Farmers Struggle with Heat Scientists Advise Irrigation Techniques to Save Crops गर्म हवा व तीखी धूप में झुलस रहे हैं सब्जियों के पौधे, Bhabua Hindi News - Hindustan
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गर्म हवा व तीखी धूप में झुलस रहे हैं सब्जियों के पौधे

गर्मी और तेज धूप से सब्जियों के पौधे झुलस रहे हैं। किसान खेतों में सिंचाई के लिए अतिरिक्त पूंजी लगा रहे हैं। कृषि वैज्ञानिक डॉ. अमित कुमार सिंह ने ड्रिप इरिगेशन सिस्टम अपनाने का सुझाव दिया है, ताकि...

Newswrap हिन्दुस्तान, भभुआFri, 30 May 2025 08:58 PM
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गर्म हवा व तीखी धूप में झुलस रहे हैं सब्जियों के पौधे

फसल को बचाने के लिए दो दिन बीच करके खेतों की कर रहे सिंचाई बोले वैज्ञानिक, मिट्टी की नमी बनाए रखने के लिए हल्की सिंचाई करें (पेज चार) भभुआ, कार्यालय संवाददाता। गर्म हवा व तीखी धूप से खेतों में लगे सब्जियों के पौधे झुलसने लगे हैं। किसान इन पौधों को बचाए रखने के लिए खेतों में पसीना बहा रहे हैं। अतिरिक्त पूंजी लगा रहे हैं। फिलहाल खेतों में गर्मा कद्दू, करैला, टमाटर, भिंडी, बैगन, नेनुआ आदि की फसलें लगी हैं। किसान परमेश्वर सिंह कहते हैं कि पहले पूरबा हवा बह रही थी। तब सब्जियों के पौधों को ज्यादा नुकसान नहीं था।

लेकिन, दो दिनों से पछुआ हवा चलने लगी है। इससे खेतों की मिट्टी की नमी बनाए रखने के लिए सिंचाई पर अतिरिक्त खर्च करना पड़ रहा है। किसान प्रदीप मौर्या ने बताया कि बाजार में सब्जियों के अच्छे दाम नहीं मिल रहे हैं। इस कारण अब तो इच्छा भी नहीं कर रही है कि पौधों की सिंचाई करें। लेकिन, मजबूरी है। खाने के लिए ताजी सब्जियां मिल जाती हैं और कुछ खर्च भी निकल जाता है। लेकिन, फायदे कम हो रहे हैं। अखिलेश सिंह बताते हैं कि बैगन के पौधे सूखने लगे हैं। टमाटर के फल बड़े आकार नहीं ले रहे हैं। लाल होने के बजाय पीले हो जा रहे हैं। हालांकि बाजार में टमाटर के दाम में सुधार हुआ है। लेकिन, भिंडी, करैला, कद्दू के काफी कम दाम मिल रहे हैं। गर्मी में ऐसे करें फसल का बचाव कृषि वैज्ञानिक डॉ. अमित कुमार सिंह ने बताया कि गर्मी के दिनों में पौधों और जमीन में पर्याप्त नमी बनाए रखने के लिए ड्रिप इरिगेशन सिस्टम अपनाना चाहिए। यह कारगर उपाय है। इससे पौधों और जमीन में नमी बनी रहती है। हल्की सिंचाई करनी चाहिए। गर्मी में 45 डिग्री या उससे अधिक तपमान में केला, पपीता, टमाटर समेत अन्य फसलें झुलसने लगती हैं। किसान अपनी फसल के आसपास मक्का, घास समेत अन्य फसल लगा सकते हैं, जिससे फसलों पर लू का सीधा असर नहीं पड़ेगा। गर्मी में वाष्पीकरण की प्रक्रिया तेज हो जाती है, जिससे जमीन तेजी से सूखने लगती है। फोटो- 30 मई भभुआ- 6 कैप्शन- भभुआ शहर के राजेंद्र सरोवर से हवाई अड्डा जानेवाले पथ के खेत में शुक्रवार को सूखा दिखता बैगन का पौधा।

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