मां-बाप को घर में बंद कर रॉड से पीटता रहा, बिहार में बेटा क्यों बन गया हैवान
विजय साह ने पुलिस को बताया कि बाजार समिति में उसकी फल की गद्दी है। दो बेटे हैं। बड़ा मुंबई में बीमा कंपनी में है। छोटा बेटा मनीष नशेड़ी है। कार खरीदने के लिए चार दिन से रुपये मांग रहा था। मिठनपुरा थानेदार जनमेजय कुमार ने बताया कि एफआईआर की कार्रवाई की जा रही है।

बिहार में एक बेटा इस कदर हैवान बन गया कि उसने अपन मां-बाप को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। मुजफ्फरपुर जिले में मिठनपुरा थाने के आमगोला माई स्थान मोहल्ले में नशेड़ी बेटे ने कार खरीदने के लिए पांच लाख रुपये नहीं देने पर बुजुर्ग माता-पिता को घर में बंद कर दो घंटे तक रॉड व डंडे से पीटता रहा। पिटाई से दोनों बुजुर्ग अधमरा हो गए। घटना मंगलवार शाम की है। दोनों की हालत गंभीर है। पिता के सिर पर 17 और माता के सिर पर 32 टांके लगे हैं।
बुजुर्ग विजय कुमार साह (70) के डायल 112 को कॉल करने पर पुलिस मौके पर पहुंची। शाम करीब पांच बजे विजय और उनकी पत्नी मंजुला देवी (65) को सदर अस्पताल पहुंचाया। इस दौरान नशेड़ी बेटा मनीष कुमार (40) भाग गया। देर रात तक मंजुला को होश नहीं आए थे। सदर अस्पताल में नगर थाने के एएसआई वीरेंद्र कुमार ने पिता का बयान दर्ज किया।
विजय साह ने पुलिस को बताया कि बाजार समिति में उसकी फल की गद्दी है। दो बेटे हैं। बड़ा मुंबई में बीमा कंपनी में है। छोटा बेटा मनीष नशेड़ी है। कार खरीदने के लिए चार दिन से रुपये मांग रहा था। मिठनपुरा थानेदार जनमेजय कुमार ने बताया कि एफआईआर की कार्रवाई की जा रही है।
नशेड़ी बेटे के हमले से घायल विजय कुमार साह ने कहा कि उसका छोटा बेटा मनीष अब तक चार बार उन पर हमला कर चुका है। पिछली बार छठ के खरना के दिन मारपीट की थी। तब मिठनपुरा थाने में उस पर केस करने के लिए आवेदन दिया। पुलिस पकड़कर ले गई, लेकिन कुछ देर बाद ही उसे समझा बुझाकर छोड़ दिया था।
विजय ने पुलिस को बताया है कि मंगलवार की शाम जब गद्दी से घर लौटा तो बेटा मनीष ने घर खोलते ही दरवाजे के अंदर झटका देकर खींच लिया और गेट को अंदर से बंद कर दिया। अंदर कमरे में फर्श पर खून लथपथ पत्नी बेहोश पड़ी थी। फर्श पर जगह-जगह खून बिखरा हुआ था। उसे शाम तीन बजे से ही रॉड और डंडा से मार रहा था।
देखते ही देखते बेटे ने मुझे भी मारना शुरू कर दिया। बचने के लिए घर में इधर-उधर भागते-छिपते रहे। चीखने पर भी मोहल्ले से कोई बचाने नहीं आया। उनके कपड़े फट गए। उसने कहा कि वह खून से लथपथ होकर गिर गए तो मनीष दूसरे कमरे में गया। मौका मिलते ही विजय ने 112 पर कॉल की और लोकेशन भेजा। तब आधे घंटे पुलिस पहुंची तो जान बची।