मुझे बचाते हुए मेरे पति मर गए... सोनम रघुवंशी ने बताई अलग ही कहानी, जानिए क्या कहा
मेघालय कपल केस में पुलिस ने राजा रघुवंशी की पत्नी सोनम को गिरफ्तार किया है। सोनम ने ढाबा वाले को बताया कि उसके पति की जान उसे बचाने के दौरान गई।

राजा रघुवंशी मर्डर केस में रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं। इस केस में अहम मोड़ तब आया जब 17 दिन बाद राजा की पत्नी सोनम ने यूपी के गाजीपुर में सरेंडर किया। पुलिस सोनम को इस मामले में मुख्य आरोपी बता रही है। लेकिन सोनम अलग ही कहानी बयां कर रही है। सोनम ने दावा किया है कि मेघालय में उस पर हमला हुआ था। उसे बचाते हुए राजा की मौत हो गई थी। सोनम की ये नई थ्योरी की काफी चर्चा हो रही है।
सोनम ने क्या बताई कहानी?
सोनम ने ढाबा मालिक साहिल को जो कहानी सुनाई, वह किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं थी। उसने दावा किया कि मई 2025 में उसकी शादी राजा रघुवंशी से हुई थी और दोनों हनीमून के लिए मेघालय गए थे। वहां कुछ बदमाशों ने उनके गहने छीनने की कोशिश की और राजा ने उसे बचाने की कोशिश में अपनी जान गंवा दी। सोनम ने यह भी कहा कि वह बेहोश हो गई थी और उसे नहीं पता कि वह गाजीपुर कैसे पहुंची। हालांकि, पुलिस इस कहानी को मनगढ़ंत मान रही है। मेघालय पुलिस का दावा है कि सोनम ने ही अपने प्रेमी राज कुशवाहा और तीन अन्य कॉन्ट्रैक्ट किलर्स के साथ मिलकर राजा की हत्या की साजिश रची थी।
हनीमून से हत्या तक: साजिश की परतें
राजा और सोनम की शादी 11 मई 2025 को इंदौर में हुई थी। शादी के मात्र 9 दिन बाद, 20 मई को दोनों हनीमून के लिए मेघालय रवाना हुए। पुलिस के अनुसार, इस हनीमून की पूरी प्लानिंग सोनम ने की थी, जिसमें टिकट बुकिंग से लेकर होटल तक का इंतजाम शामिल था। 23 मई को शिलांग के पास चेरापूंजी में दोनों लापता हो गए। 2 जून को राजा का शव वेइसवाडोंग फॉल्स के पास एक खाई में मिला, जिसके सिर पर दो गहरे घाव थे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने हत्या की पुष्टि की, और जांच में एक चाकू बरामद हुआ, जिसे हत्या का हथियार माना जा रहा है।
पुलिस को शक था कि सोनम जिंदा है और हत्या में उसकी भूमिका हो सकती है। साइबर सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने सोनम के डिजिटल फुटप्रिंट्स ट्रैक किए। जैसे ही उसने गाजीपुर में अपने भाई को फोन किया, पुलिस ने उसकी लोकेशन पकड़ ली।
मेघालय पुलिस के डीजीपी आई. नोंगरंग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सोनम ने अपने कथित प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर तीन कॉन्ट्रैक्ट किलर्स आकाश राजपूत, विशाल चौहान, और आनंद कुर्मी को हायर किया था। हत्या को हादसे का रूप देने की कोशिश की गई, लेकिन एक टूरिस्ट गाइड की गवाही ने साजिश का पर्दाफाश कर दिया।
गिरफ्तारियां और सवालों का जाल
सोनम के अलावा, पुलिस ने राज कुशवाहा को इंदौर से, विशाल चौहान को इंदौर से, आकाश राजपूत को ललितपुर से, और आनंद कुर्मी को सागर से गिरफ्तार किया है। मेघालय पुलिस का दावा है कि राज कुशवाहा ने फोन के जरिए पूरी साजिश को अंजाम दिया, जबकि सोनम ने राजा को सुनसान जगह पर ले जाकर हत्यारों के हवाले किया। सोनम को 3 दिन की ट्रांजिट रिमांड पर मेघालय पुलिस को सौंप दिया गया है, और वह शिलांग में कोर्ट में पेश होगी।
सोनम की कहानी पर सवाल उठ रहे हैं। उसने दावा किया कि उसे किडनैप किया गया था, लेकिन पुलिस इसे साजिश का हिस्सा मान रही है। सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी ने मेघालय पुलिस पर गलत दावे करने का आरोप लगाया और सीबीआई जांच की मांग की है। वहीं, राजा की मां उमा रघुवंशी ने कहा कि उनके बेटे को धोखे से शिलांग ले जाया गया।
एक कॉल ने खोला राज
सोनम की सबसे बड़ी गलती थी ढाबा मालिक के फोन से अपने भाई को कॉल करना। साहिल यादव ने बताया कि सोनम ने रोते हुए अपने भाई से बात की और फिर उन्होंने पुलिस को सूचना दी। सीसीटीवी फुटेज में सोनम को अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए ले जाते हुए देखा गया, जहां वह चुप और बदहवास थी। पुलिस का मानना है कि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद दबाव में आकर सोनम ने सरेंडर किया।