बोले सहरसा: स्वास्थ्य उपकेन्द्र की मिले सुविधा तो संवरेगी जिंदगी
मुरली बसंतपुर पंचायत के धेमरा नदी एवं सीमावर्ती क्षेत्र में हजारों लोग आज भी समुचित स्वास्थ्य सुविधा से वंचित हैं। वार्ड 8 और 10 में 2000 से अधिक लोग रहते हैं। स्वास्थ्य, शिक्षा और सड़क जैसी सुविधाओं...

प्रस्तुति: विजय कुमार झा जिला के मुरली बसंतपुर पंचायत के धेमरा नदी एवं सीमावर्ती क्षेत्र में बसे हजारों की आवादी आज भी सरकार द्वारा प्रदत्त समुचित स्वास्थ्य सुविधा से वंचित है। जानकारी के अनुसार पंचायत के धेमरा नदी के पश्चिम वार्ड 8 एवं 10 में बसे हुए लोगों की संख्या दो हजार से ज्यादे है। इनमें से अधिकांश परिवार स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सड़क के लिए प्रत्येक वर्ष हजारों की राशि सेवा शुल्क के रूप में देते हैं। इसके बावजूद भी अनुसूचित, पिछड़ी, अतिपिछड़ी जाति, अल्पसंख्यक बहुल इस क्षेत्र में इन ग्रामीणों के समक्ष आज भी स्वास्थ्य सुविधा की समस्या व्याप्त है।
यह बतादें कि मुरली बसंतपुर पंचायत के इस वार्ड 8 एवं 10 का भौगोलिक स्थिति कुछ विचित्र है। विचित्र भौगोलिक स्थिति के कारण ही पंचायत क्षेत्र में जाने के लिए अन्य पंचायत या फिर अन्य प्रखण्ड क्षेत्र के रास्ते घुमावदार रास्ते से जाना पड़ता है। धेमरा नदी के तट पर बसे मुरली बसंतपुर पंचायत के महिडगरा टोला, मुरली भरना टोला तथा सुन्दर वन टोला एवं नदी के पूरब अल्पसंख्यक टोला से बरियाही बजार स्थित सदर पीएचसी एवं पंचायत के रहुआ स्थित हेल्थ एन्ड वेलनेस की दुरी क्रमशः 8-10 किलोमीटर के लगभग है। ऐसे हालत में खुद ही स्वास्थ्य सुविधा की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस क्षेत्र में सिंगल सड़क है। फिर भी समुचित यातायात की समस्या है। इन क्षेत्र में बसे लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने की हालत में पैदल या फिर व्यवसायिक वाहन रिजर्व कर 10 किलोमीटर दूर बरियाही अस्पताल आना पड़ता है। अन्यथा स्वास्थ्य संबंधी कार्य के लिए क्षेत्र में सक्रिय ग्रामीण चिकित्सकों से महंगे भावों में इलाज करवाना पड़ता है। इस क्षेत्र में लोगों के सुविधा के अनुसार मध्य भाग में स्वास्थ्य उपकेन्द्र स्थापित किए जाने के बदले उपलब्ध करवाए गए स्थल पर स्वास्थ्य उपकेन्द्र स्थापित है। इस युग में भी यह क्षेत्र स्वास्थ्य के रूप में काफी पिछड़ा है। स्थानीय कई ग्रामीण के अनुसार सिर्फ महिडगरा टोला में ससमय चिकित्सा सुविधा के अभाव में पूर्व में कई का मौत हुआ था। इसके बावजूद भी अबतक स्वास्थ्य उपकेन्द्र की शुरुआत कर समुचित सुविधा उपलब्ध नहीं करवाया गया है। जबकि सभी परिवारों को उचित स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाना सरकार का प्रथम दायित्व है। यहां सरकारी जमीन भी उपलब्ध है। सामुदायिक भवन में स्वास्थ्य उपकेन्द्र की शुरुआत किया जा सकता है। लेकिन अबतक किसी जनप्रतिनिधि ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार सिर्फ चुनाव के समय में विभिन्न प्रत्याशियों द्वारा क्षेत्र में आ स्थायी रूप से स्वास्थ्य उपकेंन्द्र शुरू करवाने का आश्वासन तो दिया जाता है। लेकिन चुनाव बीतते ही अपने हाल पर छोड़ दिया जाता है। स्थानीय ग्रामीणों ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री को आवेदन दे इस क्षेत्र में स्वास्थ्य उपकेंन्द्र देने की मांग की है। अधिकतम 5 किलोमीटर की दूरी पर स्वास्थ्य केन्द्र होना चाहिए लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होने के लिए अधिकतम पांच किमी की दूरी पर स्वास्थ्य उपकेन्द्र होना चाहिए। प्रखण्ड के सभी अधिकतर पंचायत में लगभग तय दूरी पर अलग-अलग अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर है। सिर्फ मुरली बसंतपुर पंचायत के इस क्षेत्र पिछड़े क्षेत्र में नहीं है। स्वास्थ्य सेवा के नाम पर वर्तमान में प्रत्येक सप्ताह तय दिनों में आंगनवाड़ी केन्द्र पर एएनएम द्वारा गर्भवती महिला तथा नवजात एवं छोटे बच्चों को टीका दिया जाता है। विचित्र भौगोलिक स्थिति के कारण इन्हें काफी दूर जाना पड़ता है। दुखद तथ्य यह है कि यहां की भौगोलिक स्थिति की सही जानकारी पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि को नहीं है। इन लोगों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाने के लिए तत्काल अस्थायी रूप से भी व्यवस्था किया जाना जरूरी महसूस हो रहा है। शिकायत -- 1-- यह काफी पिछड़ा क्षेत्र है, यहां समुचित यातायात का भी अभाव है। 2-- इस क्षेत्र में पंचायत के बसे हजारों की आवादी को प्राथमिक उपचार के लिए 8-10 किमी दूर बरियाही बाजार स्थित पीएचसी जाना पड़ता है। 3-- सरकार द्वारा प्रदत्त स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में क्षेत्र में सक्रिय ग्रामीण चिकित्सकों से मँहगे भाव में इलाज करवाना पड़ता है। 4-- ऐसे में प्राथमिक उपचार करवाने में भी ज्यादे राशि व्यय करने के साथ ही असमय मौत होने का खतरा बना रहता है। सुझाव -- 1-- इस पिछड़े क्षेत्र में स्वास्थ्य उपकेन्द्र स्थापित किए जाने से लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होने में आसानी होगा। 2-- यहां स्वास्थ्य उपकेंन्द्र की शुरुआत किए जाने से लोगों को स्वास्थ्य सुविधा के लिए नगद राशि के साथ ही समय का भी बचत होगा। 3-- स्थानीय ग्रामीण सहित अन्य सीमावर्ती पंचायत एवं प्रखंड के इस क्षेत्र में बसे लोगों को भी काफी फायदा होगा। 4-- इस क्षेत्र में महंगे इलाज करने बाले ग्रामीण चिकित्सकों पर निर्भरता कम होगा। हमारी भी सुने -- 1-- मुरली बसंतपुर पंचायत के धेमरा नदी के पश्चिम बसे हजारों की आबादी इस युग में भी समुचित स्वास्थ्य सुविधा से वंचित है। जनार्दन सादा 2-- इन क्षेत्र के लोगों को मामूली इलाज के लिए औसतन दस किमी की दूरी तय करना पड़ता है। इसलिए क्षेत्र में स्वास्थ्य उपकेन्द्र अति आवश्यक है। घनश्याम पटेल 3-- इस क्षेत्र सहित सीमावर्ती अन्य पंचायत के क्षेत्र में भी दूर-दूर तक स्वास्थ्य उपकेंन्द्र नहीं है। उदय कामत 4-- इस क्षेत्र के ग्रामीणों को इलाज के लिए पूर्णतः स्थानीय ग्रामीण चिकित्सक पर निर्भर रहना पड़ता है। सिवन सादा 5-- आम लोगों को जमीन के रसीद के समय स्वास्थ्य सेवा सहित अन्य शुल्क भी देना पड़ता है। इसके बावजूद भी स्वास्थ्य सेवा से वंचित हैं। मो. वजीर 6-- बलहा पंचायत के देवना के ग्रामीणों को भी काफी दूर जाना पड़ता है। यहां स्वास्थ्य उपकेन्द्र की शुरुआत किए जाने से लोगों को काफी सुविधा मिलेगा। सीता राम सादा 7-- धेमरा नदी के दोनों ओर बसे पंचायत सहित अन्य सीमावर्ती क्षेत्र में भी दूर तक लोगों के स्वास्थ्य सुविधा के लिए स्वास्थ्य उपकेन्द्र नहीं है। श्याम दास 8--- सदर प्रखण्ड के अन्य क्षेत्र में औसतन चार-पांच किमी की दूरी पर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र है। लेकिन इस क्षेत्र में सुविधा नदारद है। राकेश कुमार 9-- उचित स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में इस क्षेत्र में रात के समय किसी व्यक्ति का एकाएक तबीयत खराब होने पर अस्पताल ले जाने में परिजनों को काफी परेशानी होता है। अभिनन्दन कुमार 10-- महिडगरा घाट स्थित अनुपयोगी सिद्ध हो रहा है। इसका जीर्णोद्धार करवा स्वास्थ्य उपकेन्द्र की शुरुआत करवाया जाना बहुत ही आवश्यक है। रमण कुमार 11-- यह काफी पिछड़ा क्षेत्र है। यातायात के मामले में भी काफी पिछड़े अनुसूचित, पिछड़ी एवं अल्पसंख्यक बहुल इस क्षेत्र में स्वास्थ्य उपकेन्द्र आवश्यक है। मो. अख्तर 12-- स्वास्थ्य सुविधा में बढ़ोतरी के लिए यहां स्वास्थ्य उपकेन्द्र स्थापित किए जाने से होने से क्षेत्र के विकास में सहायक सिद्ध होगा। मो. इसाक 13-- यहां उपस्वास्थ्य केन्द्र की शुरुआत किए जाने से गरीबों को मुफ्त में स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिल पाएगा। मो. सतन 14-- यहां स्वास्थ्य उपकेन्द्र की शुरुआत किए जाने से अन्य स्थानीय सहित इस क्षेत्र में बसे अन्य प्रखण्ड के सीमावर्ती क्षेत्र में बसे लोगों को फायदा होगा। मो. मजहबुल 15 - - इस पिछड़े क्षेत्र में हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर की शुरुआत किए जाने से सही मायने क्षेत्र में विकास की शुरुआत होगा। मो. गफ्फर 16-- इस अतिपिछड़े क्षेत्र में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की आवश्यकता है।कम से कम स्वास्थ्य उपकेन्द्र की शुरुआत किया जाना अति आवश्यक है। धीरेन्द्र राय क्या कहते हैं जिम्मेवार इस संबंध में क्षेत्रीय विधायक एवं पूर्व मंत्री डा. आलोक रंजन से बात करने पर बताया कि राज्य सरकार द्वारा अभी जमीन उपलब्ध हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर के लिए नया भवन बनवाया जा रहा है। इस क्षेत्र में भी नया स्वास्थ्य उपकेन्द्र के लिए हरसम्भव प्रयास किया जाएगा।
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