अच्छी सड़क, नाला और पीने के पानी का संकट झेल रहे रहमगंज के लोग
रहमगंज मोहल्ला के निवासियों को बुनियादी सुविधाओं की कमी और जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। नल-जल योजना की पाइपलाइन कार्य अधूरा है और सड़कें टूट चुकी हैं। लोग नगर निगम प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते...
रोड-नाला, नल-जल आदि बुनियादी सुविधाओं के अस्तव्यस्त इंतजाम से रहमगंज मोहल्ला वासी दुखी हैं। लोगों का कहना है कि विकास का एक भी काम सही से पूरा नहीं हुआ है। इससे सुविधा मिलने की बजाय नई समस्या खड़ी हो गई है। लोग बताते हैं कि नल-जल योजना की वाटर पाइप गाड़ने के लिए मोहल्ले की सड़कों को तोड़ा गया। संवेदक एजेंसी बुडको के अधिकारियों ने कार्य समाप्ति के बाद सड़क दुरुस्त कराने का आश्वासन दिया। फिर वाटर पाइप बिछाकर महीनों पहले एजेंसी गायब हो गई। अब तक घरों में नल नहीं लगा है और लोग पेयजल की किल्लत झेल रहे हैं।
साथ ही टूटी सड़कों पर आवागमन करने में भारी कठिनाई हो रही है। मोहल्ले के लोग इसका जिम्मेदार नगर निगम प्रशासन को ठहराते हैं। यहां के लोग बताते हैं कि अधिकारी सजगता से मॉनिटरिंग नहीं करते जिससे योजनाओं का क्रियान्वयन मनमाने अंदाज में होता है। सामाजिक कार्यकर्ता सह पार्षद प्रतिनिधि विकास चौधरी बताते हैं कि संवेदक एजेंसी की मनमानी का खामियाजा रहमगंज के लोग भुगत रहे हैं। मोहनराव के घर से काली मंदिर तक नाला निर्माण अधूरा है। अशोक पंजियार के घर से नाका नंबर छह दुर्गा मंदिर तक एवं अल्लपट्टी मस्जिद से बीएसएनएल कार्यालय तक का नाला भी आधा-अधूरा है। कई जगहों पर नाले का स्लैब (ढक्कन) टूटा है। इससे बरसात के दिनों में जलजमाव की आशंका बनी हुई है। उन्होंने बताया कि रहमगंज में बिहार सरकार की भूमि, नाला, सड़क व पोखरों पर अतिक्रमण पसरा है। टीबीडीसी के मुहाने पर मौजूद गामी पोखर व नाका नंबर छह के सागर दास तालाब को भरकर भूमाफियाओं ने बेच दिया है। उन्होंने बताया कि पोखरों को बचाने के लिए मोहल्ले के लोगों ने नगर आयुक्त से लेकर डीएम तक आवेदन दिया। खूब शोर-शराबा हुआ पर पोखरों को बचाने की कारगर पहल नहीं हुई है। इसके चलते दोनों पोखरों का वजूद मिट गया। उन्होंने बताया कि भूमाफियाओं की नजर अब रहमगंज के तीसरे तालाब मतरंजन पोखर पर गड़ी है। इसके किनारे भी धीरे-धीरे अतिक्रमण पसर रहा है। अगर इसे नहीं हटाया गया तो इसका भी वजूद खतरे में पड़ जाएगा। विद्युत तार शिफ्टिंग नहीं होने से लोग परेशान रहमगंज मोहल्ला दरभंगा नगर निगम के वार्ड 34 का हिस्सा है। इसके आगोश में दरभंगा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल (डीएमसीएच) भी मौजूद है। समाजसेवी मुन्ना महासेठ बताते हैं कि रहमगंज मोहल्ले का अपेक्षित विकास नहीं हुआ है। मोहल्ले के अधिकतर भाग बरसात में जलमग्न हो जाते हैं। साथ ही काली मंदिर गली से मतरंजन पोखर तक विद्युत तार के शिफ्टिंग की जरूरत है। इसका कार्य अरसे से बाधित है। उन्होंने बताया कि शिफ्टिंग के लिए नए इलाके में विद्युत खंभों को गाड़ने व ट्रांसफॉर्मर लगाने की पहल नहीं हो रही है। इसके चलते गंभीर हादसे की आशंका बनी हुई है। उन्होंने बताया कि इसे लेकर कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों से शिकायत की गई है। इसके बावजूद तार शिफ्टिंग कार्य शुरू नहीं किया जा रहा है।
-बोले जिम्मेदार-
वार्ड नंबर 34 के विकास के लिए सड़क व नाले का निर्माण चल रहा है, पर कार्य गति धीमी रहने से लोगों को परेशानी हो रही है। नल-जल योजना पूर्ण कराने के लिए नगर आयुक्त से शिकायत की गई है। पोखरों को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए डीएम को आवेदन दिया गया है
- पूनम देवी, पार्षद, वार्ड 34
रहमगंज मोहल्ले में सड़क और नाला बनाया जा रहा है। जल्द ही इसका निमार्ण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद लोगों की परेशानी कम हो जाएगी। लोगों की सुविधा के लिए नगर निगम की ओर से मोहल्ले में नियमित रूप से पानी के टैंकर भेजे जाते हैं।
- रवि अमरनाथ, सिटी मैनेजर
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