बांका सदर अस्पताल में होगी डिप्लोमा ऑफ नेशनल बोर्ड की पढाई
पेज तीन की लीडपेज तीन की लीड हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव : बांका सदर अस्पताल को मिली डीएनबी कोर्स की मान्यता प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में

बांका। रवि वर्मा/निज प्रतिनिधि। बांका जिले में 25 एकड भूमि में स्थापित होने वाले 430 बेड के मेडिकल कॉलेज में 100 छात्र मेडिकल की पढाई करेंगे। इसके साथ ही यहां बीएससी नर्सिंग की भी पढाई होगी। लेकिन इससे पहले बांका सदर अस्पताल चिकित्सकों के लिए उच्च शिक्षा का केंद्र बनेगा। इसके लिए यहां नये सत्र से डीएनबी (डिप्लोमा ऑफ नेशनल बोर्ड) कोर्स की पढाई शुरू होगी। जो एक स्नातकोत्तर स्तर का व्यापक विशेषज्ञता कार्यक्रम है, जिसमें राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) या डीएनबी-पीडीसीईटी परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्र ही नामांकन करा सकते हैं। नेशनल बोर्ड ऑफ एक्जामिनेशन इन मेडिकल साइंस (एनबीइएमएस) ने सदर अस्पताल को डीएनबी कोर्स की मान्यता दी है।
डीएनबी कोर्स की मान्यता मिलने से अब मेडिकल स्नातकों को जिले में ही गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण मिल सकेगा। यहां डीएनबी कोर्स की पढाई के लिए प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग (ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी) में दो सीटें आवंटित की गई है। यह एक पूर्णकालिक स्नातकोत्तर (पोस्ट ग्रेजुएट) पाठ्यक्रम है, जो 3 वर्ष का होता है। ये डिग्री मास्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी), मास्टर ऑफ सर्जरी (एमएस), डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (डीएम) एवं मास्टर ऑफ सर्जरी (एमसीएच) के समतुल्य है। इसमें शिक्षण पदों पर नियुक्ति भी शामिल है। यहां प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में दो सीटों पर नामांकन के लिए आवेदन लिए जाएंगे। प्रथम सत्र में यहां चयनित 2 हाईली क्वालीफाई चिकित्सकों के नामांकन होंगे। ऐसे में तीन वर्षीय सत्र के दौरान यहां प्रशिक्षु चिकित्सकों की संख्या 6 हो जाएगी। जो मेडिकल के क्षेत्र में उच्च शिक्षा हासिल करेंगे। इससे यहां के मरीजों को भी स्पेशल सिग्मेंट में बेहतर चिकित्सकों से ईलाज कराने का मौका मिलेगा। यहां डीएनबी संस्थान के खुलने से न केवल मेडिकल छात्रों को लाभ होगा, बल्कि चिकित्सकों की कमी से जूझ रहे सदर अस्पताल को भी संजीवनी मिलेगी। जिससे यहां स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिलेगी। एनबीइएमएस की विशेषज्ञ टीम ने टटोली थी अस्पताल की नब्ज बांका सदर अस्पताल में प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में पोस्ट ग्रेजुएट स्तर पर डीएबी कोर्स शुरू करने के लिए 6 माह पूर्व एनबीइएमएस की विशेषज्ञ टीम यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर की नब्ज टटोलने पहुंची थी। टीम ने यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर का निरीक्षण और मूल्यांकन किया था। निरीक्षण के क्रम में टीम ने ओपीडी, लेबर रूम, ऑपरेशन थियेटर, शैक्षणिक संसाधन, मरीजों की संख्या और चिकित्सीय स्टाफ की उपलब्धता की विस्तृत समीक्षा की थी। जिसमें अस्पताल प्रबंधन को क्लास-रूम, लाईब्रेरी व मेडिकल रिर्कार्ड रूम सहित अन्य मूलभूत संरचनाओं के निर्माण का निर्देश दिया था। जिसे पूरा कर लिया गया है। जिसके आधार पर ही एनबीइएमएस ने सदर अस्ताल को प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में डीएनबी कोर्स की मान्यता दी है। एमएसएमबी डिग्री वाले चिकित्सक ही होंगे फैकल्टी सीएस डॉ अनिता कुमारी ने बताया कि सदर अस्पताल में शुरू हो रहे डीएनबी कोर्स की पढाई के लिए एमएसएमबी डिग्री के साथ ही पांच साल का अनुभवन रखने वाले चिकित्सक ही इसके फैकल्टी होंगे। जो प्रशिक्षु चिकित्सकों को डीएनबी कोर्स का प्रशिक्षण देंगे। इसके लिए यहां स्वास्थ्य विभाग की ओर से सदर अस्पताल की गायनेकोलॉजिस्ट डॉ प्रिति एवं डॉ अमृता प्रितम को फैकल्टी मेम्बर बनाया गया है। उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में डीएनबी कोर्स के लिए दो सीटों पर नामांकन लिए जाएंगे। जिसकी पढाई नये सत्र से शुरू होगी।
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