बेटों ने पूरी की मां की अंतिम इच्छा
दरभंगा में दधीचि देहदान समिति के प्रयासों से गीता देवी खेतान (82) का नेत्रदान किया गया। उनके पति ने भी नेत्रदान किया था। परिवार ने अंतिम इच्छा के अनुसार डीएमसीएच आई बैंक से संपर्क किया। उनके कॉर्निया...

दरभंगा। दधीचि देहदान समिति के प्रयासों के फलस्वरूप स्व. मोहन लाल खेतान की धर्मपत्नी गीता देवी खेतान (82) के बुधवार की रात निधन के बाद परिजनों ने उनका नेत्रदान डीएमसीएच के आई बैंक को किया। उनके पति ने भी नेत्रदान किया था। उनके निधन के बाद परिजनों ने तुरंत दधीचि देहदान समिति, दरभंगा के अध्यक्ष मनमोहन सरावगी से संपर्क स्थापित कर उन्हें दिवंगत आत्मा की अंतिम इच्छा की जानकारी दी। इसके बाद डीएमसीएच नेत्र बैंक की टीम ने उनके शिवाजीनगर स्थित आवास पर पहुंचकर नेत्रदान की प्रक्रिया पूरी की।
डीएमसीएच के डॉ. अनुनय, डॉ. श्रीनल प्रियदर्शी, सस्टिर सुष्मिता पॉल, नर्सिंग सहायक अमरेश राज की टीम ने नेत्रदान संपन्न कराया।
मौके पर दधीचि देहदान समिति, दरभंगा के अध्यक्ष एवं भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी के सचिव मनमोहन सरावगी के अलावा कुमार आदर्श, संजय कुमार, नंदू परशुरामपुरिया एवं अन्य उपस्थित थे। स्व. गीता देवी खेतान के कॉर्निया का परीक्षण कर उसे जरूरतमंद नेत्रहीनों को प्रत्यारोपित किया जाएगा। इससे दो नेत्रहीन फिर से इस जगमगाती दुनिया को देख सकेंगे। स्व. गीता देवी खेतान अपने पीछे पुत्रों भगवती खेतान, सुशील खेतान व गोपाल खेतान समेत भरा-पूरा परिवार छोड़ गई हैं।
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