मुजफ्फरपुर रेप कांड में फिर लापरवाही, गलत डॉक्टर को शोकॉज; PMCH में हंगामा
Muzaffarpur Rape Case: निदेशक स्वास्थ्य प्रमुख के नेतृत्व में सोमवार को जांच कमिटी ने रिपोर्ट विभाग को सौंप दी है। उसके बाद विभाग द्वारा शिशु रोग विभाग, सर्जरी विभाग के कुछ डॉक्टरों से स्पष्टीकरण की मांग की गई है।

Muzaffarpur Rape Case: बिहार के मुजफ्फरपुर रेप केस में फिर लापरवाही हुई है। अब इस केस में गलत डॉक्टर को शोकॉज जारी कर दिया गया है। दरअसल पटना स्थित पीएमसीएच में दोपहर में उस समय हंगामे की स्थिति बन गई जब एक डॉक्टर से विभाग द्वारा शोकॉज पूछा गया। इसके बाद प्राचार्य के कार्यालय और अधीक्षक कार्यालय में पहुंचकर कुछ जूनियर डॉक्टरों ने हंगामा किया। कारण यह था कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से शिशु रोग विभाग के जिस डॉक्टर से शोकॉज पूछा जाना था, बदले में उसके मिलते जुलते नाम वाली एक पीजी डॉक्टर से पूछा गया, जिसका कोई संबंध उस घटना से नहीं था। मामला मुजफ्फरपुर रेप पीड़िता से संबंधित है।
निदेशक स्वास्थ्य प्रमुख के नेतृत्व में सोमवार को जांच कमिटी ने रिपोर्ट विभाग को सौंप दी है। उसके बाद विभाग द्वारा शिशु रोग विभाग, सर्जरी विभाग के कुछ डॉक्टरों से स्पष्टीकरण की मांग की गई है। स्पष्टीकरण स्वास्थ्य विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी द्वारा जारी किया गया है। घटना के वक्त अधीक्षक कार्यालय में मौजूद विश्वस्त सूत्रों ने बताया तीन-चार की संख्या में जूनियर डॉक्टर दोपहर में अधीक्षक कार्यालय में पहुंचे।
वहां उन्होंने स्पष्टीकरण की कॉपी दिखाते हुए बताया कि विभाग द्वारा ईएनटी की जूनियर डॉक्टर प्रीति कुमारी से स्पष्टीकरण की मांग की है, जिसका घटना से कोई संबंध नहीं है। विभाग द्वारा शिशु रोग विभाग के हेड डॉ. भूपेंद्र नारायण, सर्जरी विभाग के डॉ. उमर अब्दुल्ला समेत 4 को नोटिस गया है।
घटना के दिन अधीक्षक की मौजूदगी की जांच की मांग
पीएमसीएच के जिन डॉक्टरों पर कार्रवाई हो रही है, उनमें से कुछ ने विभाग से उस दिन का सीसीटीवी कैमरे की फुटेज जांच की भी मांग की है। उनका दावा है कि घटना के दिन अधीक्षक आईएस ठाकुर कार्यालय में मौजूद थे। हालांकि डॉ. ठाकुर पहले ही छुट्टी पर होने की बात कह चुके हैं।