कुमार ने बताया कि पुलिस प्रशासन इस मामले में पूरी तरह गंभीर है। किसानों को सड़क पर मक्का नहीं सुखाने की चेतावनी दी जाती है। अगर इसको लेकर कोई शिकायत आती है तो विधि सम्मत कार्यवाई की जाएगी।
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