जीविका दीदियों के हाथ होगी प्रखंड सह अंचल कार्यालयों के साफ-सफाई की कमान
पेज तीन की लीडपेज तीन की लीड 65 लाख हर साल प्रखंड सह अंचल कार्यालयों की साफ-सफाई पर होंगे खर्च 25 हजार वर्ग फीट की साफ-

बांका। निज प्रतिनिधि। जिले में अब आउट सोर्सिंग के तर्ज पर प्रखंड-सह-अंचल कार्यालयों की साफ-सफाई होगी। जिसकी कमान जीविका दीदियों के हाथ में होगी। अभी सदर अस्पताल में ये व्यवस्था लागू है। जहां जीविका दीदियां अस्पताल की साफ-सफाई का कार्य कर रही हैं। सरकार की ओर से ये पहल स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए की जा रही है। सूबे में प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय प्रशासनिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। क्षेत्र के विकास से जुडी योजनाओं एवं जन कल्याणकारी योजनाओं का कार्यान्वयन प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय में किये जाते हैं। इसके अलावे यहां राजस्व एवं भूमि सुधार से संबंधित कार्यों का भी निष्पादन किया जाता है।
जिससे यहां आम-जनों का आना-जाना अधिक रहता है। लेकिन प्रखंड-सह-अंचल कार्यालयों में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था का प्रबंधन नहीं होने से गंदगी फैली रहती है। इससे संबंधित कार्यालयों में कार्य करने वाले कर्मियों के साथ-साथ कार्यालय आने वाले आम जनों में भी बीमारी फैलने का खतरा बना रहता है। साथ ही यहां कर्मचारियों के कार्य के लिए उचित वातारण नहीं मिल पा रहा है। जबकि इन कार्यालयों में उचित साफ-सफाई की व्यवस्था होने से यहां कार्य करने वाले कर्मियों को स्वच्छ वातावरण मिलेगा। इससे उनकी कार्य निष्पादन क्षमता बढेगी। वहीं, कार्यालय आने वाले आगंतुकों पर भी साफ-सफाई का साकारात्मक प्रभाव पडेगा। इसको लेकर अब प्रखंड सह अंचल कार्यालयों एवं परिसर की साफ-सफाई बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति (जीविका) की ओर से संपोषित सामुदायिक संगठनों के माध्यम से की जायेगी। जिसकी स्वीकृति सरकार ने दी है। साफ-सफाई के लिए प्रखंड सह अंचल कार्यालय एवं परिसर के लिए 25 हजार वर्ग फीट (2322.575 वर्ग मीटर) का मानक तय किया गया है। जिले में 11 प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय हैं। इसके मुताबिक यहां हर दिन 275000 वर्ग फीट (25548.325 वर्ग मीटर) की सफाई होगी। 80 पैसे प्रति वर्ग मीटर की दर से मिलेगी राशि जीविका को कार्यालय भवन की साफ-सफाई के लिए हर दिन 80 पैसे प्रति वर्गमीटर की दर से राशि दी जायेगी। जबकि कार्यालय परिसर की साफ-सफाई के लिए एकमुश्त 12 हजार रूपये प्रति माह की दर से भुगतान किया जायेगा। ऐसे में यहां 11 प्रखंड-सह-अंचल कार्यालयों की साफ-सफाई के लिए हर साल 65 लाख 8 हजार 862 रूपये खर्च होंगे। इसके आलावे साफ-सफाई की आवश्यक सामग्रियों की खरीद के लिए 3 हजार रूपये प्रति माह दिये जाएंगे। इस तरह इनके क्रय पर यहां 11 कार्यालयों के लिए हर माह 33 हजार रूपये खर्च होंगे। जिले में बढेगा जीविका दीदियों के रोजगार का दायरा जिले में जीविका समूह से जुडी महिलाएं स्वरोजगार कर आत्मनिर्भर बन रही हैं। वे खुद का व्यवसाय करने के अलावे दीदी की रसोई और सीएसपी भी चला रही हैं। अब प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय के साफ-सफाई की कमान जीविका दीदियों के हाथ में आने से जिले में जीविका दीदियों के रोजगार का दायरा बढेगा। इसके लिए उन्हें तय मानदेय का भुगतान किया जायेगा। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होने के साथ ही प्रखंड-सह-अंचल कार्यालयों का वातावरण भी स्वच्छ होगा। जिले के प्रखंड-सह-अंचल कार्यालयों की साफ-सफाई जीविका के माध्यम से की जायेगी। इसके लिए सरकार की ओर से मंजूरी दे दी गई है। कार्यालय की साफ-सफाई के लिए 25 हजार वर्ग फीट का मानक तय किया गया है। जिसमें कार्यालय के अलावे कार्यालय परिसर भी शामिल है। अब यहां प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय के साफ-सफाई की जिम्मेदारी जीविका दीदियों को सौंपी जायेगी। इसके लिए उन्हें तय मानदेय का भुगतान किया जायेगा। वहीं, इससे जीविका दीदियों के रोजगार का दायरा भी बढेगा। जिससे वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकेंगी। राकेश कुमार, डीपीएम, जीविका, बांका।
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