महिलाओं के मंतव्य से राज्य को मिलेगा नया मुकाम
नल जल योजना को महिलाओं ने सराहा, कहा ग्रामीण परिवारों के लिए किसी वरदान से

भागलपुर, मुख्य संवाददाता। महिला सशक्तीकरण की दिशा में बिहार अब एक नया अध्याय लिखने की तैयारी में है। राज्य की आधी आबादी को सशक्त करने की दिशा में राज्य सरकार द्वारा अनेकों योजनाएं शुरू की गई थीं। जिसके परिणामस्वरूप महिलाएं सशक्त एवं स्वावलंबी बनकर अपने परिवार और समाज को नई दिशा दे रही हैं। ये महिलाएं अब एक कदम और आगे बढ़ाते हुए अपने गांव और राज्य के विकास का खाका भी खींच रही हैं। दरअसल, राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर आयोजित किए जा रहे महिला संवाद कार्यक्रम के माध्यम से महिलाएं नई नीतियों, योजनाओं और अपनी आकांक्षाओं पर मंथन कर रही हैं।
जिससे राज्य के विकास के लिए सरकार नई नीतियों का निर्माण कर सके। यह जानकारी डीपीएम सुनिर्मल गरेन ने दी। उन्होंने बताया कि गोराडीह प्रखंड की नदियामा पंचायत में सोनालिका ग्राम संगठन में आयोजित महिला संवाद में हिस्सा लेने वाली रूबी देवी ने बताया कि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि सरकार राज्य के विकास के बारे में महिलाओं से मंतव्य लेगी। वह कहती है, हमें अपनी बातें सरकार तक पहुंचाने का अच्छा अवसर मिला है। इसी तरह सबौर प्रखंड के बैजलपुर गांव में सितारा जीविका महिला ग्राम संगठन की सदस्य कौशल्या देवी सरकारी योजना से मिले लाभ के बारे में बताती हैं कि सरकार ने हमें आगे बढ़ने का खूब मौका दिया है। महिलाओं के लिए कई प्रकार की योजनाएं चलाई गई है, जिससे हमलोग लाभान्वित हुए हैं। बेटियों को पढ़ने और आगे बढ़ने के लिए भी कई योजनाएं चलाई जा रही है। शाहकुंड प्रखंड की दरियापुर पंचायत स्थित दर्पण ग्राम संगठन में आयाजित महिला संवाद कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित हुईं। इस दौरान महिलाओं ने अपनी स्थानीय मांगों को रखा। महिलाओं ने ग्रामीण स्तर पर कोल्ड स्टोरेज की स्थापना पर बल दिया। वहां महिलाओं ने कहा कि नल जल योजना की तारीफ करते हुए कहा कि तपती गर्मी में पानी के स्रोत सूख रहे हैं। ऐसी स्थिति में नल-जल योजना हमारे लिए वरदान से कम नहीं है। हालांकि उन्होंने कहा कि सभी घरों में नियमित रूप से और समय पर पानी की आपूर्ति हो, इसके लिए इसकी मरम्मत की आवश्यकता है। शनिवार को भी जिले के नाथनगर, नवगछिया, सबौर, गोराडीह, जगदीशपुर, खरीक, सन्हौला, शाहकुंड और सुल्तानगंज प्रखंड में कुल 30 स्थानों पर महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किए गए। जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक सुनिर्मल गरेन ने बताया कि जिले में अब तक कुल 1725 स्थानों पर महिला संवाद का आयोजन सम्पन्न हो चुका है। इन संवाद कार्यक्रमों में कुल 3 लाख 76 हजार से अधिक महिलाएं हिस्सा ले चुकी हैं। इसके अलावा 30 हजार 303 पुरुषों ने भी संवाद कार्यक्रम में शिरकत की है। प्रत्येक दिन 30 ग्राम संगठनों में आयोजित होने वाले महिला संवाद कार्यक्रमों में तकरीबन 7 हजार से अधिक महिलाएं उपस्थित हो रही हैं। संवाद कार्यक्रम के दौरान महिलाओं की ओर से अब तक कुल 33 हजार से ज्यादा आकांक्षाएं प्राप्त हुई है। जिन्हें मोबाइल एप पर दर्ज किया गया है। डीपीएम ने बताया कि इन आकांक्षाओं को विभागवार वर्गीकृत कर संबंधित विभागों के पास निष्पादन के लिए भेजा गया है।
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