‘मासिक धर्म के प्रति संकोच दूर करना जरूरी
बेतिया में सरकारी विद्यालयों में कक्षा छह से 12वीं की छात्राओं के लिए राष्ट्रीय मासिक धर्म स्वच्छता दिवस का आयोजन किया गया। शिक्षिकाओं ने मासिक धर्म स्वच्छता के महत्व और समस्याओं पर चर्चा की।...

बेतिया। सरकारी विद्यालयों में कक्षा छह से 12वीं की छात्राओं की संगोष्ठी आयोजित कर के राष्ट्रीय मासिक धर्म स्वच्छता दिवस आयोजित किया गया। माध्यमिक शिक्षा डीपीओ गार्गी कुमारी ने बताया स्कूलों में मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन की जरूरत और उद्देश्य के बारे में जागरूकता बढ़ाई गई है। किशोरियों को महिला शिक्षिकाओं और प्रधानाध्यापकों के द्वारा बताया गया कि मासिक धर्म के दौरान विभिन्न परेशानी और समस्याओं से कैसे उबरना है। यह दिवस एक वैश्विक पहल है, जिसका उद्देश्य स्वच्छता के लाभों के बारे में शिक्षित करना, इससे जुड़े दुविधा तथा भ्रम को तोड़ना और हाइजीन, शिक्षा तक बेहतर पहुंच की जानकारी बढ़ाना है।
उच्च माध्यमिक विद्यालय कोहड़ा में मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन पर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रधानाध्यापक शिवकुमार सिंह ने कहा कि जो रूढ़िवादिता भ्रांतियां है उसे दूर करना जरूरी है। छात्राओं को चाहिए कि वे स्वच्छता के नियमों का पालन करें। अपनी शिक्षिकओं तथा सहेलियों के बीच इससे जुड़ी अनेक भ्रांतियों के बारे में खुलकर बात करें। परिचर्चा में बताया गया कि कुछ महिला या युवतियां ऐसी भी हैं, जिन्हें दो महीने के गैप में अनियमित रक्त स्राव होता है। पीरियड्स मिस हो जाते हैं, यदि पीरियड्स हर महीने सही समय पर हो तो इसका मतलब है कि आपकी सेहत और हार्मोन बैलेंस है। छात्राओं ने इस विषय पर खुलकर चर्चा की। बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम उन्हें आत्मविश्वास और जानकारी से भरते हैं।
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