कानपुर रैली रद्द कर दिए, चुनाव वाले बिहार में.... पीएम मोदी की सभा पर तेजस्वी ने उठाया सवाल
तेजस्वी यादव ने कहा कि पहलगाम की घटना दुखद है लेकिन यह सुरक्षा में लापरवाही उजागर हो गई। काफी समय तक आतंकी कोहराम मचाते रहे लेकिन कोई सुरक्षाकर्मी नहीं पहुंचा। मोदी जी कानपुर नहीं गए लेकिन बिाहर में आ गए क्योंकि यहां चुनाव है।

बिहार विधानसभा चुनाव पर महागठबंधन की दूसरी बार पटना में बैठक हुई। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम में महागठबंधन के प्रमुख नेताओं के बीच मंथन हुआ। मीटिंग के बाद सभी साथी दलों के नेताओं की संयुक्त प्रेस वार्ता हुई जिसमें तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मधुबनी सभा पर सवाल उठाया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने पहलगाम आतंकी वारदात के कारण यूपी के कानपुर की रैली का कार्यक्रम रद्द कर दिया लेकिन बिहार में आने से खुद को नहीं रोक पाए। इसकी वजह यह है कि बिहार में चुनाव है। तेजस्वी यादव ने बताया कि महागठबंधन की अलगी बैठक 4 मई को होगी जिसमें सभी एमएलए, एमएलसी, और सांसद शामिल होंगे।
तेजस्वी यादव ने कहा कि पहलगाम की घटना दुखद है लेकिन यह सुरक्षा में लापरवाही उजागर हो गई। काफी समय तक आतंकी कोहराम मचाते रहे लेकिन कोई सुरक्षाकर्मी नहीं पहुंचा। नेवी अफसर विनय नरवाल घायल अवस्था में डेढ़ घंटे तक परे रहे लेकिन कोई सहयता के लिए नहीं पहुंचा। समय से कोई पहुंच जाता तो उन्हें बचाया जा सकता था। एक स्थान पर लगभग 2 हजार पयर्टक मौजूद थे तो उनकी सुरक्षा का इंतजाम क्यों नहीं किया गया। पहलगाम सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील है वहां भी सुरक्षा व्यवस्था नहीं होना बड़ी लापरवाही है। उन्होंने पूछा कि इस गंभीर लापरवाही कि जिम्मेदारी कौन लेगा।
तेजस्वी यादव ने कहा कि राजनैतिक प्रतिशोध के लिए विपक्षी नेताओं के पीछे देश की जांच एजेंसियां लगी रहती हैं। हम लोगों के पीछे ही देश की कई एजेंसियां लगी हैं।लेकिन आतंकियों के पीछे उन्हें क्यों नहीं लगाया जाता। इतनी बड़ी घटना हो गई तो इंटेलिजेंस और सर्विलांस वाले क्या कर रहे थे। इसे इंटेलिजेंस की विफलता ही कहा जाएगा। वहां हर जगह सेना तैनात रहती है तो आतंकी घातक हथियार लेकर कैसे पहुंच गए। सरकार ने अभी तक पुलवामा की घटना की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं किया। जम्मू कश्मीर में बिहार के मजदूरों की भी अक्सर हत्या होती रहती है। सरहद पार से आतंकी आ गए तो यह बहुत बड़ा सिक्योरिटी लैप्स है क्योंकि आतंकी अचानक नहीं आए।
तेजस्वी यादव ने मीडिया पर भी सवाल उठाया। कहा कि गोदी मीडिया के द्वारा आतंकी घटना को सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है। बीजेपी की यह पहल लोकतंत्र के लिए घातक है। तेजस्वी यादव ने यह भी पूछा कि जम्मू कश्मीर में बिहार के लोगों की सुरक्षा के लिए नीतीश कुमार की सरकार ने क्या कदम उठाया है। कोई हेल्प लाइन नंबर जारी किया गया है या किसी मंत्री या अधिकारी को भेजा गया है?
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि पहलगाम की घटना से आहत होकर प्रधानमंत्री जी ने कानपुर कार्यक्रम रद्द कर दिया। लेकिन बिहार के मधुबनी में आए क्योंकि यहां चुनाव होने वाला है। अच्छी बात है कि वे आए। लेकिन दुख की बात यह है कि दरभंगा, मधुबनी के बाढ़ ग्रस्त इलाके में सबसे ज्यादा पलायन होता है उसके लिए पहले नहीं पहुंचे और ना किसी को भेज कर जनता की सुध ली। इस इलाके में बाढ़ नियंत्रण के लिए उन्होंने 11 सालों में कुछ नहीं किया। कहा कि भाषण में सामाजिक न्याय की बात करते रहते हैं लेकिन देश में जाति जनगणना नहीं कराते हैं।