जान से खिलवाड़; बड़ी कंपनियों के रैपर में नकली दवाएं खरीद रहे आप, टेस्ट में कई सैंपल फेल
तीन कंपनियों पर केस दर्ज किया गया है। दवा पकड़ी गई है, उस कंपनी से लिखित जवाब मांगा जाएगा। दवा दुकानदार पर भी केस दर्ज होगा

मुजफ्फरपुर सहित पूरे बिहार में बड़ी कंपनियों के नाम पर नकली दवाओं का धंधा चल रहा है। इनमें एंटीबायोटिक से लेकर बुखार तक की दवाएं शामिल हैं। इस मामले में तीन बड़ी दवा कंपनियों पर औषधि नियंत्रण विभाग ने केस भी दर्ज कराया है। हाल ही में एक दवा कंपनी के नाम पर एनीमिया की नकली दवा पकड़ी गई है। इस मामले में भी केस दर्ज कराने की तैयारी है।
मुजफ्फरपुर के सहायक औषधि नियंत्रक उदय वल्लभ ने बताया कि तीन कंपनियों पर केस दर्ज किया गया है। दवा पकड़ी गई है, उस कंपनी से लिखित जवाब मांगा जाएगा। दवा दुकानदार पर भी केस दर्ज होगा। विभाग पकड़ी गई दवा का सैंपल जांच के लिए कोलकाता भेजने की तैयारी कर रहा है।
कंपनी ने पल्ला झाड़ा, लिखित जवाब का इंतजार
हाल में जिन कंपनियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है उनमें एक बिहार, एक हिमाचल और एक महाराष्ट्र की कंपनी हैं। विभाग के अनुसार तीनों कंपनियां काफी बड़ी हैं। हाल में जिस कंपनी की नकली दवा पकड़ी गई, वह 70 देशों में दवा की आपूर्ति करती है। हालांकि, कंपनी ने पकड़ी गई दवा को अपना नहीं बताया है, लेकिन विभाग को अब लिखित जवाब का इंतजार है।
कई बड़ी कंपनियों के सैंपल हो गए हैं फेल
औषधि विभाग की जांच में कई बड़ी कंपनियों की दवाओं के सैंपल फेल हो गए हैं। इन दवाओं को जांच के लिए दूसरे राज्यों में भेजा गया था। जांच में फेल होने के बाद कंपनियों को नोटिस किया गया था। दो साल पहले एसकेएमसीएच में मरीजों को दी जाने वाली एक दवा का सैंपल भी जांच में फेल हो गया था। वहीं, सदर में आई एक दवा का सैंपल भी जांच में फेल हो चुका है।
पंजाब में बनी एंटी एलर्जी दवा मिली थी नकली
दो वर्ष पहले ओडिशा से आई जांच टीम ने पंजाब की एक दवा कंपनी की एंटी एलर्जी की दवा को नकली बताया था। इस मामले में पताही में ओडिशा की टीम ने देर रात छापेमारी कर एक धंधेबाज को गिरफ्तार किया था। वर्ष 2021 में 15 दवा कंपनियों पर जिला औषधि नियंत्रण विभाग ने मुकदमा दर्ज कराया था।