धान का बिचड़ा डालने में जुटे किसान
रामपुर में किसान रोहिणी नक्षत्र के तहत धान का बिचड़ा डालने का कार्य शुरू कर चुके हैं। किसानों का मानना है कि यह नक्षत्र फसल के लिए अनुकूल है। हालाँकि, पानी की कमी और विभागीय उदासीनता के कारण सिंचाई...

रामपुर। रोहिणी नक्षत्र में किसान धान का बिचड़ा डालने का काम शुरू कर दिए हैं। किसानों का कहना है कि बिचड़ा डालने के लिए यह नक्षत्र उत्तम होता है। अगर जरूरत के अनुसार खेतों को पानी मिल जाए तो फसल अच्छी होती है और समय पर फसल भी काट ली जाती है। फिलहाल किसान मोटर पंप व डीजल पंप से खेतों में पानी भरकर बिचड़ा डालने का काम कर रहे हैं। नहर में पानी नहीं आया है। विभागीय उदासीनता से तटबंधों पर बढ़ा अतिक्रमण भगवानपुर। प्रखंड क्षेत्र में स्थित सोन उच्चस्तरीय नहर के तटबंधों पर झुग्गी-झोपड़ी व मकान बनाकर अतिक्रमण किया जा रहा है।
विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के कारण इसकी जमीन का अपनी सुविधा के अनुसार इस्तेमाल किए जाने से तटबंध क्षतिग्रस्त हो रहे हैं, जिससे सिंचाई प्रभावित हो सकती है। ऐसी स्थिति मोकरम, पतरिहां, बसंतपुर, मुंडेश्वरी, भगवानपुर आदि गांवों के पास देखी जा सकती है। हाईवोल्टेज तार के नीचे झोपड़ी लगाने से खतरा भगवानपुर। प्रखंड मुख्यालय स्थित विद्युत सब स्टेशन के सामने से नहर गुजरी है। बिजली आपूर्ति करने के लिए नहर के रास्ते हाई वोल्टेज तार खींचे गए हैं। इस तार के नीचे कई झोपड़ियां बनाई गई हैं, जिसमें लोग निवासी करते हैं। मवेशी भी बंधे दिखते हैं। अगर तेज आंधी से तार टूटकर गिरने या आपस में टकराने से निकलने वाली चिंगारी से लगनेवाली आग से जानमाल को खतरा हो सकता है। बरसात का इंतजार कर रहे अधौरा के पशुपालक अधौरा। बरसात के इंतजार में पशुपालक मैदानी भाग में स्थित नदियों के तट पर अभी भी अपने मवेशियों के साथ हैं। उन्हें उम्मीद है कि 15 जून के आसपास से बारिश होगी और नहर में पानी भी आ जाएगा। बारिश होने के बाद वह अपने गांव लौटेंगे। पशुपालक रमेशर यादव व कृपानाराय उरांव ने बताया कि अब मैदानी भाग के भी खेत में मवेशियों को जाने से रोका जा रहा है। क्योंकि उसमें धान की खेती करनी है। नदी में नाव चलाने की ग्रामीणों ने की मांग अधौरा। प्रखंड की पहाड़ी पर बसे कई गांव के लोगों को बरसात में चेनारी बाजार करने जाना बंद हो जाता है। क्योंकि दुर्गावती नदी में जलाशय व पहाड़ का पानी आ जाता है। श्रवणदाग, बानोदाग, टोड़ी, पिपरा, बड़ाप, बाहादाग, बड़वान कला, बड़वान खुर्द गांव के लोग 10-15 किमी. की दूरी तय कर चेनारी पहंुच जाते हैं। ग्रामीण बुबुन सिंह, चन्द्रमा सिंह, रामपरीखा सिंह ने कहा कि यदि नदी में नाव चलती तो राह आसान हो जाती। गड्ढों में तब्दील हुआ अधौरा का बस स्टैंड अधौरा। प्रखंड मुख्यालय का बस स्टैंड आज भी बदहाल स्थिति में है। उक्त बस स्टैंड में बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। मिट्टी के फर्श पर पानी बहता है। बरसात में वाहनों के ठहरने के बाद बस से उतरकर कहीं जाने और उसमें सवार होने जाने में यात्रियों को परेशानी होती है। उनके पैर कीचड़ से सन जाते हैं। इससे गिरकर चोटिल होने का भय बना रहता है। अगर प्रशासन द्वारा इसका पक्कीकरण कर दिया जाता तो अच्छा होता। जंगली जानवर कर रहे हैं फसल को नष्ट चैनपुर। प्रखंड के पहाड़ी इलाकों के किसानों द्वारा खेतों में लगाई गई फसल को जंगली जानवर खाकर व रौंदकर नष्ट कर रहे हैं। इससे किसानों को आर्थिक क्षति हो रही है। हालांकि बहुत कम ही किसानों द्वारा क्षतिपूर्ति के लिए वन विभाग में आवेदन दिया जाता है। किसान धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि पहले चना, अरहर को क्षति पहुंचाए, अब सब्जी की फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। नीलगाय, सांभर, हिरण जैसे जंगली जानवर इधर अक्सर आ रहे हैं। बड़े वाहनों को पुल पार करने में परेशानी रामपुर। प्रखंड मुख्यालय बेलांव की सोन उच्च स्तरीय मुख्य नहर पर सिंचाई विभाग द्वारा पुलिया का निर्माण कराया गया है। इस पुलिया से होकर गुजरने में बड़े वाहनों को परेशानी होती है। इस स्थिति में अक्सर वाहनों का जाम लगता है। पुलिया के पास मोड़ होने के कारण बड़े वाहनों को पार करने में काफी परेशानी होती है। स्थानीय लोगों ने पुलिया का चौड़ीकरण कराने की मांग सिंचाई विभाग से की गई है। सड़कों पर हाई स्पीड में चला रहे वाहन रामपुर। प्रखंड की सड़कों पर सिर्फ दोपहिया ही नहीं, अन्य वाहन भी हाई स्पीड में चलाए जा रहे हैं। अगर ट्रक खाली है तो उसकी स्पीड भी कम नहीं होती। हाइवा, डंपर व ट्रैक्टर भी पीछे नहीं हैं। बालू लदे वाहन की स्पीड देख सकते हैं। ट्रैफिक नियम को लेकर लोगों को जागरूक करने के बावजूद तेज रफ्तार में वाहन चलाने से चालक बाज नहीं आ रहे हैं। पुलिस द्वारा कार्रवाई किए जाने के बाद वह नहीं मान रहे हैं।
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