अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए प्रखंड स्वच्छता समन्वय
कैमूर जिले में संविदा पर कार्यरत प्रखंड स्वच्छता समन्वयक विभिन्न मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। हड़ताल के कारण पंचायतों में स्वच्छता अभियान की निगरानी प्रभावित हो रही है।...

हड़ताल के कारण प्रखंडों में स्वच्छता की निगरानी हो रही प्रभावित जिला प्रशासन को सौंपा मांग ज्ञापन, संघ के आह्वान पर हैं हड़ताल पर (पेज तीन) भभुआ, हिन्दुस्तान संवाददाता। विभिन्न मांगों के समर्थन में कैमूर जिले में संविदा पर कार्यरत प्रखंड स्वच्छता समन्वय अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। प्रखंड स्वच्छता समन्वयकों के हड़ताल पर चले जाने के कारण पंचायतों में चल रहे स्वच्छता अभियान की मॉनिटरिंग प्रभावित हो रही है। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, अपनी मांगों के समर्थन में प्रखंड स्वच्छता समन्वयक ने सात अप्रैल को पटना में धरना दिया था। संघ के आह्वान पर मंगलवार से कामकाज ठप कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। प्रखंड स्वच्छता समन्वयकों ने जिला प्रशासन को मांगों का ज्ञापन सौंपा है। मांगों में मुख्य रूप से जीविका बीपीएम के समतुल्य वेतन भत्ता एवं अन्य सुविधाएं लागू करने, लोहिया स्वच्छता योजना अंतर्गत संविदा पर 14 वर्षों से नियुक्त एवं कार्यरत प्रखंड समन्वयकों की सेवा बिना शर्त 60 वर्ष तक करने, परियोजना समाप्ति के बाद भी समकक्ष पद पर बिहार सरकार के अन्य विभाग में समायोजन करने शामिल हैं। समन्वयकों ने 31 अगस्त 2015 के आलोक में लोहिया स्वच्छता योजना अंतर्गत कार्यरत प्रखंड समन्वयकों को प्रखंड स्वच्छता प्रबंधक के पद पर प्रत्यार्पित करने के अलावा सेवाकाल में दुर्घटना, सामान्य मृत्यु होने पर बीआरडीएस के अनुरूप अधिकतम अनुग्रह राशि 25 लाख रुपये करने से संबंधित प्रस्ताव स्वीकृत कराने की भी मांग की है। समन्वयकों ने दंडात्मक कार्रवाई के फलस्वरूप सेवामुक्त किये गये एवं पुन: सेवा में वापस लिये जाने की स्थिति में रि-कॉट्रैक्ट करने के बजाए कॉट्रैक्ट रिनुअल करते हुए प्रथम नियुक्ति की तिथि से सेवा की गणना करने एवं अनुभव प्रोत्साहन राशि देने की मांग सरकार से की है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।