लालू की इफ्तार पार्टी से कांग्रेसी और मुकेश सहनी गायब; जेडीयू बोली- साथी भी कन्नी काट गए
सोमवार को लालू यादव ने भी इफ्तार पार्टी दी थी। जिसमें कांग्रेस के बड़े नेता और मुकेश सहनी नहीं दिखे। इससे महागठबंधन में सब कुछ ठीक है या नहीं, इस पर सवाल उठ रहे हैं। जेडीयू तंज कसते हुए कहा कि साथी ही कन्नी काट गए।

बिहार के चुनावी मौसम में इफ्तार पॉलिटिक्स भी चल रही है। सोमवार को लोजपा आर के अध्यक्ष चिराग पासवान और राजद सुप्रीमो लालू यादव ने इफ्तार पार्टी का आयोजन किया। लालू के दावत-ए-इफ्तार में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां के साथ ही बड़ी संख्या में रोजेदार शामिल हुए। इसका आयोजन विधान पार्षद अब्दुल बारी सिद्दीकी के 12 स्ट्रैंड रोड स्थित सरकारी आवास पर किया गया। इस मौके पर मेजबान की भूमिका में लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव और अब्दुलबारी सिद्दीकी थे। लेकिन महागठबंधन के सहयोगी कांग्रेस के नेता और वीआईपी चीफ मुकेश सहनी के नहीं पहुंचने पर जदयू ने तंज कसा है।
जदयू एमएलसी और प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि शायराना अंदाज में कहा कि इफ्तार की शान गई, जब साथी कन्नी काट गए। कांग्रेस भी अब दूर खड़ी, रिश्ते सारे टूट गए। लालू यादव ने इफ्तार की दावत तो दी, मगर कांग्रेस ने तो आकर भी न देखा। ना सहयोगी, ना परिवार, कोई आपके "कर्मों" का भागीदार बनने को तैयार नहीं। किया पाप जब सिर चढ़ बोला, साथी सारे छोड़ गए। बेटा भी अब दूर खड़ा है, पोस्टर से भी नाम गए।
लालू की इफ्तारी में दुआ के बाद दावत-ए-इफ्तार की शुरुआत हुई। मौलाना हसीब एकरामुल हक ने मगरीब की नमाज अदा कराई। मगरिब की नमाज के पहले रोजे और रमजान की अहमियत को तफसील से बताया गया और देश की तरक्की, भाईचारा और प्रेम की सामूहिक दुआ की गई। इस मौके पर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद एवं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने कहा कि ऐसे आयोजन साझी विरासत को मजबूती प्रदान करता है। इस मौके पर रालोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस, प्रिंस राज, सूरजभान सिंह, प्रतिमा दास, केडी यादव, अली अशरफ फातमी, नंदू यादव, ई. अशोक यादव, विनोद यादव, एजाज अहमद, इकबाल अहमद, गुलाम रब्बानी, प्रियरंजन, श्रवण अग्रवाल सहित महागठबंधन के प्रमुख नेता शामिल हुए ।