महिलाओं ने लिया संकल्प, रोकेंगी बाल श्रम
बक्सर में जीविका के अंतर्गत महिलाओं ने बाल श्रम समाप्त करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में बताया गया कि महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण बाल श्रम की समस्या का प्रभावी समाधान है। जब महिलाएं आत्मनिर्भर बनती...

शपथ जीविका की देखरेख में आयोजित किया गया महिला संवाद सशक्त बनाना बाल श्रम समाप्ति की दिशा में प्रभावी कदम बक्सर, हमारे संवाददाता। जिले में जीविका की देखरेख में संचालित महिला संवाद कार्यक्रम के अंतर्गत बाल श्रम रोकने का संकल्प महिलाओं ने लिया। इस अवसर पर यह संदेश दिया गया कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना बाल श्रम समाप्ति की दिशा में एक प्रभावी कदम है। जब महिलाएं अपने छोटे व्यवसायों के माध्यम से आत्मनिर्भर बनती हैं, तो उनका परिवार आर्थिक रूप से सुदृढ़ होता है। बच्चे स्कूल जाते हैं। आर्थिक सुरक्षा के कारण परिवारों को बच्चों को काम पर भेजने की आवश्यकता नहीं पड़ी।
इससे यह सिद्ध होता है कि महिला सशक्तिकरण बाल श्रम की रोकथाम में केंद्रीय भूमिका निभाता है। इस दौरान डीपीएम चंदन कुमार सुमन ने कहा कि महिलाओं और लड़कियों की शिक्षा अत्यंत आवश्यक है। जब वे पढ़ना, लिखना और गणना जैसे बुनियादी कौशल सीख जाती हैं, तो न केवल वे आत्मनिर्भर बनती हैं। बल्कि अपने बच्चों को भी सुरक्षित और शिक्षित जीवन की ओर ले जाती हैं। गरीबी बाल श्रम का प्रमुख कारण है। महिला सशक्तिकरण इसका प्रभावी समाधान है। महिला संवाद कार्यक्रम में यह भी चर्चा की गई कि बाल श्रम निषेध योजनाओं में महिलाओं की भागीदारी निर्णायक होनी चाहिए। जब महिलाएं इन योजनाओं की योजना बनाने, निगरानी और क्रियान्वयन में भाग लेती हैं। तब नतीजे कहीं अधिक प्रभावशाली होते हैं। इस अवसर पर न केवल ग्राम स्तर पर बल्कि जिले एवं प्रखंड स्तर पर कार्यरत जीविका कर्मियों और संकुल स्तरीय संघों की जीविका दीदियों ने भी बाल श्रम निषेध की शपथ ली। कार्यक्रम की व्यापकता का प्रमाण यह है कि जिले भर में महिला समूहों से लेकर प्रशासनिक स्तर तक सभी ने मिलकर बाल श्रम के खिलाफ आवाज बुलंद की और इसे जड़ से समाप्त करने का संकल्प लिया। जिले के 5 प्रखंडों चक्की, राजपुर, केसठ, नावानगर और ब्रह्मपुर में संवाद हुआ है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।