10-Year-Old Student Dies in Residential School Parents Blame Negligence आवासीय स्कूल में छात्र की मौत के बाद शिक्षक व कर्मी फरार, होगी प्राथमिकी, Chapra Hindi News - Hindustan
Hindi NewsBihar NewsChapra News10-Year-Old Student Dies in Residential School Parents Blame Negligence

आवासीय स्कूल में छात्र की मौत के बाद शिक्षक व कर्मी फरार, होगी प्राथमिकी

गुरुवार की शाम से ही छात्र की तबीयत थी खराब की मौत के बाद स्कूल प्रबंधन के कर्मी और शिक्षक स्कूल छोड़कर फरार बताए जाते हैं। छात्र की मौत की खबर सुनकर थानाध्यक्ष शशि रंजन कुमार पुलिस बल के साथ आवासीय...

Newswrap हिन्दुस्तान, छपराFri, 11 April 2025 10:51 PM
share Share
Follow Us on
 आवासीय स्कूल में छात्र की मौत के बाद शिक्षक व कर्मी फरार, होगी प्राथमिकी

गुरुवार की शाम से ही छात्र की तबीयत थी खराब सुरक्षा के लिहाज से वहां भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती गड़खा, एक संवाददाता।गड़खा प्रखंड के महमदा गांव स्थित आवासीय स्कूल में शुक्रवार की सुबह की एक छात्र की मौत हो गई। मृत छात्र 10 वर्षीय मनु कुमार गड़खा थाना क्षेत्र के चैनपुर गांव निवासी कृष्णा राय का पुत्र था। वह दूसरी कक्षा का छात्र था। छात्र की मौत के बाद स्कूल प्रबंधन के कर्मी और शिक्षक स्कूल छोड़कर फरार बताए जाते हैं। छात्र की मौत की खबर सुनकर थानाध्यक्ष शशि रंजन कुमार पुलिस बल के साथ आवासीय स्कूल पहुंच मामले की जांच में जुट गए। फिलहाल सुरक्षा के लिहाज से वहां भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। एफएसएल टीम ने भी मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की। बताया जा रहा है छात्र की तबीयत गुरुवार की शाम से ही खराब थी। उसे रात में उल्टी होने लगी। स्कूल प्रबंधन द्वारा दवा दी गई लेकिन उसे राहत नहीं मिली। स्थिति बिगड़ने पर शुक्रवार की अहले सुबह उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों का आरोप है कि मनु की तबीयत बिगड़ने की जानकारी उन्हें नहीं दी गई। छात्र की मौत के बाद स्कूल प्रबंधन के लोग शव को छोड़कर वहां से जा चुके थे। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया। थानाध्यक्ष ने बताया की परिजनों से मिले आवेदन के आधार पर प्राथिमकी दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है। आवेदन में स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है। शाम में खेलने नहीं गया मनु मनु की तबीयत गुरुवार की शाम से ही खराब थी। सभी बच्चे शाम में खेलने गए लेकिन मनु उनके साथ नहीं गया और कमरे में पड़ा रहा। आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने उसकी तबीयत को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई। धीरे-धीरे उसकी तबीयत और बिगड़ती चली गई और अंततः उसकी जान चली गई। घर का इकलौता चिराग था मनु मनु घर का इकलौता चिराग था। पिता कृष्णा राय बेहद गरीब हैं। मजदूरी कर घर चलाते हैं। इसी मजदूरी की आमदनी से वह अपने पुत्र को आवासीय स्कूल में पढ़ने के लिए भेजे थे, लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनका पुत्र असमय ही काल के गाल में समा जाएगा और उसकी मौत हो जाएगी। मनु की मौत की खबर सुन अन्य छात्रों को घर ले गए अभिभावक आवासीय स्कूल में मनु की मौत की सूचना जैसे ही अन्य छात्रों के अभिभावकों को मिली कि उनमें खलबली मच गई। डरे-सहमे अभिभावक स्कूल परिसर पहुंचे और सुरक्षा के लिहाज से अपने-अपने बच्चों को घर लेकर चले गए। सभी अपने-अपने बच्चे को लेकर चिंतित दिखे।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।