राजद में हैं जयचंद, तेज प्रताप के आरोप पर तेजस्वी का आया जवाब; लालू के फैसले को सर्वोपरि बताया
सोमवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कोलकाता से पटना पहुंचे। तेज प्रताप के जयचंद वाले सवाल पर कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने फैसला सुना दिया है। इस पर कोई बात अब नहीं होना चाहिए।

तेज प्रताप यादव के राजद में जयचंद वाले आरोप पर तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया आई है। पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों ने तेजस्वी से पूछा कि तेज प्रताप यादव किसे जयचंद बता रहे हैं जो लालू परिवार के बीच दरार डाल रहा है। इस पर तेजस्वी यादव ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कहा कि राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव ने जो निर्णय लिया है वह पार्टी की भलाई के लिए है।
सोमवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कोलकाता से पटना पहुंचे। वहां मौजूद मीडिया कर्मियों से उन्होंने बात की। कहा कि राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव बहुत अनुभवी नेता हैं।
पार्टी की भलाई, बिहार की भलाई की उनकी समझ सबसे अच्छी है। उनसे बेहतर कोई नहीं जानता। उनका निर्णय आ गया है। तेज प्रताप यादव को पार्टी से निष्कासित करने का फैसला उनका है। उन्होंने कहा कि उनके निर्णय के आगे कुछ नहीं कहना है क्योंकिउनका निर्णय सर्वोपरि है। इस पर कोई बात अब नहीं होना चाहिए। हालांकि जयचंद पर तेजस्वी ने कुछ नहीं कहा।
इधर सोमवार को तेज प्रताप के निष्कासन संबंधी राजद का लेटर सामने आया। अब्दुल बारी सिद्दीकी के हस्ताक्षर से जारी पत्र के माध्यम से तेज प्रताप यादव को राजद की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया। पत्र में भी लिखा गया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के आदेश पर यह निर्णय लिया गया है।
पटना पहुंचे तेजस्वी यादव ने बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। मल्लिकार्जुन खरगे के बयान का समर्थन करते हुए तेजस्वी ने कहा कि इन लोगों को बिहार की भलाई से कोई मतलब नहीं है। लालू परिवार को गाली देना इनकी आदत बन गई है। एनडीए के बीस सालों का हिसाब बिहार की जनता को देना चाहिए। कहा कि प्रधानमंत्री ने एयर पोर्ट पर टर्मिनल का उद्घाटन कर दिया लेकिन सुविधा नहीं मिल रही है। रोड शो किया लेकिन शहीद के परिवार के पास नहीं गए।
इधर तेज प्रताप के जयचंद वाले बयान पर जदयू और बीजेपी मजे ले रही है। बीजेपी प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि राजद जयचंदों से भरी पार्टी है। सभी अपने-अपने लिए संघर्ष कर रहे हैं। लालू यादव की विरासत के लिए उनके बेटे-बेटियों में वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। चुनाव से पहले यह पार्टी साफ हो जाएगी। इन लोगों ने जय प्रकाश और कर्पूरी ठाकुर को धोखा देकर कांग्रेस से दोस्ती कर ली है।
अनुष्का यादव से रिलेशनशिप की बात सामने आने के बाद तेज प्रताप ने ट्वीट कर कहा था कि पार्टी के भीतर और बाहर कई जयचंद हैं जो उनके परिवार को बदनाम करना चाहते हैं और भाई से दूर करने की साजिश कर रहे हैं। 24 मई को तेज प्रताप के फेसबुक से अनुष्का के साथ उनकी तस्वीरें और 12 साल के रिश्ते की बात बाहर आई। हालांकि कुछ देर में ही उसे डिलीट कर दिया गया। फिर कहा गया कि एआई से एडिट कर परिवार के खिलाफ साजिश रची जा रही है। अगले दिन लालू यादव ने ट्वीट कर तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से बाहर निकालने का ऐलान कर दिया।