नियोजित से नियमित हो गए फिरभी नहीं खत्म हुईं शिक्षकों की समस्याएं
बिहार में प्राथमिक विद्यालयों के टीईटी पास शिक्षकों को नियमित वेतन नहीं मिलने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षकों ने बताया कि उनका अंतर वेतन बकाया है और ईपीएफ खाते अपडेट नहीं होने से भी...
जिले के प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा देने वाले टीईटी पास शिक्षकों के सामने नियमित वेतन नहीं मिलने की समस्या है। शिक्षकों का कहना है कि नियमित रूप से वेतन नहीं मिलने और अंतर वेतन का भुगतान नहीं होने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति खराब हाे जाती है। टीईटी शिक्षक संघ के अध्यक्ष राहुल राज बताते हैं कि विभिन्न संस्थानों से रेगुलर मोड में प्रशिक्षित शिक्षकों के वेतन निर्धारण के बाद उनका बकाया है। इसका भुगतान अब भी लंबित है। शिक्षकों के ईपीएफ खाते को अपडेट नहीं करनेे से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वे हमेशा विभाग का चक्कर काटते रहते हैं, इनके काम के लिए अधिकारी और कर्मचारी तारीख पर तारीख देते हैं।
पर समस्या का निदान नहीं हो पा रहा है। बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश इकाई कार्यालय के सचिव मुकेश गुप्ता ने बताया कि नियमित शिक्षकों के अंतर वेतन का भुगतान जल्द होना चाहिए। अंतर वेतन का भुगतान नहीं होने से हमसभी को परेशानी होती है। इधर शिक्षक करणधीर चौरसिया का कहना है कि विशिष्ट शिक्षकों का वेतन निर्धारण कई महीनों से लंबित है। मामले में शिक्षा विभाग को कार्रवाई करनी चाहिए थी लेकिन अब तक मामला फंसा हुआ है। शिक्षक नेता अविनाश कुमार बताते हैं कि ई-शिक्षा कोष एप के माध्यम से शिक्षकों का वेतन काट लिया जाता है। वेतन कटौती का किसी को पता नहीं चल पाता है। किस दिन का उनका वेतन कट गया इसके बारे में बाद में जानकारी मिलती है। इससे परेशानी होती है। कई मामलों में एक दिन से लेकर 7 दिन तक की वेतन कटौती की गई है। उसका भुगतान अब तक नहीं हो पाया है। यहां तक कि इनका कहना है कि शिक्षक आवासीय ट्रेनिंग में भी चले जाते हैं तो उनका वेतन कट जाता है जबकि वह प्रशिक्षण के पीरियड में रहते हैं। इससे उन्हें बार-बार शिक्षा विभाग का चक्कर लगाना पड़ता है। इधर बीपीएससी से प्रधान की परीक्षा पास करने वाले शिक्षकों का कहना है कि 6 माह पूर्व रिजल्ट आ गया, लेकिन अब तक उनकी ज्वाइनिंग नहीं हो पाई है। इसे लेकर वह असमंजस की स्थिति में हैं। मो आमिल बताते हैं कि छठे चरण में बहाल शिक्षकों के ग्रेड पे और अंतर वेतन कई प्रखंडों का बकाया है। कुछ प्रखंडों में मिल गया है, लेकिन ज्यादातर प्रखंडों में बकाया है। शिक्षक उधार लेकर अपना खर्च चला रहे हैं। शिक्षकों को उचित मान सम्मान नहीं मिल पा रहा है। इससे परेशान हैं। हर माह की पहली तारीख को वेतन भुगतान हो जाना चाहिए। लेकिन ऐसा होता नहीं है। उन्होंने बताया कि किराना दुकानदार से लेकर मंडी दुकानदार तक का उधार शिक्षकों के सिर पर है। लेकिन शिक्षकों को समय पर भुगतान नहीं हो पाने के कारण परेशानी होती है। जैसे- तैसे कर्ज लेकर खर्च चलाना पड़ता है। सरकारी नौकरी में होने के बावजूद हमलोगों की जिंदगी उधार पर कट रही है। परिवार का भरण-पोषण व बच्चों के स्कूल की फीस देने में भी परेशानी हो रही है। वेतन समय पर नहीं मिलने से लोगों का कर्ज समय पर चुकाने में भी समस्या हो रही है। शिक्षकों की समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं है।
प्रस्तुति : गौरव कुमार
विशिष्ट शिक्षकों के वेतन निर्धारण से संबंधित मामले में राज्य से मार्गदर्शन मांगा गया है। अभी वेतन निर्धारण का मामला राज्य के स्तर पर ही रूका हुआ है। वहां से जैसे ही कोई दिशा निर्देश आता है। विशिष्ट शिक्षकों के वेतन का निर्धारण कर दिया जाएगा और जो भी बकाया राशि शिक्षकों की रहेगी उसका भुगतान हो जाएगा। इसको लेकर शिक्षकों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है।
-मनीष कुमार सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी
शिक्षकों के किस मद का अंतर वेतन भुगतान बकाया है जब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाएगा तब तक उसका भुगतान नहीं किया जा सकता है। विशिष्ट शिक्षकों के मामले में अभी वेतन निर्धारण नहीं हुआ है। ऐसे में अंतर वेतन का मामला अभी नहीं बनता है। शिक्षक यदि आवेदन देते हैं तो मामले को संज्ञान में लेकर आगे कार्रवाई की जाएगी। विभागीय जांच के बाद मामले में कार्यवाही होगी।
-कुमार अनुभव, डीपीओ स्थापना शिक्षा विभाग
सुझाव
1. विशिष्ट शिक्षकों को सीएल के अलावा अन्य अवकाश जल्द से जल्द मिलना चाहिए। शिक्षकों को सहूलियत होगी
2. विशिष्ट शिक्षकों का वेतन निर्धारण लंबित है। इस मामले में जल्द कार्रवाई होनी चाहिए।
3. नियमित शिक्षकों का अंतर वेतन भुगतान जल्द से जल्द किया जाना चाहिए। ताकि शिक्षकों की परेशानी कम हो सके।
4. विशिष्ट शिक्षकों के खाते में मिलने वाली राशि अब तक अपडेट नहीं हुई है उसे अपडेट किया जाए।
5. शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों के पीएफ खाते की राशि जल्द से जल्द अपडेट की जानी चाहिए।
शिकायतें
1. कई विशिष्ट शिक्षकों को सीएल के अलावा अन्य अवकाश नहीं मिल पा रहा है। इससे दिक्कत होती है।
2. विशिष्ट शिक्षकों का वेतन निर्धारण कई दिनों से लंबित है। इस मामले में कार्रवाई नहीं होने से शिक्षक परेशान हैं।
3. अधिकतर नियोजित शिक्षक विशिष्ट बन गए हैं लेकिन उनके खाते में राशि अभी तक अपडेट नहीं हो पाई है।
4. नियमित शिक्षकों का अंतर वेतन भुगतान नहीं होने के कारण शिक्षक परेशान है मामले में कार्रवाई होनी चाहिए।
5. शिक्षकों के पीएफ खाते की राशि अपडेट नहीं होने के कारण शिक्षक परेशान हैं।
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