CPO turns out to be the setter of constable recruitment exam Deal worth in electricity office conspiracy to leak paper सिपाही भर्ती परीक्षा का सेटर निकला सीपीओ; बिजली दफ्तर में लाखों की डील, पेपर लीक की साजिश, Bihar Hindi News - Hindustan
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सिपाही भर्ती परीक्षा का सेटर निकला सीपीओ; बिजली दफ्तर में लाखों की डील, पेपर लीक की साजिश

सिपाही भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण के दौरान पेपर लीक करने की साजिश रचने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिसमें एक बाल संरक्षण पदाधिकारी सुरेंद्र पासवान है। जो पूरे गैंग को लीड कर रहा था। और कई छात्रों से 7-7 लाख की डील हो चुकी थी।

sandeep लाइव हिन्दुस्तान, गोपालगंज, वरीय संवाददाताMon, 19 Aug 2024 08:08 PM
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सिपाही भर्ती परीक्षा का सेटर निकला सीपीओ; बिजली दफ्तर में लाखों की डील, पेपर लीक की साजिश

सिपाही भर्ती परीक्षा का पर्चा उपलब्ध कराने, अभ्यर्थी की जगह दूसरे से परीक्षा दिलवाने और परीक्षा केन्द्र में चीट-पुर्जा पहुंचाने के नाम पर अभ्यर्थियों से भारी रकम ऐंठने के आरोप में गिरफ्तार किए चार आरोपितों ने पुलिस की पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। रविवार को गोपालगंज से गिरफ्तार जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी (सीपीओ) सुरेन्द्र कुमार पासवान, महम्मदपुर थाने के डुमरिया के अभिषेक कुमार उर्फ शिवदानी कुमार सिंह, थावे के हरदिया गांव के बिजली कंपनी के कर्मी रंजीत कुमार व सिधवलिया थाने के विशुनपुरा गांव के दीपक कुमार सिंह पुलिस ने अलग-अलग पूछताछ की। पता चला है कि पूरे रैकेट को जिले का बाल संरक्षण पदाधिकारी सुरेन्द्र कुमार पासवान लीड कर रहा था।

सुरेन्द्र कुमार की परीक्षा केन्द्रों पर कभी-कभी बतौर मजिस्ट्रेट ड्यूटी भी लगती थी। अभ्यर्थियों से डील बिजली कंपनी के कार्यालय के परिसर और इसके आसपास में की जा रही थी। आरोपितों ने करीब 30 अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड व शैक्षणिक प्रमाण पत्र बतौर बंधक रखा था। अभ्यर्थियों को परीक्षा से पूर्व पर्चा देने व परीक्षा के बाद रुपए देने पर बंधक रखे गए एडमिट कार्ड व शैक्षणिक प्रमाण पत्र को लौटाने की बात की थी। कई अभ्यर्थियों के मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र के साथ अंक पत्र भी बंधक के रूप में रखे गए थे। पुलिस बरामद किए गए एडमिट कार्ड व शैक्षणिक प्रमाण पत्र के आधार पर संबंधित अभ्यर्थियों से पूछताछ कर रही है। दो-तीन अभ्यर्थियों से सात-सात लाख रुपए पर भी बात हुई थी। हालांकि पुलिस का कहना है कि रुपए के भुगतान की अभी पुष्टि नहीं हुई है। इसकी छानबीन की जा रही है। पूरे रैकेट में कुछ कोचिंग संचालकों के भी संलिप्त होने की आशंका है।

पर्चा नहीं हो सका है बरामद

पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए आरोपित बाल संरक्षण पदाधिकारी से साठगांठ कर किसी परीक्षा केन्द्र से पर्चा लीक करने के फिराक में थे। जिस तरह से आरोपितों ने प्रमाण पत्र व एडमिट कार्ड को बंधक रखा था, उससे इन्हें यकीन था कि पर्चा लीक कर लेंगे। हालांकि आरोपितों से पर्चा बरामद नहीं हो सका है। पुलिस इनसे बरामद किए गए चार मोबाइल के कॉल डिटेल्स को खंगाल रही है।

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अभ्यर्थी की शिकायत पर धराए आरोपित

नगर थानाध्यक्ष ने बताया कि सिपाही भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों से ठगी करने वाले गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी अभ्यर्थी मन्नु कुमार की शिकायत पर की गई। मन्नु की परीक्षा पहले ही हो चुकी है। उसने पुलिस को बताया कि उनसे रुपए लेने के बाद भी पर्चा परीक्षा से पहले उपलब्ध नहीं कराया गया। इसके बाद सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई थी।

वहीं इस मामले पर सदर एसडीपीओ प्रांजल ने बताया कि सिपाही भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों से रुपए की ठगी करने वाले आरोपितों से पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है। पूछताछ से पता चला है कि इन लोगों ने पचास हजार से सात लाख रुपए में कम से कम 30 अभ्यर्थियों से परीक्षा में पर्चा उपलब्ध कराने, दूसरे से परीक्षा दिलाने व चीट पहुंचाने की बात कह डील की थी। बिजली कंपनी के ऑफिस के समीप अभ्यर्थियों से लेन-देन किए जाने का पता चला है। अभी किस अभ्यर्थी ने कितने रुपए दिए, इसका स्पष्ट तौर पर पता नहीं चला है। आरोपितों के बैंक खातों की जांच की जाएगी।