Chandika Sthan Residents Face Basic Facility Shortages in Shekhpur and Sahni Tola बोले मुंगेर: जर्जर सड़कों का शीघ्र हो निर्माण, सभी लोगों को मिले नल का जल, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
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बोले मुंगेर: जर्जर सड़कों का शीघ्र हो निर्माण, सभी लोगों को मिले नल का जल

मुंगेर के चंडिका स्थान, शेरपुर और सहनी टोला में लोगों को बुनियादी सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है। जलजमाव, खराब सड़कें, पेयजल आपूर्ति और सीवरेज की समस्याएं लंबे समय से बनी हुई हैं। स्थानीय...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरTue, 3 June 2025 01:58 AM
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बोले मुंगेर: जर्जर सड़कों का शीघ्र हो निर्माण, सभी लोगों को मिले नल का जल

बोले मुंगेर: जर्जर सड़कों का शीघ्र हो निर्माण, सभी लोगों को मिले नल का जल

चंडिका स्थान, शेरपुर एवं सहनी टोला के लोगों की समस्याएं:

मुंगेर का प्रसिद्ध धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थल चंडिका स्थान एवं इसके आसपास स्थित शेरपुर तथा सहनी टोला, जो मुंगेर नगर निगम के वार्ड नंबर- 5 के अंतर्गत आता है, की कुल जनसंख्या लगभग लगभग 12,000 के आसपास है और यहां लगभग जिनमें से 5,000 मतदाता हैं। यहां स्थित मां चंडिका मंदिर में देश के बड़े-बड़े लोग पूजा-अर्चना करने नियमित रूप से आते हैं। कुछ दिनों पूर्व ही देश के प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर भी यहां पूजा कर अर्चना करने आए थे। इसके बावजूद, यह क्षेत्र आज भी बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी से जूझ रहा है। लोगों के समक्ष कई बड़ी समस्याएं लंबे समय से अपने समाधान के लिए मुंह बाए खड़ी हैं, लेकिन यहां के लोगों द्वारा नगर निगम से कई बार मांग किए जाने के बावजूद जस- की- तस बनी हुई हैं। लोगों ने अब इन्हीं को अपना नसीब बना लिया है। ऐसे में उनकी समस्याओं को लेकर यहां के लोगों के साथ हिन्दुस्तान संवाददाता द्वारा संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें उन्होंने अपनी बातें खुल कर रखीं।

मुंगेर नगर निगम के वार्ड नंबर 5 के अंतर्गत आने वाले शेरपुर, चंडिका स्थान एवं सहनी टोला मोहल्लों के निवासियों ने संवाद के दौरान बताया कि, यहां की सबसे गंभीर समस्या जल जमाव, जल निकास एवं सड़क की है। नंदकुमार हाई स्कूल से लेकर चंढिस्थान तक की मुख्य सड़क पिछले 20 वर्षों से जर्जर अवस्था में है। जबकि, इस रोड से प्रतिदिन सैकड़ों लोग केवल चंडिका

स्थान पूजा करने के लिए आते हैं। इसके अलावा त्योहारों के समय भी लाखों भक्त इस रोड से होकर गुजरते हैं। यह सड़क न केवल प्रतिदिन आम लोगों एवं श्रद्धालुओं के लिए, बल्कि त्योहारों के समय आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए पिछले 20 वर्षों से असुविधा का कारण बन रही है। इस सड़क के दोनों ओर नालों की सफाई न होने के कारण जलजमाव की समस्या बनी रहती है, जिससे सड़क की स्थिति और भी खराब हो जाती है। बरसात के दिनों में सड़क किचड़ में तब्दील हो जाती है, जिससे आमजन को आने-जाने में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। यही नहीं सहनी टोला तो अपने स्थापना काल से ही नाले-नालियों के अभाव में जल जमाव की समस्या से जूझ रहा है। संबंध में कई बार नगर निगम को यहां के निवासियों ने आवेदन दिया और नाला निर्माण की मांग की लेकिन आज तक यह मांग पूरी नहीं हो सकती है। जब भी वर्षा होती है यहां इतना पानी जम जाता है कि लोगों के घरों में घुस जाता है। यह स्थिति कई घंटे तक बनी रहती है। गलियों में तो कई दिनों तक पानी जमा रहता है।

लोगों ने बताया कि, यहां पेयजल आपूर्ति की भी बड़ी समस्या है। लगभग सभी घरों में नल का कनेक्शन किया गया है, लेकिन चंडिका स्थान में स्थित नुनु लाल की दुकान के सामने वाली गली में मुख्य कनेक्शन नहीं जोड़े जाने के कारण लगभग 300 घरों में पानी नहीं पहुंच रहा है। गर्मियों में यह स्थिति और भी विकराल रूप ले लेती है, जब लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरसते हैं।

लोगों का कहना था कि, हमारे यहां सिवरेज व्यवस्था की स्थिति अत्यंत दयनीय है। सहनी टोला के लगभग 120 घरों को आज भी सिवरेज का कनेक्शन नहीं दिया गया है। इसके कारण यहां गंदगी का अंबार लग जाता है, जिससे बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है।

उनका कहना था कि, इस क्षेत्र में बिजली व्यवस्था भी संतोषजनक नहीं है। दर्जनों स्ट्रीट लाइटें खराब हैं, जिससे शाम होते ही अंधेरा छा जाता है और मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। तिनबटिया जैसे प्रमुख स्थान पर हाईमास्ट लाइट की आवश्यकता है। लेकिन, नगर निगम की नजर में इसकी जरूरत नहीं है। इसके साथ ही चंडिका स्थान एवं अन्य दोनों मोहल्ले में स्वच्छता और फॉगिंग का अभाव भी स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। मच्छरों को नियंत्रित करने के लिए नियमित छिड़काव एवं फॉगिंग न होने से मच्छरों की यहां है, जिससे डेंगू, मलेरिया जैसे रोगों की संभावना बनी रहती है। इसके अलावा विद्यालय यहां विद्यालय की भी स्थिति अच्छी नहीं है और इस क्षेत्र में एक भी सार्वजनिक पर किया मैदान नहीं है। जिसके कारण यहां के बच्चों का सर्वांगीण विकास नहीं हो पा रहा है।

निष्कर्ष:

लोगों के साथ हुए संवाद से स्पष्ट है कि, इन सभी समस्याओं के कारण चंडिका स्थान क्षेत्र की छवि एक उपेक्षित धार्मिक स्थल क्षेत्र के रूप में बन रही है। श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराना प्रशासन की जिम्मेदारी है। ऐसे में, अब समय आ गया है कि, सरकार और प्रशासन इस क्षेत्र की ओर गंभीरता से ध्यान दें और ठोस कार्ययोजना बनाकर विकास कार्यों को प्राथमिकता दें।

इंफोग्राफिक:

1. चंडिका स्थान, सहनी टोला ला एवं शेरपुर की आबादी लगभग 12000 है।

2. यहां मतदाताओं की संख्या लगभग 5000 है।

3. इन मोहल्लों के लगभग 300 घरों में नल जल योजना का पानी एवं 120 घरों में सीवरेज कनेक्शन नहीं पहुंचा है।

समस्याएं:

1. इस क्षेत्र की चंडिका स्थान जाने वाली प्रमुख सड़क की लगभग 20 वर्षों से ना तो मरम्मत और ना ही पुनर्निर्माण हुआ है। सड़क के जर्जर होने से लोगों को आवाजाही में कठिनाई होती है।

2. इस क्षेत्र में वर्षों से जलजमाव की समस्या है और नाले की सफाई का भी अभाव है। वर्षा में सड़कें कीचड़ में तब्दील हो जाती हैं।

3. क्षेत्र के लगभग 300 घरों में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है।

4. सहनी टोला के लगभग 120 घरों में सिवरेज कनेक्शन की सुविधा का अभाव है।

5. इस क्षेत्र में दर्जनों स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। तिनबटिया पर हाईमास्ट लाइट का भी अभाव है।

सुझाव:

1. तत्काल जर्जर सड़कों एवं गलियों की मरम्मत एवं पुनर्निर्माण कराया जाए। विशेष रूप से नंदकुमार हाई स्कूल से चंडिका स्थान तक की सड़क का कायाकल्प हो।

2. क्षेत्र के सभी लोगों के घरों में पेयजल कनेक्शन सुनिश्चित किया जाए। नुनु लाल की दुकान वाली गली में मुख्य कनेक्शन जोड़ा जाए।

3. योजना बनाकर 120 घरों में कनेक्शन सुनिश्चित किया जाए।

4. क्षेत्र में खराब पड़े स्ट्रीट लाइटों को ठीक करवाया जाए एवं तिनबटिया जैसी मुख्य जगहों पर हाईमास्ट लाइट की व्यवस्था की जाए।

5. क्षेत्र में नियमित रूप से नाले-नालियों एवं गलियों तथा सड़कों की सफाई हो। मच्छर जनित रोगों की रोकथाम हेतु नियमित रूप से कीटनाशक का छिड़काव कराया जाए।

हमारी भी सुनें:

नंदकुमार हाई स्कूल से चंडी स्थान तक की सड़क जर्जर है। सड़क किनारे ढक्कन युक्त नाले नहीं होने से नाले का गंदा पानी सड़क पर आ जाता है।

-छोटु

इस वार्ड में खंभों पर लगी कई स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी हैं। जिससे शाम होते ही पूरा मोहल्ला अंधेरे में डूब जाता है और यहां हाईमास्ट लाइट की सख्त आवश्यकता है।

-विकास

मोहल्ले में जगह-जगह कचरा फैला रहता है, जिससे बीमारी फैलने का खतरा बना रहता है। वार्ड पार्षद से शिकायत के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

-गीता देवी

वर्षों से सड़क का निर्माण नहीं हुआ है, जिससे जलजमाव की समस्या बनी रहती है। साथ ही ई-रिक्शा के पलटने की घटनाएं भी होती हैं।

-विजय सहनी

नल-जल का पानी हम लोगों के घर तक नहीं पहुंच रहा है। जब पानी की सप्लाई होती है तो रास्ते में ही लीकेज हो जाता है और पूरी सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाती है।

-केशो पंडित

शक्तिपीठ मंदिर में दशहरा के समय लाखों श्रद्धालु पूजा करने आते हैं। बरसात के मौसम में जलजमाव और नाले के गंदे पानी से होकर श्रद्धालुओं को गुजरना पड़ता है।

-गणेश

पानी की बहुत बड़ी समस्या है क्योंकि कुछ घरों को छोड़कर बाकी घरों में पानी की सप्लाई नहीं होती है। सिवरेज का काम भी अधूरा पड़ा है।

-रामू

नल-जल योजना के अंतर्गत कनेक्शन तो दिए गए हैं। लेकिन एक ही समय पर पानी मिलने के कारण जल संकट बना रहता है और गर्मियों में दो बार पानी देना चाहिए।

-अकाश

मोहल्ले की कई गलियों में सीवरेज का कनेक्शन नहीं हुआ है। नल-जल की भी वही समस्या है और सड़क निर्माण के बाद दोबारा खुदाई से सड़क बर्बाद हो जाएगी।

-चंदन

नंदकुमार हाई स्कूल से चंडी स्थान जाने वाली मुख्य सड़क के दोनों ओर बालू और गिट्टी का ढेर लगा दिया गया है। इससे आने-जाने वाले राहगीरों को परेशानी होती है।

-करण

सड़क और नाले की यहां गंभीर समस्या है। बरसात के दिनों में गंदा पानी घरों और दुकानों में घुस जाता है।

-रूबी देवी

हर घर नल का जल का कनेक्शन तो कर दिया गया है। लेकिन नल से पानी नहीं आता है और लीकेज की समस्या बनी हुई है।

-कंचन देवी

कई घरों में नल-जल योजना का कनेक्शन नहीं पहुंच पाया है। जहां पहुंचा भी है वहां पानी नहीं आ रहा है और शिकायत करने की कोई व्यवस्था नहीं है।

-छोटू कुमार

सुविधा के लिए नगर निगम को टैक्स देते हैं। लेकिन ना तो अच्छी सड़क की सुविधा उपलब्ध है और ना ही नल-जल की सुविधा दी जा रही है।

-किशन देव पंडित

शहर में सीवर लाइन बिछाने और सड़क बनाने में हो रहे घोटाले का नतीजा सामने आने लगा है। हल्की बारिश में ही सड़कों पर जानलेवा गड्ढे बन जाते हैं।

-धनंजय सहनी

सड़क इतनी जर्जर हो चुकी है कि, जगह-जगह बड़े गड्ढे बन गए हैं। आए दिन ई-रिक्शा पलटते हैं और यात्री घायल हो जाते हैं, वहीं नल-जल से पानी नहीं आता है।

-राजा कुमार

बोलो जिम्मेदार:

चंडी स्थान जाने वाली सड़क का टेंडर हो चुका है। दुर्गा पुजा के पहले बन जाने की उम्मीद है। इस सड़क और नाले का चौड़ीकरण भी किया जाएगा। बचे हुए घरों को भी सीवरेज योजना से जोड़ा जाएगा। जहां की लाईटें खराब हैं वहां मरम्मत का कार्य कर दिया जाएगा। जहां पानी नहीं जा रहा है, शीघ्र ही पानी का कनेक्शन देने और पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी। इसको लेकर नगर आयुक्त से बात की जाऐगी और पानी की समस्या को दूर की जाएगी।

-कुमकुम देवी, मेयर

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