बोले मुंगेर: दुरुस्त हो सड़क, नालों की हो सफाई, जलनिकासी की हो उचित व्यवस्था
मंगल बाजार के व्यवसायियों की समस्या प्रस्तुति: रणजीत कुमार ठाकुर/गौरव कुमार मिश्रा मंगल बाजार,
मंगल बाजार के व्यवसायियों की समस्या
प्रस्तुति: रणजीत कुमार ठाकुर/गौरव कुमार मिश्रा
मंगल बाजार, मुंगेर नगर निगम के अंतर्गत आने वाला एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र एवं मोहल्ला है, जो न केवल स्थानीय नागरिकों की जरूरतों को पूरा करता है, बल्कि जिले की आर्थिक गतिविधियों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रतिदिन लगभग 10 करोड़ रुपये का व्यापार करने वाला यह बाजार, अपनी सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्ता के बावजूद बुनियादी सुविधाओं की कमी, प्रशासनिक उपेक्षा और अव्यवस्थित ढांचे के कारण समस्याओं से जूझ रहा है। यहां की जनसंख्या, व्यापारी समुदाय और आम जनता, सभी इन समस्याओं का दंश झेल रहे हैं। इनकी समस्याओं को उजागर करने के लिए हिन्दुस्तान द्वारा संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें उन्होंने अपनी समस्याओं को हमारे समक्ष रखा।
मुंगेर का मंगल बाजार मोहल्ला: करोड़ों का व्यापार, बुनियादी सुविधाओं का अभाव,
मंगल बाजार में लगभग 500 दुकानें हैं और यह इलाका मुंगेर नगर निगम के तीन प्रमुख वार्डों से घिरा हुआ है, जिनमें माधोपुर एक बड़ी आबादी वाला वार्ड है। मंगल बाजार की जनसंख्या लगभग 15,000 है, जिसमें 6,000 से अधिक पंजीकृत मतदाता हैं। इतनी बड़ी जनसंख्या और मजबूत व्यापारिक गतिविधियों के बावजूद यहां मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है। इन अभावों के संबंध में बात करते हुए व्यवसाईयों ने बताया कि, इस मोहल्ले एवं बाजार की सबसे बड़ी समस्या है कचरे का निष्पादन। यहां के आसपास के तीन वार्डों का कचरा इसी बाजार क्षेत्र में फेंका जाता है, जिससे ना केवल गंदगी फैलती है, बल्कि स्वास्थ्य संबंधित गंभीर खतरे भी उत्पन्न होते हैं। कचरे का व्यवस्थित प्रबंधन न होने से यह क्षेत्र बदबू, बीमारियों और अस्वच्छता का गढ़ बन गया है। यहां रोशनी की व्यवस्था भी अत्यंत दयनीय है। हाइ मास्ट लाइट की अनुपस्थिति में रात के समय बाजार और आसपास के क्षेत्रों में अंधेरा छा जाता है, जिससे दुर्घटनाएं और असामाजिक गतिविधियों की आशंका बनी रहती है।
इस बाजार की सड़कें भी जर्जर हालत में हैं और हर दिन कोई न कोई दुर्घटना घटित होती रहती है। विशेष रूप से पास के दो निजी विद्यालयों के बच्चे इन टूटी सड़कों के कारण कई बार गिर जाते हैं। बरसात के मौसम में तो यह समस्या और गंभीर हो जाती है, क्योंकि जलजमाव आम बात हो गई है। उन्होंने बताया कि, वर्ष- 2019 में बनाए गए नालों की नियमित सफाई न होने के कारण वे अब पूरी तरह जाम हो चुके हैं। इसके चलते पानी की निकासी नहीं हो पाती और आसपास का क्षेत्र गंदे पानी से भर जाता है।
व्यवसाईयों ने बताया कि, इस मोहल्ले एवं बाजार में अभी तक हर घर नल जल योजना का लाभ भी हर घर तक नहीं पहुंच पाया है। लगभग 200 घरों में ना तो जलापूर्ति की व्यवस्था है, ना ही सिवरेज कनेक्शन। दुर्गा स्थान जैसे धार्मिक स्थलों में भी केवल एक जगह ही पेयजल की व्यवस्था है, जिससे श्रद्धालुओं को विशेष रूप से त्योहारों के समय कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ठाकुर वाड़ी जैसे धार्मिक स्थलों में पानी की व्यवस्था बिल्कुल नहीं है। उन्होंने बताया कि, मंगल बाजार में कुल चार दुर्गा स्थान हैं, जहां दशहरा जैसे पर्व पर भारी भीड़ जुटती है। मगर व्यवस्थाओं के अभाव में श्रद्धालुओं को शौचालय, पानी, सफाई और सुरक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहना पड़ता है।
ऐसे में स्पष्ट है कि, मंगल बाजार अभी भी विकास की दौड़ में पिछड़ा हुआ है। यहां का यह पिछड़ापन उपेक्षा एवं प्रशासनिक लापरवाही को दर्शाती है। जहां एक ओर करोड़ों रुपए का दैनिक व्यापार होता है, वहीं दूसरी ओर यहां के व्यापारी, नागरिक और श्रद्धालु मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित हैं। ऐसे में, आवश्यकता है कि, नगर निगम इस क्षेत्र के लिए विशेष योजना बनाकर जल्द- से- जल्द कचरा प्रबंधन, सड़क मरम्मत, नाला सफाई, जल आपूर्ति और रोशनी जैसी बुनियादी समस्याओं का स्थायी समाधान सुनिश्चित करे, ताकि मंगल बाजार वास्तव में 'मंगल' बन सके।
इंफोग्राफिक:
1. मंगल बाजार में विभिन्न तरह की लगभग 500 दुकानें हैं।
2. यहां की आबादी लगभग 15000 है।
3. यहां लगभग 6000 मतदाता रहते हैं।
समस्याएं:
1. तीन वार्डों का कचरा मंगल बाजार क्षेत्र में फेंका जाता है, जिससे दुर्गंध और बीमारियों का खतरा बना रहता है।छ
2. टूटी-फूटी सड़कों के कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं, विशेषकर बच्चों और ई-रिक्शा चालकों को समस्या होती है।
3. वर्ष- 2019 में बने नालों की नियमित सफाई नहीं होने से वे पूरी तरह जाम हो चुके हैं, जिससे बरसात में जलभराव की स्थिति उत्पन्न होती है।
4. लगभग 200 घरों में न तो हर घर नल जल योजना का लाभ मिला है और न ही सिवरेज कनेक्शन। इससे लोग शुद्ध जल और स्वच्छता से वंचित हैं।
5. हाईमास्ट लाइट और स्ट्रीट लाइट की कमी के कारण रात में अंधेरा रहता है, जिससे असुरक्षा और आपराधिक घटनाओं का डर बना रहता है।
सुझाव:
1. अलग स्थान पर कचरा डंपिंग ज़ोन स्थापित कर बाजार क्षेत्र को स्वच्छ रखा जाए और नियमित सफाई की जाए।
2. बाजार और स्कूल के आसपास की सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर मरम्मत कर सुरक्षित बनाया जाए।
3. पुराने जाम नालों की सफाई कर उन्हें खुला और सुचारु बनाया जाए ताकि जलनिकासी बेहतर हो सके।
4. सभी 200 वंचित घरों को हर घर नल जल योजना और सिवरेज से जोड़ा जाए, विशेषकर धार्मिक स्थलों के पास यह सुविधा सुनिश्चित की जाए।
5. हाईमास्ट लाइट, स्ट्रीट लाइट और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं ताकि बाजार क्षेत्र सुरक्षित और सुगम बन सके।
हमारी भी सुनें:
मंगल बाजार में सबसे बड़ी समस्या कचरा डंपिंग की है। लोगों को काफी परेशानी होती है। दुर्गंध से बीमारियों का खतरा बना रहता है।
-लल्लू
सड़क जर्जर होने से आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। जल्द से जल्द सड़क को दुरुस्त किया जाए। नाले की सफाई होनी चाहिए।
-उग्रेश मिश्रा
मंगल बाजार में शाम होते ही अंधेरा छा जाता है। बिजली के खंभों पर लगे स्ट्रीट लाइट खराब हैं। शाम होते ही आठ बजे तक दुकान बंद करनी पड़ती है।
-राजेश
हल्की सी बारिश में सड़क पर जलजमाव की स्थिति बन जाती है, जिस कारण ग्राहक आने में परहेज करते हैं। पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है।
-बब्लू कुमार
हल्की हवा और बारिश में बिजली के तार टूट जाते हैं। इसके चलते घंटों बिजली आपूर्ति बाधित रहती है। यदि बिजली के तारों को अंडरग्राउंड कर दिया जाए तो इस समस्या से निजात मिल सकती है।
-पंकज कुमार
मंगल बाजार में पार्किंग की समुचित व्यवस्था नहीं है। ग्राहकों को वाहन पार्क करने में समस्या होती है। इस कारण ग्राहक मुख्य बाजार की ओर रुख कर लेते हैं।
-कृष्णा
बाजार में सुरक्षा के मद्देनजर रोशनी की समुचित व्यवस्था नहीं है। सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं, जिससे अंधेरे का फायदा उठाकर चोर सक्रिय हो जाते हैं।
-दिलीप कुमार
बाजार के अधिकांश हिस्सों में नल-जल योजना का लाभ नहीं पहुंच पाया है। साथ ही सड़क किनारे अतिक्रमण होने के कारण यातायात व्यवस्था चरमराई हुई है।
-राजेश कुमार
सड़क टूटी-फूटी है। संवेदक द्वारा नाला निर्माण के वक्त उसे पूरी तरह ढक दिया गया है, जिससे समय-समय पर सफाई नहीं हो पाती है।
-उकेश साह
जितने भी बिजली पोल पर निगम द्वारा नई एलईडी लाइट एवं हाईमास्ट लाइट लगाई गई है, वे सभी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी हैं। नगर निगम पूरी तरह से कमीशनखोरी का अड्डा बन चुका है। आखिर कार्यवाही कौन करेगा?
-चंदन शर्मा
तीन वार्डों का कचरा यहां डंप किए जाने से सभी दुकानदार परेशान हैं। लाइटें भी सभी खराब पड़ी हैं।
-दीपक
बाजार में आने वाले लोगों के लिए शुद्ध एवं ठंडे पेयजल की व्यवस्था नहीं है। इस संबंध में कई बार मांग की गई, लेकिन अब तक अनसुनी बनी हुई है।
-अरुण कुमार साह
सभाष चौक से दो नंबर गुमटी और तीन नंबर गुमटी तक की सड़कें जर्जर हैं। आए दिन ई-रिक्शा पलटते हैं। जल्द सड़क का निर्माण हो।
-गौतम साह
बाजार में सफाई नहीं होने के कारण जगह-जगह कचरा फैला रहता है। नाले की भी समय-समय पर सफाई होनी चाहिए।
-मोनू साह
बाजार में सुरक्षा हेतु सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था हो और हाईमास्ट लाइट लगाई जाए।
-मंटू कुमार
मंगल बाजार में चार प्रसिद्ध देवी मंदिर हैं। बाजार की मुख्य सड़क जर्जर है। बिजली की लाइटें भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी हैं।
-प्रवीण आनंद
बोले प्रतिनिधि:
मंगल बाजार की कई समस्याएं हैं, जैसे हाईमास्ट लाइट, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, या फिर सड़क निर्माण। इन सभी समस्याओं के संबंध में नगर निगम मेयर से कई बार शिकायत की गई है, इसके बावजूद नगर निगम प्रशासन सुनवाई नहीं कर रहा है। नगर निगम में पूरी तरह भ्रष्टाचारियों का बोलबाला है। आखिर कार्यवाही कौन करेगा?
-स्वेता शर्मा, वार्ड पार्षद- 17
बोले जिम्मेदार:
सड़क पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाई गई है, जिसे जल्द ही दुरुस्त किया जाएगा। जहां तक मंगल बाजार में कचरा डंपिंग यार्ड की बात है, उसके लिए उपयुक्त स्थान चिन्हित किया जा रहा है। शीघ्र ही इस समस्या से स्थानीय दुकानदारों को राहत मिलेगी। आपके द्वारा मामला संज्ञान में लाया गया है, अतः सभी बिजली पोल पर लगे एलईडी लाइटों को भी जल्द ही दुरुस्त कर दिया जाएगा।
— कुमकुम देवी, मेयर
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