बिहार और झारखंड में संजीव मुखिया के नेटवर्क पर ED की रेड से खलबली, नीट पेपर लीक में ऐक्शन
संजीव मुखिया के बेटे डॉक्टर शिव और नीट 2024 परीक्षा पेपर लीक के आरोपित सिकंदर यादवेंदु के ठिकानों पर यह छापेमारी चल रही है। जानकारी के मुताबिक ईडी दिल्ली की टीम यह छापेमारी कर रही है। ED की इस कार्रवाई से खलबली मच गई है।

पटना और रांची में पेपर लीक कांड के माफिया संजीव मुखिया के नेटवर्क पर ईडी की छापेमारी हुई है। संजीव मुखिया के बेटे डॉक्टर शिव और नीट 2024 परीक्षा पेपर लीक के आरोपित सिकंदर यादवेंदु के ठिकानों पर यह छापेमारी चल रही है। जानकारी के मुताबिक ईडी दिल्ली की टीम यह छापेमारी कर रही है। ED की इस कार्रवाई से खलबली मच गई है। दरअसल बिहार में हुई सिपाही बहाली भर्ती परीक्षा पेपर लीक और नीट पेपर लीक परीक्षा के आरोपित अब केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निशाने पर हैं।
ईडी ने इस मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) में दर्ज मामले को आधार बनाते हुए पेपर लीक के आरोपियों के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू की है। इस कड़ी में गुरुवार को कई पेपर लीक कांडों के माफिया संजीव कुमार उर्फ संजीव मुखिया के रिश्तेदार व उसके नेटवर्क से जुड़े कई लोगों के ठिकानों पर छापेमारी शुरू की गयी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ईडी की टीम ने बिहार के नालंदा के अलावा झारखंड के रांची, यूपी के लखनऊ और पश्चिम बंगाल के कोलकाता सहित कुल 11 ठिकानों पर सर्च अभियान शुरू की है।
इस सर्च अभियान के दौरान सिपाही बहाली पेपर लीक के आरोपी रहे संजीव मुखिया के बेटे डॉ शिव, नीट पेपर लीक कांड के आरोपित रहे जूनियर इंजीनियर सिकंदर कुमार यादवेंदु आदि के ठिकानों पर भी जांच की गई है। आपको बता दें कि बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने नीट (यूजी)-2024 पेपर लीक मामले के कथित ‘मास्टरमाइंड’ संजीव कुमार सिंह को बिहार की राजधानी पटना से इसी साल अप्रैल में गिरफ्तार कर लिया था।
नालंदा के एक सरकारी कॉलेज में तकनीकी सहायक के पद पर तैनात सिंह उर्फ संजीव मुखिया पर तीन लाख रुपये का इनाम था। ईओयू के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) नैयर हसनैन खान ने बताय था कि मुखिया को ईओयू एवं जिला पुलिस ने संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया था।
मार्च 2024 में आयोजित बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई-3) के पेपर लीक मामले में भी संलिप्तता को लेकर उसकी तलाश थी। मुखिया से ईओयू और सीबीआई के अधिकारियों ने पूछताछ की थी। नीट पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई कर रही है। अधिकारियों ने बताया था कि मुखिया के गिरोह का बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में व्यापक नेटवर्क है। यह गिरोह हरियाणा पशु चिकित्सक भर्ती परीक्षा, हरियाणा अंग्रेजी शिक्षक भर्ती परीक्षा और उत्तर प्रदेश में आयोजित कई भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक में भी कथित तौर पर शामिल था।