50 साल की उम्र में बनी मां, फिर भी मिले ताने और प्रताड़ना, वन स्टाप सेंटर से मिला इंसाफ
राजधानी लखनऊ में लखनऊ में 50 साल की उम्र में संतान होने के बाद भी एक महिला को प्रताड़ित कर ताने दिए गए। महिला ने इसकी शिकायत की तो वन स्टाप सेंटर से इंसाफ मिला।

वंश चलाने को संतान सुख पाना हर दंपत्ति का सपना होता है। लेकिन लखनऊ में 50 साल की उम्र में संतान होने के बाद भी एक महिला को प्रताड़ित कर ताने दिए गए। पति सहित ससुरालीजनों से प्रताड़ित महिला ने वन स्टाप सेंटर में शिकायत की, तब महिला को इंसाफ मिला।
लखनऊ के एक चर्चित क्षेत्र की रहने वाली सपना (काल्पनिक नाम) की शादी एक अच्छे परिवार में हुई थी। उसकी शादी को 18 साल बीत गए, लेकिन कोई संतान नहीं हुई। पति सहित अन्य ससुरालीजन उसे परेशान करने लगे। तंग आकर उसने पति की सहमति से आईवीएफ का सहारा लिया। करीब 50 साल की अधेड़ उम्र में आईवीएफ के जरिए उसे बेटी पैदा हुई। शुरू में सबकुछ ठीक चलता रहा, लेकिन कुछ दिनों बाद परिवार की महिलाएं उसे ताने देने लगीं। पति को भी बहका दिया।
कहा कि आईवीएफ से हुई संतान पति की नहीं है। यह किसी और की संतान है। इसके बाद पति, ननद सहित ससुरालीजन उसे प्रताड़ित करने लगे। इससे सपना काफी परेशान हुई। उसे जब ससुराल में दर्द मिलने लगा तो उसने वन स्टाप सेंटर का सहारा लिया। उसकी शिकायत पर वन स्टाप सेंटर ने कार्रवाई शुरू की। पति-पत्नी को वन स्टाप सेंटर लाया गया। जहां दोनों की काउंसलिंग की गई। जिसके बाद मामला कुछ शांत हुआ। वन स्टाप सेंटर ने महिला के पति से हर माह हर्जा-खर्चा भी तय कराया। साथ ही पीड़ित महिला के पुनर्वास की कवायदें शुरू की। मां-बेटी की परवरिश के लिए वन स्टाप सेंटर उनके संपर्क में है।
वंश चलाने को संतान सुख पाना हर दंपत्ति का सपना होता है। लेकिन लखनऊ में 50 साल की उम्र में संतान होने के बाद भी एक महिला को प्रताड़ित कर ताने दिए गए। पति सहित ससुरालीजनों से प्रताड़ित महिला ने वन स्टाप सेंटर में शिकायत की, तब महिला को इंसाफ मिला।
लखनऊ के एक चर्चित क्षेत्र की रहने वाली सपना (काल्पनिक नाम) की शादी एक अच्छे परिवार में हुई थी। उसकी शादी को 18 साल बीत गए, लेकिन कोई संतान नहीं हुई। पति सहित अन्य ससुरालीजन उसे परेशान करने लगे। तंग आकर उसने पति की सहमति से आईवीएफ का सहारा लिया। करीब 50 साल की अधेड़ उम्र में आईवीएफ के जरिए उसे बेटी पैदा हुई। शुरू में सबकुछ ठीक चलता रहा, लेकिन कुछ दिनों बाद परिवार की महिलाएं उसे ताने देने लगीं। पति को भी बहका दिया।
कहा कि आईवीएफ से हुई संतान पति की नहीं है। यह किसी और की संतान है। इसके बाद पति, ननद सहित ससुरालीजन उसे प्रताड़ित करने लगे। इससे सपना काफी परेशान हुई। उसे जब ससुराल में दर्द मिलने लगा तो उसने वन स्टाप सेंटर का सहारा लिया। उसकी शिकायत पर वन स्टाप सेंटर ने कार्रवाई शुरू की। पति-पत्नी को वन स्टाप सेंटर लाया गया। जहां दोनों की काउंसलिंग की गई। जिसके बाद मामला कुछ शांत हुआ। वन स्टाप सेंटर ने महिला के पति से हर माह हर्जा-खर्चा भी तय कराया। साथ ही पीड़ित महिला के पुनर्वास की कवायदें शुरू की। मां-बेटी की परवरिश के लिए वन स्टाप सेंटर उनके संपर्क में है।
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पति ने टीम से भी की थी अभद्रता
पीड़िता की शिकायत पर मदद को पहुंची वन स्टाप सेंटर व पुलिस टीम ने परिवार वालों के घर जाकर समझाने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। महिला के पति ने टीम से भी अभद्र व्यवहार किया। इस पर टीम दोनों को वन स्टाप सेंटर लाई। यहां दोनों की काउंसलिंग की गई। साथ ही महिला को हर माह पांच हजार रुपये खर्च देने के लिए उसके पति को तैयार किया गया। तब जाकर पीड़िता को राहत मिली। वन स्टाप सेंटर की अधीक्षिका अर्चना सिंह ने बताया कि महिला ने प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे। काउंसलिंग कर परिवार टूटने से बचाया गया। साथ ही महिला की मदद की गई। ऐसे मामलों पर बराबर नजर रखी जा रही है।