तेजस्वी बॉस, लालू मजबूर; तेज प्रताप विवाद में जीतनराम मांझी ने राबड़ी और रोहिणी को भी लपेटा
जीतनराम मांझी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने केवल दिखावे के लिए अपने पिता लालू प्रसाद को राजद का अध्यक्ष बना रखा है। हकीकत यह है कि लालू यादव भी हर फैसला तेजस्वी यादव के आदेश पर करते हैं।

नरेंद्र मोदी सरकार के एमएसएमई मंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतनराम मांझी ने लालू परिवार पर बड़ा हमला किया है। मांझी ने कहा है कि तेजस्वी यादव अब पार्टी(राष्ट्रीय जनता दल) और परिवार के नए बॉस हैं। लालू यादव उनकी बात मानने को मजबूर हैं। तेजप्रताप यादव को पार्टी और परिवार से बेदखल करने का फरमान तेजस्वी था जिसका लालू यादव ने ऐलान सिर्फ ऐलान किया। मांझी के बयान से ठंडे पड़ रहे तेज प्रताप-अनुष्का यादव विवाद फिर से सुलग उठा है।
सोमवार को बयान जारी कर जीतनराम मांझी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने केवल दिखावे के लिए अपने पिता लालू प्रसाद को राजद का अध्यक्ष बना रखा है। हकीकत यह है कि लालू यादव भी हर फैसला तेजस्वी यादव के आदेश पर करते हैं। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद ने अपने बड़े बेटे तेजप्रताप यादव को जिस तरह परिवार और पार्टी से बेदखल किया वो बताता है कि फैसला लालू ने लिया, लेकिन उसका फरमान नये बॉस तेजस्वी यादव ने दिया था।
जीतनराम मांझी ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव में हार की गारंटी होने के बावजूद रोहिणी आचार्य को सारण से चुनाव लड़ाया गया और जंगलराज के दौर में मुख्यमंत्री रहीं राबड़ी देवी को विधान परिषद में विरोधी दल का नेता बनाया गया। यह सब फैसला तेजस्वी यादव ने ही लिया जिसे लालू यादव के नाम से अमली जामा पहनाया गया। अनुष्का यादव प्रकरण में जीतन मांझी ने पहले भी बड़ा बयान दिया था।
बीते 24 मई को लालू यादव के बड़े बेटे और नीतीश कुमार की सरकार में दो बार मंत्री रहे तेज प्रताप यादव और अनुष्का यादव की बेहद निजी तस्वीरें उनके फेसबुक से वायरल हुईं। तस्वीरों के साथ 12 साल से रिलेशन की बात कही गयी। जब हंगामा मचा तो पोस्ट को डिलीट कर दिया गया। फिर तेज प्रताप यादव ने यह कहते पोस्ट डाला कि एआई से एडिटेड तस्वीरें उनके परिवार को बदनाम करने के लिए वायरल की जा रही हैं। अगले दिन लालू प्रसाद ने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से बाहर करने का ऐलान कर दिया। तेजस्वी यादव, मीसा भारती और रोहिणी आचार्या ने पिता के फैसले पर मुहर लगा दी। लेकिन, तेजप्रताप की पत्नी ऐश्वर्या राय ने कहा कि पूरा परिवार मिलकर ड्रामा कर रहा है। मेरा भविष्य बर्बाद कर दिया। लालू यादव ने तेज प्रताप को पार्टी से निकालने की चिट्ठी अब्दुल बारी सिद्दीकी से जारी करवाया। लेकिन, बक्सर सांसद सुधाकर सिंह ने तेज प्रताप का पक्ष लेते हुए लालू प्रसाद से पुनर्विचार करने की मांग की।