Water Supply Crisis in Amarapur PHED s Pipeline Failure Leaves Residents Thirsty अमरपुर करोड़ों खर्च करने के बाद भी लोगों को नहीं मिल रहा पानी के लाभ,, Banka Hindi News - Hindustan
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अमरपुर करोड़ों खर्च करने के बाद भी लोगों को नहीं मिल रहा पानी के लाभ,

बोले बांकाबोले बांका प्रस्तुति- विपिन कुमार सिंह नगर पंचायत में पीएचईडी द्वारा बनाए गए जल मीनार से नहीं निकल रहा पानी, पीएचईडी

Newswrap हिन्दुस्तान, बांकाMon, 9 June 2025 04:02 AM
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अमरपुर करोड़ों खर्च करने के बाद भी लोगों को नहीं मिल रहा पानी के लाभ,

पीएचईडी द्वारा शहर में पाइप लाइन बिछाने के बावजूद नहीं हो रही पानी की आपूर्ति पीएचईडी की टंकी से सीमित समय के लिए मिलता है पानी, लोगों की नहीं बुझ पाती है प्यास शहरी क्षेत्र के लोगों को नगर पंचायत के नल-जल योजना के भरोसे मिल रहा पीने का पानी अमरपुर। निज संवाददाता बांका जिले के अमरपुर अधिसूचित क्षेत्र को वर्ष 2002 में नगर पंचायत का दर्जा मिला। कई पंचायतों को मिला कर पहले अधिसूचित क्षेत्र फिर नगर पंचायत का दर्जा मिलने से स्थानीय लोगों को काफी खुशी हुई, लोगों के बीच उम्मीद जगी कि शहरी क्षेत्र का दर्जा मिलने से अब उन्हें हर तरह की सुविधा मिलेगी तथा शहर का चतुर्दिक विकास होगा।

लेकिन करीब दो दशक से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी शहरी क्षेत्र के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। इसमें सबसे महत्वपूर्ण पीने के पानी की असुविधा आज भी लोगों को हो रही है। नगर पंचायत में शुरू में सिर्फ एक जल मीनार थी। शहर के सार्वजनिक पुस्तकालय परिसर में बने जल मीनार से शहर के सभी घरों में पानी की सप्लाई करनी थी। लेकिन यह अक्सर खराब हो जाता था या फिर पाइप लाइन फटने से जगह-जगह पानी की आपूर्ति बंद हो जाती थी। जिससे लोगों को पानी की काफी असुविधा होती थी। हालांकि चापाकल एवं कुएं से पानी लेकर लोग अपना काम चलाते थे। लेकिन गर्मी का मौसम शुरू होते ही शहर में पानी की घोर किल्लत हो जाती थी। चापाकल एवं कुएं का पानी भी सूख जाता था। लंबे समय बाद नगर प्रशासन ने पानी की गंभीर समस्या से निजात दिलाने की सोची तथा पीएचईडी के द्वारा पहले डुमरामा में बोरिंग कराई गई, जिससे यहां के चारों वार्ड में पानी की आपूर्ति होती थी। इस बोरिंग का मोटर जल जाने के बाद विभाग द्वारा इसी जगह पर 165 फीट नया बोरिंग कराया गया लेकिन अब तक उसमें पाइप नहीं डाली गई है जिससे इस बोरिंग का लाभ नहीं मिल रहा है। पानी की समस्या को देखते हुए नगर पंचायत एवं नल-जल योजना द्वारा चारों वार्ड में अलग-अलग बोरिंग कराई गई। इसके बाद महमदपुर एवं चंदसार पोखर पर जल मीनार बनवाए गए। इन दोनों जल मीनार के निर्माण एवं सार्वजनिक पुस्तकालय परिसर में बने जल मीनार के रख-रखाव के लिए नगर पंचायत ने पीएचईडी को अब तक करीब आठ करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया है लेकिन अब तक इसका संपूर्ण लाभ नगर वासियों को नहीं मिल सका है। चंदसार पोखर का जलमीनार भी पड़ा है बेकार चंदसार पोखर पर जल मीनार बन कर तैयार हो गया है लेकिन इससे पानी की एक बूंद भी अब तक सप्लाई नहीं होने से यह सिर्फ शोभा की वस्तु बन कर रह गया है। हालांकि महमदपुर में बने जल मीनार से वार्ड नंबर 5, 6, 13 एवं 14 में पानी की आपूर्ति की जा रही है जिससे इन चारों वार्डों के लोगों को राहत है। इधर स्थानीय लोगों ने बताया कि बनहरा मोहल्ले में पीएचईडी की पाइप लाइन बिछा दी गई तथा हर घर को पानी का कनेक्शन भी दे दिया गया लेकिन करीब दो-ढाई वर्ष बीत जाने के बाद भी इस मोहल्ले के लोगों को एक बूंद पानी नसीब नहीं हुआ है। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि नगर पंचायत से पानी की सुविधा मिली है जिससे उन लोगों का काम चल रहा है। लेकिन विभाग को करोड़ों रुपए देने के बाद भी अब तक पानी की आपूर्ति क्यों नहीं हो रही है इस पर कोई सवाल नही उठा रहा है। शहर की हृदय स्थली कहे जाने वाले वार्ड नंबर 12 में पाइप बिछा दी गई है, आधार कार्ड लेकर कागज पर कनेक्शन भी दे दिया गया है लेकिन कई घरों में आज तक पानी की एक बूंद नहीं आई है। इसी वार्ड के यादव टोला एवं महादलित टोला में भी लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। इस वार्ड के लोग आज भी पानी के लिए इधर-उधर भटकते हैं। स्थानीय लोगों ने शिकायत करते हुए कहा कि कुछ जगहों पर पानी का पाइप नाले में डाल दिया गया है, पाइप में लिकेज होने के कारण घरों में नाले का गंदा पानी आने लगता है जिससे उस पानी का उपयोग ना तो स्नान करने में ना ही कपड़े धोने में हो पाता है, उस पानी को पीने की तो बात ही बेमानी है। कई जगह पाइप के टूट जाने के बाद इसकी रिपेयरिंग भी नहीं कराई गई है जिससे पानी बर्बाद भी होता है। आनंदीपुर नवटोलिया में पाइप बिछाया गया लेकिन पानी सप्लाय नहीं अमरपुर एवं डुमरामा के बीच में एक मोहल्ला है आनंदीपुर नवटोलिया, यहां के लोगों ने बताया कि करीब डेढ़ वर्ष पूर्व उन लोगों के घरों में पाइप बिछा कर पानी का कनेक्शन कर दिया गया लेकिन इसमें कभी भी पानी नहीं आया। गर्मी के मौसम में चापाकल भी फेल हो जाता है। गनीमत है कि कुछ कुएं हैं जहां लोग स्नान करते हैं तथा कपड़े धोते हैं। पीने का पानी उन लोगों को खरीदना पड़ता है। शहर के लोगों ने बताया कि सार्वजनिक पुस्तकालय में बने जल मीनार से पानी की आपूर्ति की जाती है लेकिन मुश्किल से यह 10-15 मिनट चलता है फिर इसे बंद कर दिया जाता है। पानी चलने की आस में लोग नल के पास खड़े रहते हैं। कुछ लोग अपने बर्तन में पानी भर पाते हैं कि पानी की सप्लाई रूक जाती है। फिर लोग मन मसोस कर रह जाते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि पानी की समस्या नई नहीं है। यहां शुरू से ही जलस्तर नीचे रहा है। पहले के समय में कुएं का प्रचलन था तब लोग कुएं का पानी प्रयोग करते थे। लेकिन आधुनिकता के दौर में अब लोग नल के जल का उपयोग करना चाहते हैं। लेकिन अमरपुर नगर पंचायत के लोगों को इसकी सुविधा नहीं मिल पा रही है। नगर पंचायत के लगभग सभी वार्डों में लोग पीने का पानी खरीद कर ही यूज कर रहे हैं। लेकिन गर्मी के मौसम में जब पानी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है तब शहर के लोगों को पानी नहीं मिल पाता है। शहर के बस स्टैंड पर जहां सैकड़ों यात्री प्रतिदिन यात्रा, लोगों ने बताया कि यहां नगर पंचायत द्वारा पेयजल की व्यवस्था तो की गई है लेकिन मुख्य सड़क पर पानी की सुविधा नहीं होने से अनजान यात्रियों को पीने का पानी खरीद कर पीना पड़ता है। पीएचईडी द्वारा सार्वजनिक पेयजल की सुविधा कहीं भी उपलब्ध नहीं कराई गई है। स्थानीय लोगों ने कहा कि जब इतने वर्षों बाद तक भी पीएचईडी द्वारा घर-घर पानी पहुंचाने की व्यवस्था नहीं हो सकी है तो सार्वजनिक पेयजल की बात सोचना भी बेकार है। विभाग की इस लापरवाही पर नगर पंचायत प्रशासन ने कई बार जिला से राज्य स्तर तक पत्राचार किया लेकिन इसका भी कोई फायदा नहीं हुआ। विभागीय अधिकारियों के मनमानेपन का शिकार हो रहे हैं अमरपुर नगर पंचायत के लोग। कहते हैं जिम्मेदार अमरपुर में पीएचईडी को दो जल मीनार से पेयजल आपूर्ति की जा रही है। शहर में कभी नाला तो कभी सड़क बनाने में पाइप टूट जाती है। बार-बार इसकी मरम्मत कराई जाती है। चंदसार पोखर के जल मीनार से एक महीने के अंदर पानी की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। शहर के लोगों को शुद्ध पेयजल मिले, इसके लिए विभाग सजग है। नीतीश कुमार, एसडीओ, पीएचईडी हमारी भी सुनो अमरपुर में पीएचईडी पेयजल सुविधा उपलब्ध कराने में पूरी तरह विफल रहा है। शहर में कहीं नल है तो जल नहीं, जल है तो नल नहीं। नगर प्रशासन को इस पर संज्ञान लेना चाहिए तथा विभागीय अधिकारियों के विरुद्ध पत्राचार करना चाहिए। सुनील कुमार साह, वार्ड नंबर 9 नगर पंचायत के वार्ड नंबर 12 में पेयजल की किल्लत किसी से छिपी हुई नहीं है। इस वार्ड के लोगों को पीने का शुद्ध पानी नहीं मिल पाता है। खास कर यादव टोला, महादलित टोला आदि में तो पानी की विकट समस्या है। गौतम कुमार यादव, वार्ड नंबर 12 पीएचईडी द्वारा पेयजल योजना का लाभ शहर के लोगों नहीं मिल रहा है। भीषण गर्मी में शुद्ध पानी के लिए वार्ड के लोगों को दर-दर भटकना पड़ रहा है। चंदन कुमार साह, वार्ड नंबर 10 वार्ड नंबर आठ में पेयजल की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है। पीएचईडी द्वारा पीने के पानी की नहीं किए जाने से आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है। विभागीय लापरवाही का खामियाजा शहर के लोग भुगत रहे हैं। अभिषेक महतो, वार्ड नंबर 8 वार्ड नंबर 12 में हमारी गली में पीएचईडी द्वारा पाइप बिछा कर कनेक्शन तो कर दिया गया लेकिन आज तक उसमें एक बूंद पानी नहीं आया। पीने के पानी के लिए लोग तरस जाते हैं। विभाग को इस पर संज्ञान लेकर पेयजल सुविधा उपलब्ध करानी चाहिए। विकास कुमार विक्की, वार्ड नंबर 12 वार्ड नंबर पांच के आनंदीपुर नवटोलिया मोहल्ले में करीब डेढ़ वर्ष पूर्व पीएचईडी द्वारा पाइप बिछाया गया लेकिन आज तक कनेक्शन नहीं किया गया है। मोहल्ले के लोग पानी खरीद कर या कुएं का गंदा पानी उपयोग करने को विवश हैं। मनीष कुमार, वार्ड नंबर 5 अमरपुर शहर में कहीं भी पीने के पानी की समुचित व्यवस्था नहीं है। घरों में नल के जल का कनेक्शन तो है लेकिन उसमें पानी नहीं आना बड़ी बात है। यह पीएचईडी के कर्मियों की लापरवाही से लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। मेराज अंजुम, वार्ड नंबर 13 पीएचईडी द्वारा सप्लाई वाटर की सुविधा तो मिली है, लेकिन कुछ मोहल्ले में पानी की सुविधा बिल्कुल ही नहीं है। पानी की आपूर्ति कुछ देर होती है फिर वह बंद हो जाता है। नगर पंचायत द्वारा भी पेयजल की व्यवस्था की गई है लेकिन उसका भी लाभ सभी लोगों को नहीं मिल रहा है। अमित कुमार मिट्ठू, वार्ड नंबर 6 डुमरामा के वार्ड नंबर एक में नगर पंचायत द्वारा लगाए गए दो-दो बोरिंग रहने के बावजूद उन लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है। पीएचईडी का पानी तो उनके वार्ड में आया ही नहीं है। मो कौसर, वार्ड नंबर 1 अमरपुर के वार्ड नंबर चार में पीएचईडी द्वारा बोरिंग कराई गई। लेकिन इसका मोटर जल गया। फिर दूसरी बोरिंग कराई गई जिसमें आज तक पाइप नहीं डाला गया है। ऐसी स्थिति में पानी की सुविधा की बात करना बेमानी है। नगर पंचायत एवं नल-जल योजना से पानी मिल रहा है। प्रेमजीत राय, वार्ड नंबर 4 नगर पंचायत कार्यालय से सटे बनहरा मोहल्ले में पीएचईडी द्वारा पाइप लाइन बिछा दी गई तथा कनेक्शन भी दे दिया गया। लेकिन करीब डेढ़ वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक उसमें कभी पानी नहीं आया। जब कार्यालय से सटे मोहल्ले का यह हाल है तो शहर के अन्य मोहल्ले की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। असगर अली, वार्ड नंबर 9 अमरपुर नगर पंचायत के वार्डों में पानी की समस्या काफी दिनों से है। नगर प्रशासन द्वारा पीएचईडी को करोड़ों रुपए दिए ताकि शहरी क्षेत्र के लोगों को पेयजल संकट से उबारा जा सके। लेकिन विभाग की मनमानी एवं लापरवाही से लोगों को आज के समय में भी पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। भोलू पोद्दार, वार्ड नंबर 7

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