बच्चों व माताओं के स्वस्थ रहने के लिए पोषण पखवाड़ा शुरू
भभुआ जिले में बच्चों और माताओं के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए पोषण पखवाड़ा शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम में 62 हजार बच्चों और 28 हजार गर्भवती महिलाओं को कुपोषण और मोटापे से बचाने के उपाय बताए...

स्वास्थ्य, समाज कल्याण, शिक्षा, कृषि, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण सहित अन्य विभाग के सहयोग से चलाया जाएगा कार्यक्रम आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से करीब 62 हजार बच्चों की सेहत सुधार की होगी पहल बच्चों के मोटापा कम करने के उपाय की दी जाएगी जानकारी, गर्भवती को मिलेगा लाभ 28 हजार गर्भवती व धात्री महिलाएं होंगी शामिल (युवा पेज की खबर) भभुआ, एक प्रतिनिधि। जिले में बच्चों व माताओं के स्वस्थ रखने के लिए पोषण पखवारा शुरू किया गया। आंगनबाड़ी केंद्र से जुड़े बच्चों को कुपोषण, मोटापा, किशोरियों को एनितिया व गर्भवती को स्वस्थ रखने को लेकर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। यह पोषण पखवाड़ा 22 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों के पोषक क्षेत्र में आने वाले बच्चों के साथ-साथ उस क्षेत्र की गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के स्वास्थ्य के विषय में चर्चा कर उन्हें कुपोषण से बचने एवं गंभीर बीमारियों से छुटकारा दिलाने की दिशा में पहल की जाएगी। पोषण पखवाड़ा स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग, कृषि विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग सहित अन्य विभागों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इस अभियान के दौरान जिले के 61915 बच्चों, 28304 गर्भवती व धात्री महिलाओं के अलावा किशोरियों को कुपोषण से बचाव के टिप्स दिए जाएंगे। आईसीडीएस के अधिकारियों ने बताया कि इस पोषण पखवाड़ा के दौरान गर्भवती व धात्री महिलाओं को दिए जाने वाले टेक होम राशन व अन्य चीजों के बारे में जानकारी ली जाएगी। उन्हें स्वस्थ रहने के लिए उनके शरीर में जिस पौष्टिक चीजों की कमी होगी, उसे ग्रहण करने के बारे में बताया जाएगा, ताकि वह या उनका बच्चा कुपोषण के शिकार नहीं हो सकें। उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों के पोषक क्षेत्र में कई बच्चे मोटापा का शिकार हो रहे हैं। इन बच्चों को हरी साग-सब्जी, सलाद, अंकुरित चना-मूंग का सेवन करने, योगाभ्यास करने, भोजन में पौष्टिक आहार शामिल करने की जानकारी दी जाएगी। बच्चों को नूडल्स, पास्ता, चाकलेट आदि हानिकारक चीजों को नहीं खाने के लिए जागरूक किया जाएगा। जागरूकता रैली निकाली जाएगी पोषण पखवाड़ा के दौरान गांव, पंचायत, प्रखंड व जिला स्तर पर जागरूकता रैली निकाली जाएगी, ताकि लोग जागरुक होकर अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत हो और बेहतर जिंंदगी जी सके। अधिकारियों ने बताया है कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर 1000 दिन का प्लान तैयार किया गया है। इसके तहत लाभार्थियों का मॉड्यूल तैयार किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत बच्चों को हाथ धोने, संक्रमण से बचाव करने आदि की जानकारी दी जाएगी। स्वास्थ्य शिविर लगाया जाएगा सदर प्रखंड की सीडीपीओ सरिता रानी ने बताया कि इस पखवाड़ा के तहत स्वास्थ्य शिविर लगाया जाएगा, जिसमें एनीमिया जैसी बीमारी के बारे में जागरूक किया जाएगा। स्वास्थ्य जांच कर दवाएं भी दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस अभियान में अन्य विभाग के पदाधिकारी भी भाग ले रहे हैं। ऐसे में इस अभियान को व्यापक बनाने के लिए पूरी तरह से प्रोग्राम बनाया गया है, जिसके तहत किशोर, गर्भवती एवं धात्री महिला के यहां कब पहुंचना है और कब उन्हें क्या जानकारी देनी है की योजना तैयार की गई है। कुपोषित बच्चों की कराई जा रही है पहचान सीडीपीओ ने बताया कि कुपोषण प्रबंधन के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों के पोषक क्षेत्र में वैसे बच्चों की पहचान कराई जा रही है, जो कुपोषण के शिकार हैं। उन्हें कुपोषण से बाहर निकालने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच कर रही है। बच्चों को कुपोषण मुक्त करने के उपाय उनके अभिभावकों को बताया जा रहा है। विश्व पर्यावरण दिवस पर बच्चों एवं आंगनबाड़ी केंद्र की महिलाओं को पर्यावरण से जुड़ी जानकारी दी जाएगी, ताकि इसका लाभ आंगनबाड़ी के पोषक क्षेत्र के लोगों को मिल सके। फोटो 9 अप्रैल भभुआ-7 कैप्शन- भभुआ शहर के कचहरी पथ के मुहल्ले के आंगनबाड़ी केंद्र में बुधवार को पढ़ाई करते बच्चे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।