Sikandra Municipality Faces Development Challenges Despite Formation बोले जमुई : टैक्स बढ़ा, नहीं बढ़ीं सुविधाएं, आरटीपीएस काउंटर हो चालू, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
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बोले जमुई : टैक्स बढ़ा, नहीं बढ़ीं सुविधाएं, आरटीपीएस काउंटर हो चालू

सिकंदरा जमुई जिले की एकमात्र नगर पंचायत है, जो 12 वार्डों में फैली है। नगर पंचायत बनने के बाद भी यहाँ जलजमाव, शुद्ध पेयजल की कमी और सफाई की समस्याएं बरकरार हैं। स्थानीय लोग सुविधाओं की कमी के कारण...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरSat, 19 April 2025 11:38 PM
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बोले जमुई : टैक्स बढ़ा, नहीं बढ़ीं सुविधाएं, आरटीपीएस काउंटर हो चालू

सिकंदरा जमुई जिले की एकमात्र नगर पंचायत है। सरकारी निर्देशानुसार नगर पंचायत में काम भी शुरू हो गया है। हालांकि अभी नगर पंचायत नए हैं तो विकास कार्यों को समझ कर आगे बढ़ाया जा रहा है। सिकंदरा नगर पंचायत का क्षेत्र विस्तार लगभग 5 हजार एकड़ में है। यहां 12 वार्ड हैं। इसमें 18 हजार से अधिक की आबादी बसती है। नगर पंचायत बनने के बाद भी यहां बरसात के समय जलजमाव की पुरानी समस्या बरकरार है। शुद्ध पेयजल समस्या शुरुआती दौर से बनी हुई है। संवाद के दौरान स्थानीय लोगों ने अपनी समस्या बताई।

05 हजार एकड़ में फैली है सिकंदरा नगर पंचायत

12 वार्ड हैं नगर पंचायत सिकंदरा में, रहते हैं लोग

18 हजार से अधिक आबादी है सिकंदरा नगर पंचायत की

समय बदला, जनप्रतिनिधि बदले पर नहीं बदली तो सिकंदरा नगर-पंचायत की तस्वीर। नव गठित नगर पंचायत सिकंदरा के लोग अभी भी कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। न तो अच्छी सड़क, न नाली, न रोशनी, न स्वच्छता की सुविधा उपलब्ध है। आरटीपीएस काउंटर रहने के बाबजूद बंद रहने कारण लोगों को जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र तथा अन्य कागजात बनाने के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। नगर पंचायत के गठन के बाद अब आम लोगों के लिए कुछ जरूरी कागजात को नगर पंचायत के माध्यम से ही बनना है। परन्तु नगर पंचायत कार्यालय व्यवस्थित नहीं होने के कारण जरूरी कागजात ना तो नगर पंचायत में बन पाता है और न ही प्रखंड कार्यालय में। नगर पंचायत सिकंदरा का गठन होना करीब दो साल वर्ष से भी अधिक हो गया है परन्तु अब तक आरटीपीएस काउंटर नहीं खोला गया है।

टैक्स बढ़ा दिया, सुविधा नहीं मिली :

नगर पंचायत निवासी बताते हैं कि नगर पंचायत के गठन बाद बिजली बिल, जमीन का निबंधन एवं कई तरह के टैक्स को बढ़ा दिया गया है। अन्य कई टैक्स लगाने की तैयारी चल रही है। चुनाव के बाद बोर्ड का गठन होना दो वर्ष से अधिक बीत गया है परन्तु जिस गति से विकास होना चाहिए, नहीं हुआ। जबकि सिकंदरा को नगर-पंचायत बनाए जाने के समय अधिकारियों ने कहा था कि नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद यहां शहर जैसी सुविधा उपलब्ध होगी। पूरा पंचायत क्षेत्र दुधिया रोशनी से जगमगाएगा। छूटे हुए घरों में शौचालय का निर्माण करा दिया जाएगा। आवास योजना के तहत अधिक से अधिक बीपीएल परिवारों को आवास निर्माण के साथ अन्य कई सुविधाएं उपलब्ध कराने की बात कही गई थी।

नहीं हुआ ऑटो पड़ाव का निर्माण, परेशानी :

सिकंदरा स्थित नगर पंचायत बनने के बाद भी अब तक ऑटो पड़ाव का निर्माण नहीं किया गया है, जबकि प्रत्येक वर्ष नगर पंचायत को ऑटो बेरियर के नाम पर डाक से लाखों रुपए राजस्व के रूप में मिलते हैं। आज तक कचरा प्रबंधन के लिए डंपिंग का निर्माण नहीं कराया गया है। जिससे कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बाजार और चौक चौराहे को छोड़कर शेष मोहल्ले में सफाई नही हो रही है और न ही कचरा उठाया जा रहा है। जिसका उदाहरण वार्ड संख्या- 05 में गंदा पानी और जल-जमाव से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। साथ ही जहां-तहां गंदगी का अंबार सा भी लगा हुआ है।

शिकायत

जल नल की योजना धराशायी हो गई है। लोगों को पेयजल नहीं मिल रहा।

उदासीनता के कारण शुद्ध पेयजल नहीं मिलता, लोग जहां-तहां से पानी लाने को मजबूर है।

टैक्स लेते है लेकिन सुविधा नहीं मिलती है। इससे लोगों को परेशानी हो रही है।

गंदगी की भी समस्या रहती है। सफाई ठीक से नहीं होती है।

क्षेत्र में पर्याप्त रोशनी की भी कमी रहती है।

सुझाव

शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नगर पंचायत क्षेत्र में हो, ताकि सबको सुविधा मिल सकें।

नल जल योजना में सुधार हो। सभी लोगों के दरवाजे तक यह सुविधा पहुंचाई जाए।

टैक्स ले तो वाजिब सुविधा दें। समस्याओं का समाधान करें।

क्षेत्र में पर्याप्त स्ट्रीट लाईट लगे, सड़कों-गलियों में रौशनी की व्यवस्था ठीक से की जाए।

जल निकासी की अच्छी व्यवस्था हो बड़े नाले बनाए जाएं।

सुनें हमारी बात

सफाई को लेकर स्वच्छता प्रभारी को स्पेशल सिकंदरा नगर पंचायत दिया गया है। पर वह सिकंदरा पर ध्यान नहीं देते हैं।

-मो. कल्लू

नगर पंचायत बन जाने से सिकंदरा को कोई फायदा नहीं है। हमारे घर के सामने नाले का पानी खेतों में जमा रहता है, परेशानी होती है।

-चंद्रशेखर प्रसाद

सिकंदरा बाजार में शुद्ध पेयजल, शौचालय और यूरिनल का अभाव है। बरसात में जलजमाव से निजात मिले।

-अनिल प्रसाद

नगर पंचायत बनने के बाद भी टेंपू स्टैंड का निर्माण नहीं हो पाया है। जबकि इस स्टैंड का डाक होता है। इसलिए स्टैंड होना जरूरी है।

- बिरेंद्र प्रसाद

आज तक नगर पंचायत बनने से कोई लाभ नहीं मिला। आज तक कोई सफाई कर्मचारी नहीं आया है। हम बहुत पीछे हैं।

- बिदो साव

हमारे घर के समीप तो नाला बन गया, पर घर के सामने नाले का बदबूदार पानी जमा है। समय पर सफाई नहीं होने से परेशानी होती है।

-रितेश पांडेय

हमलोगों को आवास योजना का लाभ अब तक नहीं मिला है। परेशानी हो रही है। जनप्रतिनिधि को चाहिए कि हमलोगों को आवास योजना का लाभ दिलाएं।

- पिंटू साव

तीन साल होने को चला, आज तक कोई सफाई कर्मचारी यहां नहीं आया। हमलोग गंदगी में जीवन व्यतीत कर रहे है।

-मो. शमीम

सिकंदरा को नगर पंचायत बनने से बिजली बिल में इजाफा तो हुआ लेकिन सुविधा नदारद है। स्ट्रीट लाइट की कमी है।

-मो. परवेज

पीने के शुद्ध पेयजल और सामुदायिक शौचालय का भी अभाव है। जिंदगी आज भी यहां बदहाल है।

-बलिराम शर्मा

गली-नाले की सफाई नहीं होने के कारण सड़क पर नाले का पानी जमा रहता है। आने-जाने में परेशानी होती है।

-मनिक कुमार

सिकंदरा बाजार रोड में अक्सर नाले का पानी जमा रहने से आने-जाने में परेशानी होती है। समय पर नाला की सफाई होनी चाहिए।

-पंकज बरनबाल

हमारी गली में नया नाला व सड़क का निर्माण हो तो पानी की निकासी हो सकती है। लेकिन अभी तक न तो नाला निर्माण हो सका है और न ही सड़क का।

-सोनू केशरी

नगर पंचायत बन जाने के बाद गली में गंदा पानी जमा रहता था। वहां अब नाला व सड़क बन गई है जिससे राहत मिल रही है।

-मुन्ना बरनवाल

हमारी गली का सड़क व नाली पूरी तरह बन जाने से दुर्गंध नहीं है, पर समय-समय पर सफाई जरूरी है। समय पर सफाई नहीं होती है।

-विनय सिंह

बरसात के समय में नाले का पानी ऊपर आ जाता है। नगर पंचायत बनने के बाद नया नाला व सड़क बनना जरूरी है। इससे लोगों की परेशानी कम होगी।

- रंजीत ठाकुर

बोले जिम्मेदार

संस्था को स्वच्छता के लिए प्रति वार्ड दिया जाता है। आवास योजना के लिए लाभुकों के लिए सूची भेजी गई है। नवगठित नगर पंचायत होने के बाद नियमानुसार विकास जारी है। उम्मीद है कि जल्द ही सभी समस्याओं का निदान किया जाएगा।

-अनिशा कुमारी, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत सिकंदरा

नगर पंचायत बनने के बाद क्षेत्र में चहुंमुखी विकास हुआ है। विकास कार्य निरंतर होता रहेगा। इसके लिए कार्य का चयन किया जा रहा है। जरूरी कार्यों को प्राथमिकता की सूची में रखा जा रहा है। हमारी पूरी कोशिश है कि क्षेत्रवासियों को कोई परेशानी न हो और सभी कार्य का समाधान जल्द किया जाए।

-रूबी देवी, मुख्य पार्षद, नगर पंचायत सिकंदरा

बोले जमुई असर

अल्ट्रासाउंड की सुविधा मिलने लगी

जमुई। 26 फरवरी आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान में सदर अस्पताल में मरीजों से संवाद कर उनकी समस्या प्रकाशित की गई थी। संवाद के दौरान उन लोगों ने कहा था कि अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं मिल पा रही है। मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। खासकर गरीब मरीजों को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए लगभग 8 सौ से एक हजार रुपए तक खर्च कराना पड़ता था। बोले जमुई में खबर के प्रकाशन के बाद सीएस डा. अमृत किशोर ने इसपर संज्ञान लिया और अब सदर अस्पताल में मरीजों के लिए अल्ट्रासाउंड का चालू हो गया है। अब गरीब मरीजों को अल्ट्रासाउंड कराने में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए सदर अस्पताल के ओपीडी में मौजूद रहने वाली महिला चिकित्सक को तैनात किया गया है, जो ओपीडी के साथ अल्ट्रासाउंड में आने वाले मरीजों का अल्ट्रासाउंड करेंगी। अल्ट्रसाउंड चालू होने से खासकर गरीब मरीजों को काफी फायदा होगा। इसे लेकर लोगों ने हिन्दुस्तान की बोले जमुई मुहिम का आभार व्यक्त किया है।

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