सोलर पावर प्लांट के लिए 23 अप्रैल तक करे आवेदन: ईईई
प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत बिहार में किसानों को सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ाने के लिए 23 अप्रैल तक आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इस योजना का लक्ष्य किसानों की आय बढ़ाना और कृषि कार्य में सौर ऊर्जा के...

प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत किसानों को सौर उर्जा प्रयोग पर बल साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी इस प्लांट से बिजली खरीदेगी (पेज चार) भभुआ, एक प्रतिनिधि। प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (कुसुम योजना) के तहत बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड द्वारा 962 विद्युत उपकेंद्रों से जुड़े कुल 3188 कृषि व मिश्रित फीडरों के सोलराइजेशन के लिए अब 23 अप्रैल तक आवेदन किया जा सकता है। पहले आवेदन करने की तिथि दो अप्रैल तक थी। इसकी जानकारी विद्युत कार्यपालक अभियंता शशिकांत कुमार ने दी और बताया कि इस योजना का उद्देश्य किसानों की आमदनी में वृद्धि करना और कृषि कार्य के लिए सौर ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ावा देना है, ताकि कार्बन उत्सर्जन में कमी आए। उन्होंने बताया कि नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय प्रति मेगावाट 1 करोड़ 5 लाख रुपए व बिहार सरकार प्रति मेगावाट 45 लाख रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। केंद्रीय वित्तीय सहायता कृषि फीडर पर मौजूद लोड के आधार पर प्रदान की जाएगी और राज्य सरकार द्वारा वित्तीय सहायता निविदा में वर्णित संयंत्र की क्षमता के अनुरूप होगी। सोलर पावर प्लांट से किसान अपनी खुद की ऊर्जा पैदा कर सकते हैं, जिससे वह बिजली के संकट से मुक्त होंगे। स्थिर पानी की आपूर्ति से फसल की गुणवत्ता में सुधार व लागत में कमी आएगी। उन्होंने बताया कि 12 महीने के अंदर सोलर प्लांट का निर्माण कर उसे 11 केवी लाइन द्वारा विद्युत उपकेंद्र से जोड़ना होगा। साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी 25 वर्षों के लिए इस प्लांट से बिजली खरीदने का इकरारनामा करेगी। एक मेगावाट सोलर प्लांट लगाने के लिए लगभग 4 एकड़ जमीन की आवश्यकता होती है। इस योजना का लाभ किसान, किसान समूह, सहकारिता, पंचायत, किसान उत्पादक संघ, जल उत्पादक संघ, स्वयं सहायता समूह, बिना किसी तकनीकी वित्तीय मापदंड के लाभ ले सकते हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।