नगर परिषद क्षेत्र में चार वर्षों में बढ़ गए 400 स्ट्रीट वेंडर
कोरोना काल में भभुआ शहर में स्ट्रीट वेंडर की संख्या 560 से बढ़कर 990 हो गई है। 801 आवेदकों में से 546 को सरकार द्वारा ऋण मिला है। प्रधानमंत्री स्ट्रीट आत्मनिर्भर निधि योजना के तहत छोटे व्यवसायियों को...

कोरोना काल में भभुआ शहर में वर्ष 2021 में 560 थे स्ट्रीट वेंडर, अब इनकी संख्या 990 पहुंच गई, जगह पड़ने लगी है कम शहर के 801 आवेदक स्ट्रीट वेंडर में से 546 को ही मिला ऋण रोजगार विस्तार करने के लिए स्ट्रीट वेंडर को सरकार देती है लोन (पेज चार की लीड खबर) भभुआ, कार्यालय संवाददाता। नगर परिषद क्षेत्र में फुटपॉथ पर ठेला-खोमचार लगाकर कारोबार करनेवाले स्ट्रीट वेंडर की संख्या में वृद्धि हुई है। शहर में चार वर्षों में 400 स्ट्रीट वेंडर की संख्या बढ़ी है। कोरोना काल में वर्ष 2021 में इनकी संख्या 560 थी। लेकिन, अब इनकी संख्या 990 पहुंच गई है।
यानी कोरोना काल में जिन प्रवासियों ने फुटपॉथ पर कारोबार शुरू किया था, उनमें से अधिक लोग मुनाफा देख यहीं रह गए और आज भी रोजगार कर रहे हैं। हालांकि वित्तीय वर्ष 2022-23 व 2023-24 में इनका सर्वे नहीं हुआ था। सबसे बड़ी बात यह है कि सरकार इन स्ट्रीट वेंडर को रोजगार विस्तार करने के लिए प्रधानमंत्री स्ट्रीट आत्मनिर्भर निधि योजना से ऋण मुहैया कराती है, ताकि वह कारोबार को बढ़ाकर आत्मनिर्भर बन सकें। कार्यालय की सहायत ममता कुमारी ने बताया कि भभुआ शहर में फिलहाल 990 स्ट्रीट वेंडर हैं। इनमें से 451 को आई कार्ड दिया गया है, जबकि 924 स्ट्रीट वेंडर को प्रमाण पत्र उपलब्ध कराए गए हैं। शहर के 990 स्ट्रीट वेंडर में से 809 ने उक्त योजना के तहत ऋण लेने के लिए आवेदन किया था। कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, 809 आवेदनों में 551 का चयन किया गया। जबकि 546 को ही ऋण मिल सका। बताया गया है कि 429 स्ट्रीट वेंडर को 10 हजार रुपए ऋण दिए गए हैं। समय पर कर्ज चुकता करने व आवेदन करने वाले 102 स्ट्रीट वेंडर को 20 हजार तथा 15 दुकानदारों को 50-50 हजार रुपए ऋण उपलब्ध कराया गया है, जिससे वह रोजगार कर रहे हैं। इनमें कुछ महिलाएं भी शामिल हैं। पूछने पर बताया कि बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, इंडिया बैंक, केनरा बैंक आदि बैंकों के माध्यम से ऋण मिला है। दस हजार तक मिलता है ऋण प्रधानमंत्री स्ट्रीट आत्मनिर्भर निधि योजना से जीविकोपार्जन के लिए शहर के फुटकर विक्रेताओं को सरकार 10 हजार रुपए ऋण के रूप में देती है, ताकि वह अपने कोरोबार को गति दे सकें। उक्त योजना से ऋण लेने में किसी तरह की गारंटी की जरूरत नहीं है। इस योजना के तहत नगर निकायों में फुटपाथ विक्रेताओं को जीविकोपार्जन को बढ़ावा देने के लिए ऋण दिए जाए जाते हैं। डिजिटल लेनदेन करने पर मिलता है पुरस्कार दुकानदारों को यह ऋण बिना किसी सिक्योरिटी के प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत दुकानदार ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। फेरीवाले, विक्रेता, रेहरी, पटरीवाला, सड़क पर छोटे व्यवसाय करने वालों की परेशानी दूर करने के लिए सरकार उन्हें ऋण उपलब्ध करा जाती है। इस योजना के तहत कर्ज लेने वाले इन छोटे कारोबारियों को नियमित रूप से भुगतान करने के लिए प्रोत्साहित और डिजिटल लेनदेन पर पुरस्कार भी किया जाता है। कम ब्याज दर पर इन्हें मिलेगा लोन इस योजना में नाई, मोची, पान की दूकानें, वेंडर, हॉकर, ठेले वाले, रेहड़ी वाले, फलवाले, कपड़े धोने, सब्जी, चाऊमीन, ब्रेड पकौड़ा, अंडे, सड़क किनारे किताब, कैलेंडर आदि चीजें बेचने वाले छोटे-छोटे दुकानदारों को लाभ मिलेगा। आवेदन के लिए यह दस्तावेज जरूरी - आवेदनकर्ता का आधार कार्ड - विक्रय प्रमाण पत्र - वोटर आईडी कार्ड - बैंक अकाउंट पासबुक - मोबाइल नंबर - पासपोर्ट साइज फोटो ऑनलाइन ऐसे करें आवेदन - ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं - आवेदन करने का लिंक मिलेगा - आवेदन पर क्लिक करें - एक नया पेज ओपन होगा - उसपर फोन और केप्चा कोड डालना होगा - आवेदन करने का फॉर्म दिखेगा - फॉर्म भरकर सब्मीट कर दें - आवेदन के साथ दस्तावेज संलग्न करें कोट भभुआ शहर में स्ट्रीट वेंडर की संख्या में वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री स्ट्रीट आत्मनिर्भर निधि योजना से ऋण लेने के लिए 801 दुकानदारों ने आवेदन किया था। इनमें से 546 लोगों को ऋण मिल चुका है। जबकि चयन 551 दुकानदारों का हुआ था। मनोज कुमार केशरी, नगर मिशन प्रबंधक, एनयूएलएम फोटो- 15 मई भभुआ- 3 कैप्शन- शहर के मुंडेश्वरी सिनेमा हॉल के पास गुरुवार को फुटपॉथ पर ठेला लगाकर कारोबार करते दुकानदार।
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