सोनपुर में पर्यावरण बचाने का लिया गया संकल्प
सोनपुर के संकट मोचन मंदिर में 'एक पेड़ लगाओ सौ जान बचाओ' के नारे के साथ वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शिक्षाविदों और समाजसेवियों की स्मृति में पर्यावरण संरक्षण पर विचार गोष्ठी भी आयोजित हुई।...

सबलपुर के संकट मोचन मंदिर वृक्षारोपण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ सोनपुर । संवाद सूत्र एक पेड़ लगाओ सौ जान बचाओ,सांसें हो रही है कम आओ पेड़ लगाए हम, संपूर्ण ब्रह्मांड को बचाना है हर एक कदम पर पेड़- पौधा लगाना है स्लोगन के साथ यहां के संकट मोचन मंदिर में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में पौधारोपण करने एवं पर्यावरण बचाने का संकल्प लिया गया। शिक्षाविद व समाजसेवी गिरिनाथ सिंह एवं उषा देवी की स्मृति में पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन " विषय पर एक विचार गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। स्वामी विवेकानंद सामाजिक शोध संस्थान बिहार के तत्वाधान में आयोजित इस समारोह का विधिवत शुभारंभ धर्म जागरण समन्वय के क्षेत्र प्रमुख सुबेदार सिह,संकट मोचन मंदिर समिति के अध्यक्ष विनोद सम्राट, जी एनएस विश्व विद्यालय के कुल सचिव डॉ मिथिलेश कुमार सिंह, बिहार इंस्टिट्यूट आफ लॉ कॉलेज पटना के सचिव प्रो . डा अरुण कुमार श्रीवास्तव एवं विद्या आश्रम के निदेशक अमरंजय कुमार सिंह ने वृक्षारोपण कर किया ।
समारोह की अध्यक्षता स्वामी विवेकानंद सामाजिक शोध संस्थान के सचिव प्रो, डा . अजीत कुमार ने की जबकि संचालन डॉ आशुतोष कुमार ने किया। धर्म जागरण उत्तर बिहार के संयोजक सूबेदार सिह ने अपने संबोधन में कहा कि जलवायु परिवर्तन पर नियंत्रण एवं पर्यावरण का संरक्षण संवर्धन केवल सनातन संस्कृति और हिंदू जीवन पद्धति से ही संभव है जहां पेड़ पौधा पहाड़ नदी समुद्र जंगल सभी में ईश्वर का रूप माना जाता है । हिंदू जीवन पद्धति से पर्यावरण का संरक्षण और संवर्धन संभव है। उन्होंने कहा कि मानव जीवन बचाना है तो प्रत्येक व्यक्ति को पेड़ लगाना होगा और पुत्रवत उसे संभालना पड़ेगा । इस मौके पर पौधे का वितरण किया भी किया गया। वक्ताओं ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग से बचने के लिए दुनिया भर में एक लाख करोड़ पेड़ लगाने की आवश्यकता है ।जंगलों की अंधाधुन कटाई चिंताजनक स्थिति बना रही है ,जबकि एक-एक पेड़ बहुमूल्य है । एक पेड़ इलाके का एक से पांच डिग्री तक तापमान कम करता हैl साथ ही साल भर में एक पेड़ 22 किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड सोख सकता है। दुनिया भर में हर रोज लगभग 4 करोड़ पेड़ काटे जाते हैं l जिसके कारण 5 अरब टन कार्बन डाइऑक्साइड वायुमंडल में बढ़ जाता है। पीपल 80% ऑक्सीजन देता है जबकि नीम के पेड़ को 50 से 80 डिग्री तापमान सहन करने की क्षमता है। डॉ प्लास्टिक प्रदूषण सुरक्षा की तरह मुंह फैलाए बढ़ रही है जो संपूर्ण ब्रह्मांड के अस्तित्व को समाप्त कर देगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।