भारत के तेली समाज ने मुंगेर में संवाद कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें उन्होंने अपनी समस्याओं और मांगों को साझा किया। भामाशाह की जयंती को राजकीय अवकाश घोषित करने, राजनीतिक प्रतिनिधित्व बढ़ाने और...
बिहार के मुंगेर जिले में सूढ़ी समाज ने अपने सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक पिछड़ेपन पर चर्चा की। इस समाज के 75% लोग गरीबी में जीवन बिता रहे हैं और सरकारी सेवाओं में केवल 1% भागीदारी है। लोग सरकार से अति...
बाढ़ न केवल जनजीवन को प्रभावित करती है, बल्कि किसानों की मेहनत और पशुधन को भी नुकसान पहुंचाती है। बरियारपुर में बना लोहा पुल बांध, जो लोगों की सुरक्षा का प्रतीक था, 2024 में आई बाढ़ में टूट गया। इससे...
मुंगेर में मोची समुदाय की स्थिति चिंताजनक हो गई है। 5 लाख की जनसंख्या में से 3000 लोग जूते-चप्पल बनाने और मरम्मत में लगे हैं, लेकिन ब्रांडेड उत्पादों की वजह से उनकी आमदनी घटकर 200 रुपये प्रतिदिन रह गई...
मुंगेर जिले में मनरेगा के अंतर्गत काम करने वाले हजारों मजदूर 5 महीनों से मजदूरी न मिलने के कारण गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। योजना के तहत 100 दिन रोजगार की गारंटी है, लेकिन वास्तविकता में...
मुंगेर जिले में होम्योपैथी चिकित्सा का व्यापक प्रभाव है, जहां प्रतिदिन लगभग 4000 मरीज उपचार के लिए आते हैं। हालांकि, शराबबंदी कानून के कारण होम्योपैथिक दवाओं की कीमतों में 200 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई...
मुंगेर जिले की कुतलूपुर पंचायत में लोग बाढ़, स्वास्थ्य सेवाओं और बुनियादी ढांचे की कमी से जूझ रहे हैं। 18 वार्डों में फैली यह पंचायत शुद्ध पेयजल, सड़कों और अस्पतालों की कमी का सामना कर रही है। गर्भवती...
मुंगेर विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों के शिक्षक आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। 2016 से 250 करोड़ रुपये का अनुदान लंबित है। शिक्षकों ने सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन की उदासीनता पर चिंता जताई है।...
सरकार के प्रयासों के बावजूद मुंगेर जिले के आदिवासी समुदाय की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है। उम्भीवनवर्षा गांव में 2000 परिवार गरीबी और बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं। भूमिहीनता, शिक्षा की कमी और...
मुंगेर में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है, लेकिन यहां एक भी आधुनिक क्रिकेट स्टेडियम नहीं है। खिलाड़ियों को खराब सतहों पर अभ्यास करना पड़ता है। आईपीएल ट्रायल में धरहरा के 2 खिलाड़ियों का चयन हुआ था,...