RJD की इफ्तार पार्टी के कार्ड में ‘लालू’ और 'सिद्दीकी' का नाम गलत, BJP ने लिया दिलीप जायसवाल वाला बदला
- दरअसल राजद की ओर से इफ्तार के लिए जो कार्ड बांटे गए हैं उनमें लालू प्रसाद और अब्दुल बारी सिद्दीकी का नाम गलत है। बीजेपी ने इस मुद्दे को लपक लिया है।

बिहार में इफ्तार की सियासत रफ्तार पर है। नीतीश कुमार के बाद सोमवार को लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल और चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (आर) की ओर पटना में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया। इफ्तार को लेकर सियासत भी चरम पर है। राजद की इफ्तार पार्टी के लिए बांटे गए इनविटेशन कार्ड में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद का नाम ही गलत छप गया। कार्ड में अब्दुल बारी सिद्दीकी का नाम भी गलत छपा है। बीजेपी ने बिना वक्त गंवाए मुद्दे को लपक लिया। पार्टी प्रवक्ता नीरज कुमार सिंह ने कहा कि राजद में बड़े बुजुर्गों को अपमानित करने की परंपरा है। उन्होंने तेजस्वी यादव की भी खिंचाई की है।
सोमवार को राजद की ओर से इफ्तार पार्टी का आयोजन पार्टी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के आवास पर किया गया। इसके लिए आमंत्रण पत्र छपवाया गया और हजारों की संख्या में कार्ड बांटे गए। लेकिन इस कार्ड में न्योता देने वाली पार्टी के गार्जियन लालू प्रसाद का नाम गलत छाप दिया गया। कार्ड में लालू की जगह लालु लिख दिया गया लेकिन किसी की नजर इस पर नजर नहीं पड़ी। अब्दुल बारी सिद्दीकी के नाम में सिद्दिकी लिखा गया। स्ट्रैंड रोड भी ठीक से नहीं लिखा गया है। रोड के बदले रोड़ लिख दिया गया है।
बीजेपी प्रवक्ता नीरज कुमार सिंह ने अपने एक्स हैंडल पर कार्ड शेयर करते हुए कहा कि इन लोगों ने हमारे प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के त्यागपत्र में गलती निकाली थी। लेकिन तेजस्वी यादव अपने पिता का नाम भी सही नहीं छपवा पाए। पूछा है कि आपने उन्हें हाशिए पर ढकेलने का पूरा प्लान बना ही लिया है क्या? यह लालू जी का अपमान है जो हम लोगों को अच्छा नहीं लग रहा है। उन्हें अच्छा लग रहा होगा क्योंकि अपनी राजनैतिक महत्वाकांक्षा के लिए तेजस्वी यादव लगातार अपने पिता का अपमान कर रहे हैं। यह भी कहा कि राजद में बड़े बुजुर्गों को अपमानित करने की परंपरा चल रही है।
इससे पहले एक व्यक्ति एक पद के तहत दिलीप जायसवाल ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। उनके पत्र में कई गलतियां हो गई थीं जिसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए राजद ने खूब मजे लिए थे।
आरजेडी के सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट करते हुए उसमें लिखा गया है कि ये बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष है। अभी मंत्री भी थे। विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के अध्यक्ष और मंत्री को दो लाइन का त्यागपत्र भी नहीं लिखना आता है। बिहार तक भी सही नहीं लिखा है। बीजेपी भी उसी अंदाज में राजद की गलती पर मजा ले रही है।