Corona Virus: पटना में कोरोना के दो नए केस, संक्रमित मरीजों की संख्या अब कितनी हो गई
Corona Virus: सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना पीड़ितों मे से चार का इलाज अस्पताल में चल रहा है। जबकि तीन पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। बाकी चार मरीज होम क्वारेंटिन हैं, जिनपर निगरानी रखी जा रही है। इधर, वैशाली जिले के महनार प्रखंड की 58 वर्षीय महिला कोरोना संक्रमित पाई गई।
Corona Virus: पटना में कोरोना धीरे-धीरे अलग-अलग इलाके में पांव पसारने लगा है। बुधवार को कोरोना के दो नए पीड़ित मिले। पीड़ितों में से एक कंकड़बाग निवासी (39 वर्षीय) और दूसरा आलमगंज थाने के बजरंगपुरी (55 वर्षीय) निवासी शामिल हैं। दोनों की जांच कंकड़बाग स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के पास स्थित निजी लैब में हुई थी। दोनों की रिपोर्ट पॉजीटिव आयी है। पिछले पांच दिनों से कोरोना के लगातार मिल रहे मामले ने स्वास्थ्य विभाग से लेकर आम लोगों की भी चिंता बढ़ा दी है।
सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना पीड़ितों मे से चार का इलाज अस्पताल में चल रहा है। जबकि तीन पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। बाकी चार मरीज होम क्वारेंटिन हैं, जिनपर निगरानी रखी जा रही है। इधर, वैशाली जिले के महनार प्रखंड की 58 वर्षीय महिला कोरोना संक्रमित पाई गई। महिला को 20 मई को पेट दर्द की शिकायत पर पटना एम्स में इलाज के लिए भर्ती किया गया था। उनका 23 मई को हार्निया का ऑपरेशन हुआ। मंगलवार को रूटीन जांच के दौरान कोरोना संक्रमित पायी गयी।
इधर कोरोना से निपटने के लिए बिहार के अस्पतालों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। डॉक्टरों के कक्ष में मरीजों को मास्क पहनकर ही जाने की सलाह दी जा रही है। मेडिकल कॉलेज एनएमसीएच, आईजीआईएमएस में कोरोना की जांच शुरू कर दी गई है। एक सप्ताह में दोनों अस्पतालों में लगभग दो दर्जन मरीजों की कोरोना जांच हुई है। आईजीआईएमएस के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एक वरीय चिकित्सक ने बताया कि ऑपरेशन के लिए आनेवाले गंभीर मरीजों की यहां पहले से ही कोरोना जांच हो रही थी।
कोरोना जांच पूरी तरह से कभी बंद नहीं थी। एनएमसीएच में तीन दिनों से कोविड की जांच शुरू है। संस्थान के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में कुछ पुरानी किट बची हुई थी, उससे जांच शुरू की गई है। अभी कुल 12 लोगों का सैंपल जांच के लिए लिया गया है। पटना में मंगलवार तक मिले नौ कोरोना पीड़ितों में से तीन पूरी तरह से ठीक हैं। तीन का इलाज एम्स में चल रहा है। तीन सर्दी, खांसी, सिर और देह में दर्द जैसे लक्षण से पीड़ित हैं। ये तीनों घर में ही रहकर दवा ले रहे हैं। नौ में से चार एम्स के (दो डॉक्टर और दो नर्सिंग स्टाफ), एक कंकड़बाग, दो एनएमसीएच, एक रूपसपुर और एक आईसीएआर कैंपस का है। सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि इनमें से किसी की भी यात्रा का इतिहास नहीं था।