बोले भागलपुर: खिलाड़ियों के लिए बने इंडोर और आउटडोर स्टेडियम
भागलपुर जिले में बॉल बैडमिंटन खेल के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है, लेकिन संसाधनों की कमी और आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। नवगछिया के खिलाड़ियों ने अखिल भारतीय प्रतियोगिता...
बॉल बैडमिंटन का खेल भागलपुर जिले में पिछले कई वर्षों से जारी है, जिसमें भागलपुर के अलावा नवगछिया के बॉल बैडमिंटन खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करते हुए बड़ी उपलब्धियां अर्जित की हैं। भागलपुर विश्वविद्यालय की टीम पहली बार अखिल भारतीय अंतर विवि प्रतियोगिता में अंतिम आठ में जगह बनाने वाली बिहार की पहली टीम बनी। जिसमें भागलपुर के पुलिस जिला नवगछिया के खिलाड़ियों का बड़ा योगदान रहा। भागलपुर के खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण और पर्याप्त अवसर मिले, इसके लिए खेल के मैदान की जरूरत के साथ राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षक की व्यवस्था होनी चाहिए।
नवगछिया में स्टेडियम के अभाव में बड़े टूनामेंट का आयोजन नहीं हो पाता है, जबकि आर्थिक सहयोग एवं नौकरी की सुविधा नहीं मिल पाने के कारण खिलाड़ियों को उनका भविष्य अधर में लटका होना महसूस होता है। वहीं बॉल बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष मनोज कुमार लाल ने बताया कि खिलाड़ियों को ड्रेस, ट्रैक सूट, और किसी प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए आने जाने का किराया तक नहीं मिलता है, जिसके कारण संघ और अभिभावक के सहयोग से बच्चे टूर्नामेंट में भाग लेते है, जबकि कई खिलाड़ी आर्थिक परेशानी के कारण चयनित होने के बाद भी अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने से वंचित रह जाते है। खिलाड़ी अगर खेल के दौरान चोटिल हो जाते हैं तो उपचार या उनको आर्थिक सहयता प्रदान करने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। इसलिए खिलाड़ियों को स्वास्थ्य जांच के फिजियो की व्यवस्था मिलनी चाहिए। भारतीय खेल प्राधिकरण के केंद्र के साथ राष्ट्रीय स्तर के कोच की सुविधा मिलनी चाहिए। जिला प्रशासन और खेल विभाग जयरामपुर उच्च विद्यालय मैदान या बिहपुर प्रखंड कार्यालय परिसर में मौजूद जमीन पर सुविधा से संपन्न खेल के मैदान का निर्माण कराए, जिससे खेलकूद की गतिविधि से जुड़कर अपने करियर को संवार सके।
नवगछिया पुलिस जिला बॉल बैडमिंटन संघ के सचिव ज्ञानदेव कुमार ने बताया कि बिहपुर से अबतक दर्जनों बॉल बैडमिंटन खिलाड़ी हैं जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर शामिल होकर अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित किया। बॉल बैडमिंटन के खिलाड़ियों के पास स्थायी जगह के अभाव में इनकी खेल प्रतिभा पर बुरा असर पड़ रहा है। संघ के उपाध्यक्ष चंदन भारद्वाज ने बताया कि सरकार और स्थानीय प्रशासन को नवगछिया के बिहपुर में 20 बीघा जमीन पर चरवाहा विद्यालय बनाने के लिए तो जमीन उपलब्ध हो जाती है, लेकिन जिस खेल के मैदान से खिलाड़ियों के भविष्य को ऊंची उड़ान मिल सकती है वह खेल का मैदान आज तक बनाया जा सका। काफी प्रयासों के बाद बॉल बैडमिंटन के अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी राहुल कुमार और अंकित शर्मा का चयन डाक विभाग के लिए खेल कोटे से हुआ, जबकि उनकी ज्वानिंग होना बाकी है। लेकिन कई ऐसे खिलाड़ी है जिन्हें बिहार सरकार के मेडल लाओं नौकरी पाओ के तहत अभी भी आर्थिक मदद और नौकरी का इंतजार है।
वहीं बॉल बैडमिंटन खिलाड़ी अभिलाषा और प्रज्ञा ने बताया कि सरकार और जिला प्रशासन से खेल सामग्री और इनडोर और आउटडोर स्टेडियम सुनिश्चित की जाय तो उन जैसे कई खिलाड़ी भागलपुर और नवगछिया बॉल बैडमिंटन को राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर सफलता दिया सकते हैं। बॉल बैडमिंटन खिलाड़ी मनीषा और शीतल ने बताया कि सरकार अगर खिलाड़ियों के साथ खेल संघों को संसाधन और स्थान उपलब्ध कराए तो खिलाड़ी हर मोर्चे पर अपनी काबिलियत को साबित करने में सक्षम हैं। पुष्कर कुमार ने बताया कि खेल को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय प्रशासन और और सरकार को जरूरी संसाधन उपलब्ध कराने और टैलेंट सर्च अभियान चलाने की जरूरत है।
खिलाड़ी बना रहे राष्ट्रीय पटल पर अपनी पहचान
बॉल बैडमिंटन संघ नवगछिया के उपाध्यक्ष चंदन भारद्वाज ने बताया कि बॉल बैडमिंटन इंडोर और आउटडोर दोनों स्तर पर खेला जाता है, जबकि संघ के प्रयासों और खिलाड़ियों की मेहनत के बावजूद यहां पर इंडोर या आउटडोर स्टेडियम की कोई व्यवस्था नहीं है। दर्जनों खिलाड़ी नवगछिया से निकलकर राष्ट्रीय पटल पर अपनी पहचान बना रहे है, लेकिन सरकार के स्तर से उन्हें कोई सहयोग नहीं मिल पाता है। कई बार इसको लेकर भागलपुर के खेल पदाधिकारी से भी बात की गई, पर कोई लाभ नहीं मिल सका है। संघ और खिलाड़ियों के अभिभावक के आर्थिक सहयोग से खिलाड़ी आगे बढ़ रहे है, पूरे बिहार में नवगछिया बॉल बैडमिंटन टीम का दबदबा है, जिसके कारण 11 बार राज्यस्तरीय प्रतियोगिता की विजेता बनी है।
खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देकर संघ कर रहा तैयार
बॉल बैडमिंटन संघ नवगछिया के उपाध्यक्ष मो. मोईन राईन ने बताया कि यहां के कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। पुलिस जिला नवगछिया बॉल बैडमिंटन संघ के प्रयासों से विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देकर तैयार किया जा रहा है, जबकि बच्चों ने भी अपनी लगन से बेहतर मुकाम हासिल करने की दिशा में प्रयास जारी रखा है। उन्होंने बताया कि नवगछिया में रेलवे के जिस मैदान पर खिलाड़ी प्रैक्टिस और प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं, वहां साल में चार से पांच माह तक जलजमाव की स्थिति बनी रहती है, जिसके कारण खेल गतिविधि बाधित हो जाती है। अगर सरकार बिहपुर प्रखंड मैदान पर सुविधाओं से युक्त खेल का मैदान तैयार करे, तो काफी लाभ होगा।
खिलाड़ी संघ व घर वालों के खर्च पर लेते हैं हिस्सा
नवगछिया पुलिस जिला बॉल बैडमिंटन संघ के सचिव सह राज्य प्रवक्ता ज्ञानदेव कुमार ने बताया कि भागलपुर के पुलिस जिला नवगछिया अनुमंडल के बिहपुर, खरीक और नारायणपुर प्रखंड की पहचान पूर्व से ही खेल और खिलाड़ियों से होती रही है। लेकिन सरकार और जिला प्रशासन के द्वारा हमेशा से इस क्षेत्र को उपेक्षित किया गया है। लगातार बेहतर खिलाड़ी निकलने के बाद भी जरूरी संसाधन और सुविधाओं किा लाभ नहीं मिल पाना है। खिलाड़ियों को प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए संघ के सहयोग के अलावा अपने और घर वालों के खर्च पर ही प्रैक्टिस और कई बड़े टूर्नामेंट में हिस्सा लेने जाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि बॉल बैडमिंटन के कई ऐसे अंतराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी है, जिनकी उम्रसीमा पार कर रही है। लेकिन अब तक उन्हें सरकारी नौकरी नहीं मिल सकी है।
संसाधनों की कमी से खिलाड़ियों को परेशानी
भागलपुर जिला बॉल बैडमिंटन संघ के सचिव अमर आहूजा ने बताया कि भागलपुर के बॉल बैडमिंटन खिलाड़ियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, लेकिन संसाधन की कमी के कारण बच्चों को परेशानी होती है। बॉल बैडमिंटन संघ के द्वारा बच्चों को कम संसाधन में तैयार किया जा रहा है। बेहतर खिलाड़ी निकलने के बावजूद जिला प्रशासन की ओर से अब तक किसी तरह का सहयोग नहीं मिल पाता है। भागलपुर जिला से बॉल बैडमिंटन खिलाड़ी फरहत, आयत और बॉबी ने राष्ट्रीय स्तर तक की प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के साथ बिहार सरकार से सम्मानित भी हो चुके हैं, लेकिन अब तक सरकार के द्वारा इस खेल और खिलाड़ियों को ना तो जरूरी संसाधन या आर्थिक सहयोग का लाभ मिला और ना ही इन्हें सरकारी नौकरी का लाभ मिल सका है।
इनकी भी सुनिए
एसोसिएशन खिलाड़ियों को सहायता मुहैया कराती है। यहां के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में अपनी क्षमता प्रदर्शित कर चुके हैं। लेकिन मैदान उपलब्ध नहीं होने के कारण परेशानी होती है।
मनोज कुमार लाल, अध्यक्ष (नवगछिया)
बॉल बैडमिंटन खेल के सामान और खेल के मैदान की कमी है, लेकिन उनलोगों को सरकार द्वारा कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है। खिलाड़ी अपने परिवार की सहायता से आगे बढ़ रहे हैं।
अंकित शर्मा, अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी
बॉल बैडमिंटन खिलाड़ियों को उचित पोषण और प्रशिक्षण नहीं मिलने से परेशानी होती है। कई खिलाड़ियों को आवश्यक संसाधन के अभाव में अपनी प्रतिभा विकसित करने के लिए संघर्ष करना पड़ता है।
राकेश कुमार, राष्ट्रीय खिलाड़ी
बिहार सरकार द्वारा खेल को बढ़ावा के लिए नीति निर्धारित करने वाले लोगों कमी है। खेल का सही ज्ञान नहीं होने के कारण सरकार के स्तर से खिलाड़ियों की समस्या को नजर अंदाज कर दिया जाता है।
गुलशन कुमार, राष्ट्रीय खिलाड़ी
बिहार में बॉल बैडमिंटन खिलाड़ियों को सुविधाओं की कमी, खिलाड़ियों की कमजोर वित्तीय स्थिति, राज्य सरकार से पर्याप्त समर्थन का अभाव और इनडोर स्टेडियम उपलब्ध नहीं होने से परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
विशाल कुमार, राष्ट्रीय खिलाड़ी
खेल के विकास के लिए पर्याप्त धन उपलब्ध नहीं हो पाता है। कुछ विश्वविद्यालयों में खेल को महत्व नहीं मिल पाने के कारण खिलाड़ियों को उचित प्रोत्साहन प्राप्त नहीं हो पाता है। इससे उनकी प्रतिभा का विकास नहीं हो पाता है।
सूरज कुमार, राष्ट्रीय खिलाड़ी
भागलपुर और नवगछिया में नियमित प्रैक्टिस के लिए ग्राउंड की व्यवस्था नहीं है। बिहपुर में खिलाड़ी जिस रेलवे के ग्राउंड पर खेलते हैं वहां साल में करीब 6 महीने तक पानी जमा रहने की समस्या रहती है।
अभिलाषा कुमारी, राष्ट्रीय खिलाड़ी
बॉल बैडमिंटन खिलाड़ी के पास प्रैक्टिस के लिए मैदान की व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण खिलाड़ी पर्याप्त प्रशिक्षण और अभ्यास से वंचित रह जाते हैं। बिहपुर में रेलवे के ग्राउंड पर अधिकतर समय पानी जमा रहता है।
साक्षी कुमारी, राष्ट्रीय खिलाड़ी
प्रैक्टिस और टूर्नामेंट के आयोजन के लिए ग्राउंड किराए पर लेना पड़ता है। इससे आर्थिक दबाव बढ़ जाता है। तत्काल रेलवे का जो ग्राउंड है, उसमें बारिश का पानी जमा रहता है। कई बार यहां दूसरे खिलाड़ी प्रैक्टिस कर रहे होते हैं।
प्रज्ञा भारती, राष्ट्रीय खिलाड़ी
ग्रामीण क्षेत्र से अगर खिलाड़ी की प्रतिभा खोजने के लिए अगर सरकार पहल करे तो खेलकूद की गतिविधि को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। इसमें खेल सामग्री और मैदान सबसे महत्वपूर्ण सुविधाओं में शामिल हैं। राहुल कुमार, अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी
यहां के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में शामिल होकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन और सफलता प्राप्त कर चुके हैं, लेकिन खिलाड़ियों को सम्मान और प्रशस्ति पत्र के अलावा कोई सहयोग नहीं मिल सका है।
आशीष कुमार उर्फ सन्नी, राष्ट्रीय खिलाड़ी
संसाधन और जरूरी सुविधाओं के अभाव में कई खिलाड़ी इस खेल से दूर होने लगे है। खेल विभाग और जिला प्रशासन के स्तर से खेल उपकरण के साथ इंडोर और आउटडोर स्टेडियम की निशुल्क सुविधा मिलनी चाहिए।
मो. सैफ अली
शिकायतें
1. बॉल बैडमिंटन खिलाड़ियों को सरकार या जिला प्रशासन से किसी तरह की मदद नहीं मिल पाती है, इससे कई खिलाड़ी पीछे रह जाते हैं।
2. नवगछिया के बिहपुर स्थित रेलवे ग्राउंड पर जहां खिलाड़ी प्रैक्टिस करते हैं, वहां साल में चार से पांच माह जलजमाव की स्थिति बनी रहती है।
3. बॉल बैडमिंटन खिलाड़ियों को अभ्यास और प्रतियोगिता आयोजित करने के लिए कोई निश्चित स्थान और संसाधनों की व्यवस्था नहीं है।
4. मेडल विनर खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी का लाभ नहीं मिल पा रहा है, खिलाड़ियों को अपने करियर की चिंता बनी रहती है।
5. सरकार, खेल विभाग और स्थानीय प्रशासन से सहयोग नहीं मिल पाता है, इससे खिलाड़ियों का मनोबल कम होता है।
सुझाव
1. बिहपुर प्रखण्ड कार्यालय परिसर या जयरामपुर उच्च विद्यालय मैदान में सरकार द्वारा खेल का मैदान बनाने की जरूरत है।
2. बॉल बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए संसाधन के साथ आर्थिक सहयोग की व्यवस्था की जानी चाहिए, जिससे खिलाड़ी आगे बढ़ सकें।
3. सरकार को ग्रामीण स्तर पर अभियान चलाकर खेल की प्रतिभाओं की खोज कर उनकी प्रतिभा को निखारने की जरूरत है।
4. मेडल प्राप्त करने वाले बॉल बैडमिंटन खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षक से ट्रेनिंग मिल सके, इसके लिए सरकार को पहल करनी चाहिए।
5. बॉल बैडमिंटन खिलाड़ियों को संघ के द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता हैं। संघ और खिलाड़ियों को सरकार से आर्थिक मदद मिलनी चाहिए।
बोले जिम्मेदार
सरकार खेल को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है। बॉल बैडमिंटन के खिलाड़ियों को बेहतर खेल और मेडल प्राप्त करने पर सम्मानित भी किया जाता है। खेल के मैदान के लिए भी विभिन्न प्रखंडों में काम चल रहा है। जिले के 137 पंचायतों में खेल मैदान निर्माण के लिए कार्य और प्रक्रिया जारी है। राष्ट्रीय स्तर के कोच और प्रशिक्षण की व्यवस्था को लेकर सरकार विचार कर रही हैै। बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को आर्थिक सहयोग भी दिया जाता है। बॉल बैडमिंटन खिलाड़ियों ने बेहतर प्रदर्शन किया है और इसके लिए भी स्टेडियम और जरूरी संसाधन मुहैया कराया जाय इसपर विचार किया जा रहा है।
जयनारायण कुमार, जिला खेल पदाधिकारी, भागलपुर
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